*आप विधायकों ने अपने साथियों के साथ मिलकर किसानों के ग्रामीण क्षेत्रों की जमीने बेचकर करोड़ों रुपये का घोटाला किया है- रामवीर सिंह बिधूड़ी
*किसानों का बिना बिजली प्रयोग किए आ रहे हैं हज़ारों रुपये के बिजली बिल- रामवीर सिंह बिधूड़ी
*मुफ्त बिजली के झूठे वायदे कर किसानों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने वाली बिजली मंत्री आतिशी मार्लेन इस्तीफा दें- जयवीर राणा
केजरीवाल सरकार के बहिष्कार के लिए किसान मोर्चा दिल्ली देहात के गांवों में जाकर करेगा पंचायत- विनोद सहरावत
नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी, प्रदेश उपाध्यक्ष जयवीर राणा और दिल्ली भाजपा के किसान मोर्चा अध्यक्ष विनोद सहरावत के नेतृत्व में आज भाजपा किसान मोर्चा द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर किसानों को एक लाख रूपए प्रति एकड़ का मुआवज़ा देने और मुफ्त बिजली की झूठी घोषणा करने के विरोध में प्रदर्शन किया गया। विरोध प्रदर्शन में मोर्चा सह-प्रभारी अजीत कड़कड़ी, महामंत्री अनूप चौधरी एवं राजपाल राणा सहित अन्य पदाधिकारी और बड़ी संख्या में दिल्ली के किसान कार्यकर्ता उपस्थित थे।
विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि केजरीवाल की मंत्री आतिशी ने 30 मार्च को संवाददाता सम्मेलन में यह दावा किया कि दिल्ली में किसानों को असीमित (अनलिमिटेड) मुफ्त बिजली दी जा रही है और किसानों को बिजली का कोई बिल नहीं देना पड़ता। लेकिन हमने कल दिखाया कि कैसे ऐसे किसान जो बिजली का इस्तेमाल तक नहीं कर रहे हैं उनके पास भी हजारों रुपये के बिल आ रहे हैं।
बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल किसानों की हक की बात करते हैं लेकिन दिल्ली में किसानों को ट्यूबवैल लगाने की अनुमति नहीं है और अगर कहीं से जुगाड़ करके वे ट्यूबवैल लगा लेते हैं तो फिर उन्हें बिजली का कनेक्शन नहीं दिया जाता। उन्होंने कहा कि दिल्ली के किसानों का मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शोषण कर रहे हैं। किसानों से वादा करके भी उन्हे एम.एस.पी. का 50 प्रतिशत भुगतान नहीं किया गया, इसके अलावा भी कोई सुविधा नहीं दी जाती। किसानों की जमीन अधिग्रहित करने पर 5 करोड़ रुपए का मुआवजा देने का वादा किया गया था लेकिन 22 लाख रुपए ही दिया जा रहा है जबकि श्री साहिब सिंह वर्मा के मुख्य मंत्री काल में भी यह राशि 53 लाख रुपये प्रति एकड़ थी।
रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने वादा करके भी लालडोरा नहीं बढ़ाया गया और अपनी जमीन पर मकान बनाने पर किसान के खिलाफ धारा-81 में कार्रवाई की जाती है यानी इस धारा को हटाने का वादा भी पूरा नहीं किया गया। किसान की मृत्यु के बाद उसके वैध उत्तराधिकारियों के नाम जमीन के म्युटेशन पर रोक लगा रखी है। जमीन अधिग्रहण के बाद वैकल्पिक आवासीय प्लॉट देने पर केजरीवाल सरकार ने रोक लगाई हुई है। उन्होंने कहा कि इससे अधिक और शर्मनाक क्या हो सकता है कि किसानों को ट्रेक्टर खरीदने पर कमर्शियल वाहन के रोड टैक्स के रूप में 28 हजार रुपए का भुगतान करना पड़ता है। आप विधायकों ने अपने साथियों के साथ मिलकर किसानों के ग्रामीण क्षेत्रों की जमीने बेचकर करोड़ों रुपये का घोटाला किया है।
प्रदेश उपाध्यक्ष जयवीर राणा ने कहा कि दिल्ली की नई बिजली मंत्री आतिशी मर्लेना ने किसानों को मुफ्त बिजली देने के झूठे वादा करके किसानों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश की हैं क्योंकि उनके इस झूठ का भाजपा ने न केवल साबित किया है कि दिल्ली में किसानों को मुफ्त बिजली नहीं दी जा रही बल्कि किसानों के बिजली के ताजा बिल पेश करके यह भी सिद्ध कर दिया है कि उनसे अनाप- शनाप रेट वसूल किए जा रहे हैं। बिजली का एक भी यूनिट इस्तेमाल न करने पर किसानों को हजारों रुपए के बिजली के बिल आ रहे हैं। भाजपा इस प्रदर्शन के माध्यम से आतिशी मर्लेना के इस्तीफे की मांग करती है।
विनोद सहरावत ने कहा कि जब से केजरीवाल सरकार दिल्ली में आई है किसानों के ऊपर ग्रहण लग गया है और हर साल किसानों के फसल बर्बाद हो रहे हैं। पिछले तीन सालों से ड्रेन की अच्छे तरीके से सफाई ना होने के कारण बरसात का पानी और नाले का पानी खेतों में पहुंचाता है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार ने जो घोषणा की थी उसमें से सिर्फ 20 फीसदी किसानों को मुआवजा मिला है, 80 फीसदी किसानों को मुआवजा नहीं मिला है। अगर जल्द ही केजरीवाल सरकार ने बाकी बचे किसानों को मुआवजा नहीं देगी तो हम दिल्ली देहात के गांवों में जाकर पंचायत करेंगे और केजरीवाल का बहिष्कार कराएंगे।