ये हैं देश के आम नागरिक, इनका नाम है नेहेश पौल- पेशे से ऑटो मोबाइल इंजीनियर हैं। इसके साथ लेखक और निर्देशक भी हैं। एक फ़िल्म का ज़िक्र करते हुए, फ़िल्म का नाम नायक। फ़िल्म में अनिल कपूर ने एक पत्रकार का किरदार निभाया है। फ़िल्म में अनिल कपूर को मुख्यमंत्री के साथ इंटरव्यू के दौरान जब वह सवाल पूछता है तो उन्हें मुख्यमंत्री चुनौती देता है। इस पर अनिल कपूर मुख्यमंत्री से उन्हें एक दिन का मुख्यमंत्री बनाने की माँग करता है जो सब कुछ एक दिन में ठीक कर सकता है। ठीक उसी तरह ये आम नागरिक नेहेश पौल ने देश के प्रधानमंत्री के नाम एक पत्र लिखा है। इस पत्र में नेहेश पौल ने भारत सरकार के प्रधानमंत्री से माँग करी है कि अगर सरकार उन्हें सौ करोड़ रुपया दे तो इसके लिए वह अच्छी सड़कें बनाके दिखा सकते हैं, बायो डायवर्सिटी पार्क बना सकते हैं। सभी कार्य ऑन कैमरा यानी कि मीडिया के मौजूदगी में करके दिखाना चाहते हैं अगर उन्हें मौक़ा दिया जाता है तो। दरअसल इन दिनों दिल्ली के प्रगति मैदान में विश्व पुस्तक मेला चल रहा है। नेहेश पौल ने शुक्रवार को अपनी एक किताब का विमोचन किया। इस किताब का नाम हैशटैग ट्राइंग टू सेव दा वर्ल्ड हैं। घंटी बजाने के ऐलान के साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र भी लिखा है। इस पत्र को मीडिया के सामने पेश करते हुए उन्होंने इस पत्र का मक़सद बताया। इसके साथ ही उन्होंने किताब का भी विमोचन किया। टोटल ख़बरे के वरिष्ठ संवाददाता राजेश खन्ना ने जब इस पूरे विषय के बारे में जानने का प्रयास किया, तो सुनिए उन्होंने क्या कहा।
आपको बता दें कि सरकार की स्टार्टअप योजना भी है और इसी स्टार्टअप योजना के माध्यम से अगर आपके पास कोई अच्छा प्रोजेक्ट है तो आप सरकार से पैसा लेकर किसी भी प्रोजैक्ट को शुरू कर सकते हैं। कुछ इसी तरह से नेहेश पौल का प्रॉजेक्ट समझा जा सकता है। अब देखने वाली बात ये होगी कि क्या भारत के प्रधानमंत्री इस निर्देशक और लेखक नेहेश पौल के पत्र को गंभीरता से लेते हैं या नहीं, यह कह पाना मुश्किल है। टोटल ख़बरें दिल्ली से राजेश खन्ना की विशेष रिपोर्ट।