• लूटा हुआ पैसा बरामद
• अपराध में प्रयुक्त हथियार बरामद
घटना एवं गिरफ्तारी:
21-22/07/23 की मध्यरात्रि में, एक ऑटो चालक दीपक गुप्ता, एक अन्य ऑटो चालक लक्ष्मण के साथ एनएच-24, मदर डेयरी रेड लाइट पर ऑटो स्टैंड पर मौजूद थे, तभी दो लड़के वहां आए और चॉपर (चिकन काटने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला बड़ा चाकू) की नोक पर उनसे क्रमशः 500/- और 1500/- रुपये लूट लिए। तदनुसार, एफआईआर संख्या 474/23, आईपीसी की धारा 392/397/34, थाना पांडव नगर के तहत मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई।
मामले को सुलझाने के लिए सुश्री नित्या (आईपीएस), एसएचओ पांडव नगर और एसीपी मयूर विहार की देखरेख और मार्गदर्शन में एएसआई मोइन अली और कांस्टेबल अनिल की एक टीम गठित की गई थी।
टीम ने आरोपियों की पहचान के लिए सीसीटीवी कैमरे चेक किए लेकिन अंधेरा होने के कारण कोई फुटेज नहीं मिला। इसके बाद टीम ने लोकल इंटेलिजेंस पर फोकस किया। एक गुप्त मुखबिर ने सुराग दिया कि इस डकैती को अंजाम देने में अशोक परधान का बेटा अंजन शामिल था। इसके बाद यह बात संज्ञान में आई कि अंजन अपने घर से फरार है और उसके पिता ने बताया कि अंजन मानसिक रूप से बीमार है और इहबास से इलाज करा रहा है. इसके अलावा, यह संज्ञान में आया कि अंजन ज्यादातर सड़क किनारे रहता है और सोता है और घर नहीं आता है। हालाँकि, अंजन की एक तस्वीर उनके पिता द्वारा प्रदान की गई थी। इसके बाद टीम ने फोटो के आधार पर आरोपी की तलाश शुरू की और आखिरकार टीम ने अंजन निवासी नेहरू कैंप, आईपी एक्सटेंशन, पटपड़गंज, दिल्ली उम्र 39 साल को 22/07/23 को संजय झील से पकड़ लिया।
पूछताछ:
लगातार पूछताछ करने पर आरोपी ने अपने साथी के साथ ऑटो चालकों से पैसे लूटने की बात कबूल की। पता चला कि आरोपी नशे का आदी है और इहबास से इलाज करा रहा था। वह अपनी लत पूरी करने के लिए ऑटो चालकों को निशाना बनाता है और उनसे छोटे पैसे लूटता है।
वसूली:
- एक चॉपर (अपराध में प्रयुक्त हथियार)
- रूपये लूट लिये। 550/-
पिछली भागीदारी: - एफआईआर संख्या 388/04, आईपीसी की धारा 451/506 और 25/27 आर्म्स एक्ट, थाना मंडावली के तहत
- एफआईआर संख्या 156/06, यू/एस 356/379/412 आईपीसी, पीएस कॉन प्लेस,
- एफआईआर संख्या 538/07, धारा 323/341/34 आईपीसी, थाना मंडावली
- एफआईआर संख्या 1017/14, यू/एस धारा 323/341/354ए/506/509 आईपीसी, थाना मंडावली
- एफआईआर संख्या 01/15, यू/एस 308/323/341/506 आईपीसी, थाना मंडावली
. उसके सहयोगी के ठिकाने की तलाश और लूटे गए बाकी पैसे की बरामदगी के लिए मामले की आगे की जांच जारी है।