धूल प्रदूषण को लेकर केजरीवाल सरकार सख्त, दिशा-निर्देशों की अनदेखी करने पर एनबीसीसी को नोटिसी जारी

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  • पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने एनबीसीसी प्रोजेक्ट स्थल का किया निरीक्षण, निर्माण स्थल पर मिली धूल नियंत्रण संबंधित अनियमितताएं
  • निर्माण स्थल पर एंटी स्मॉग गन नहीं चल रही थी, मिट्टी कवर नहीं थी और मजदूरों ने मास्क नहीं लगा रखा था- गोपाल राय
  • निर्माण एजेंसी की ओर से नोटिस का संतोषजनक जवाब नहीं देने पर जुर्माना लगाया जाएगा- गोपाल राय

-निर्माण साइट्स के लगातार निरीक्षण के लिए अधिकारियों को निर्देश- गोपाल राय

केजरीवाल सरकार दिल्ली में धूल प्रदूषण रोकने को लेकर बेहद सख्त हो गई है। पूरी दिल्ली में चलाए जा रहे एंटी डस्ट कैंपेन के तहत मंगलवार को पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कड़कड़डूमा स्थित एन.बी.सी.सी. प्रोजेक्ट का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने निर्माण स्थल पर धूल नियंत्रण से संबंधित कई अनियमितताएं पाईं। मौके पर ही उन्होंने डीपीसीसी को निर्माण एजेंसी को नोटिस जारी करने का निर्देश दिया। अगर संतोषजनक जवाब नहीं मिलता है तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि कंस्ट्रक्शन साइटों पर डस्ट कंट्रोल के लिए जारी 14 नियमों को लागू करना आवश्यक है। इसका उल्लंघन करने पर कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों को निर्माण साइट्स का लगातार निरीक्षण का निर्देश दिया गया है।

एनबीसीसी प्रोजेक्ट स्थल का निरीक्षण करने के उपरांत पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि निर्माण साइट पर पर्यावरण के नियमों का सही से पालन नहीं किया जा रहा है। निर्माण स्थल पर एंटी स्मॉग गन नहीं चल रही, मिट्टी को कवर नहीं किया गया है। साथ ही निर्माण कार्य में लगे मजदूरों ने मास्क भी नहीं लगा रखा है। डस्ट कंट्रोल नियम के उल्लंघन के कारण डीपीसीसी को संबंधित निर्माण एजेंसी को नोटिस जारी करने का निर्देश दिया गया है और संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर आर्थिक जुर्माना लगाया जाएगा।

पर्यावरण मंत्री गोपाल ने कहा कि सभी कंस्ट्रक्शन साइटों पर निर्माण संबंधी 14 नियमों को पालन करना जरूरी है। नियमों को पालन नहीं करने पर टीमें सख्त कार्रवाई करेगी। इसके लिए विभागों को निर्माण साइट्स की लगातार निगरानी करने के निर्देश जारी किए गए है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में वायु प्रदूषण में और सुधार लाने के लिए 591 टीमें तैनात की गई हैं। डस्ट प्रदूषण को रोकने के लिए 530 वॉटर स्प्रिंकलर, 82 मैकेनिकल रोड स्वीपिंग (एमआरएस) मशीनों और 258 मोबाइल एंटी-स्मॉग गन की पूरी दिल्ली में तैनात की गई हैं।

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