आज ना सिर्फ दिल्ली का मुस्लिम समाज बल्कि सभी दिल्ली वाले राजनीतिक द्वेष से पवित्र रमज़ान माह में दिल्ली हज कमेटी कार्यालय को खाली करवाने का नोटिस देने पर केजरीवाल सरकार से जवाब मांग रहे हैं-शाजिया इल्मी

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*यह खेद पूर्ण है की आज जब हमें पूरी शिद्दत से हज यात्रा की तैयारी में जुटना चाहिए उस वक्त हमे अरविंद केजरीवाल सरकार की घटिया राजनीति के कारण हज कमेटी का कार्यालय बचाने के लिये लड़ना पड़ रहा है-कौसर जहाँ

*यदि केजरीवाल सरकार तुरंत दिल्ली हज कमेटी को कार्यालय भवन खाली करने का नोटिस वापस नही लेगी तो दिल्ली भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा आंदोलन करेगा-मोहम्मद हारून

भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमति शाजिया इल्मी, दिल्ली हज कमेटी की अध्यक्ष सुश्री कौसर जहाँ एवं दिल्ली भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष श्री मोहम्मद हारून ने आज एक संयुक्त पत्रकार सम्मेलन में अरविन्द केजरीवाल सरकार द्वारा पवित्र रमज़ान महीने में दिल्ली हज कमेटी को तुर्कमान गेट स्थित मुख्य कार्यालय को खाली करने का नोटिस देने की कड़ी भर्त्सना करते हुऐ इस नोटिस को तुरंत वापस लेने की मांग की है। दिल्ली भाजपा प्रवक्ता श्री प्रवीण शंकर कपूर एवं दिल्ली भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के मीडिया प्रमुख श्री इम्तियाज अहमद भी पत्रकार वार्ता में उपस्थित थे।

दिल्ली भाजपा प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने पत्रकार सम्मेलन का संचालन करते हुए कहा कि यह खेद पूर्ण है कि अरविन्द केजरीवाल सरकार इतनी निष्ठुर है कि वह मुसलमान बंधुओं को केवल एक वोट बैंक मानती है और इस बार अपनी मर्जी की हज कमेटी चेयरमैन नहीं बना पाये तो हज कमेटी का कार्यालय खाली करवाने जैसी ओछी हरकत पर उतर आई है।

भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता शाजिया इल्मी ने कहा कि हज कमेटी का कार्यालय तुर्कमान गेट स्थित भवन में 1995 में तत्कालीन दिल्ली के मुख्यमंत्री मदनलाल खुराना ने स्थापित करवाया था और यह लगभग 3 दशक से वहाँ से हज यात्रियों की खिदमत कर रहा है। इस आवंटन को करवाने में भाजपा के तत्कालीन वरिष्ठ नेताओं सिकंदर बख्त, श्री मोहम्मद इस्माइल, बेगम खुर्शीदा किदवई और बाबू चिरागुद्दीन कुरैशी की बड़ी भूमिका थी।

श शाजिया इल्मी ने कहा कि यह भवन दिल्ली सरकार के दिल्ली अर्बन शेल्टर विकास बोर्ड की सम्पति है और गत 8 साल से आम आदमी पार्टी से जुड़े हुए दिल्ली हज कमेटी के अध्यक्ष रहे जिन्होंने कभी इस भवन का किराया नहीं भरा और लगभग एक दशक में 1 करोड़ 31 लाख का किराया एकत्र हो गया।

श शाजिया इल्मी ने कहा कि दिल्ली हज कमेटी दिल्ली सरकार का ही एक विभाग है और यह आचंभित करता है कि सरकार का एक विभाग दूसरे विभाग को किराया ना भरने पर कार्यालय भवन खाली करने का नोटिस दे रहा है।

श्रीमती शाजिया इल्मी ने कहा कि अरविन्द सरकार ने यह भवन खाली कराने की कार्यवाई राजनीतिक द्वेष से शुरू की है क्योंकि गत फरवरी माह हुये दिल्ली हज कमेटी के चुनाव में आम आदमी पार्टी हार गई और एक जागरूक मुस्लिम महिला सुश्री कौसर जहाँ हज कमेटी की अध्यक्ष चुनी गईं। उनके अध्यक्ष चुने जाने के बाद से केजरीवाल सरकार ने पहले हज कमेटी के दैनिक कार्यों को बाधित करने कि कोशिश की और फिर अब कल अचानक दिल्ली हज कमेटी को कार्यालय भवन खाली करने का नोटिस दे दिया।

श शाजिया इल्मी ने कहा है कि आज ना सिर्फ दिल्ली का मुस्लिम समाज बल्कि सभी दिल्ली वाले राजनीतिक द्वेष से पवित्र रमज़ान माह में दिल्ली हज कमेटी कार्यालय को खाली करवाने का नोटिस देने पर केजरीवाल सरकार से जवाब मांग रहे हैं।

दिल्ली हज कमेटी की अध्यक्ष सुश्री कौसर जहाँ ने कहा कि यह खेद पूर्ण है कि आज जब हमें पूरी शिद्दत से हज यात्रा की तैयारी में जुटना चाहिए उस वक्त हमें अरविन्द केजरीवाल सरकार की घटिया राजनीति के कारण हज कमेटी का कार्यालय बचाने के लिये लड़ना पड़ रहा है।

सुश्री कौसर जहाँ ने कहा कि कोई भी सच्चा मुसलमान यह कल्पना भी नहीं कर सकता की कोई सरकार रमज़ान के पवित्र महीने में दिल्ली हज कमेटी जैसी पाक संस्था का कार्यालय खाली करवाने की कोशिश कर सकती है।

सुश्री कौसर जहाँ ने कहा की 16 फरवरी, 2023 को दिल्ली हज कमेटी के अध्यक्ष के रूप में मेरा चुनाव हुआ था पर उस दिन से आज तक हज कमेटी के दो सदस्य जो आम आदमी पार्टी से जुड़े हैं विधायक हाजी यूनुस एवं अब्दुल रहमान एक भी मीटिंग में शामिल नहीं हुये ना ही हमसे कोई सम्पर्क रखते हैं। उन पर राजनीतिक विरोध इतना हावी है कि वह हाजियों की खिदमत की तैयारी में कोई रूची नहीं ले रहे हैं। एक ओर दिल्ली सरकार हमारे रोजमर्रा के आफिस कामों को अटकाने की कोशिश करती रही है तो मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल या सम्बंधित मंत्री कैलाश गहलोत ने आज तक हज की तैयारी को लेकर हमारे खतों का कोई जवाब नही दिया है।

सुश्री कौसर जहाँ ने कहा कि दो दिन पहले अचानक हमें केजरीवाल सरकार ने दिल्ली हज कमेटी कार्यालय खाली करने का नोटिस दे दिया है जिसके चलते आज दिल्ली ही नहीं देश का मुस्लिम समाज स्तब्ध है। अभी कुछ माह पूर्व तक हम सुनते थे कि केजरीवाल सरकार दिल्ली हज कमेटी का अपना कार्यालय भवन द्वारका में बनवाना चाहती है पर आज एक चुनाव हारते ही नये भवन की बात तो छोड़िये सरकार दिल्ली हज कमेटी के चलते कार्यालय को बंद करवाने की ओछी राजनीति पर उतर आई है।

दिल्ली भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष मोहम्मद हारून ने कहा है कि दिल्ली सरकार ने दिल्ली हज कमेटी को कार्यालय खाली करने का नोटिस दे दिया है कि उसे मुस्लिम समाज के प्रति कोई सम्मान नही है, केजरीवाल मुसलमानों को केवल वोट देने की मशीन से ज्यादा कुछ नहीं समझते। दिल्ली हज कमेटी को कार्यालय खाली करने का नोटिस देकर केजरीवाल सरकार ने मुसलमानों की गैरत को ललकारा है।

मोहम्मद हारून ने कहा है कि एक युवा महिला का दिल्ली हज कमेटी का अध्यक्ष चुना जाना जहाँ पूरे मुस्लिम समाज खासकर महिलाओं के लिये फक्र की बात बना है वहीं केजरीवाल सरकार उन्हें असफल करने में लगी है।

मोहम्मद हारून ने घोषणा की कि यदि केजरीवाल सरकार तुरंत दिल्ली हज कमेटी को दिया कार्यालय भवन खाली करने का नोटिस वापस नहीं लेगी तो दिल्ली भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा आंदोलन करेगा।

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