*अच्छा काम करने वालों के काम को मिलनी चाहिए पहचान: प्रो. योगेश सिंह
दिल्ली विश्वविद्यालय के वार्षिक पुरस्कार समारोह- 2024 का आयोजन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेश सिंह की अध्यक्षता में हुआ। इस अवसर पर शिक्षण और गैर शिक्षण क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां अर्जित करने वालों सहित बेस्ट वेबसाइटों को भी पुरस्कृत किया गया। कुलपति प्रो योगेश सिंह ने पुरस्कार विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि बहुत लोगों ने बहुत मेहनत की है। उनके काम को पहचान मिलनी ही चाहिए। कुलपति ने कहा कि यह अच्छी परंपरा है और इसे अन्य क्षेत्रों में बढ़ाया जाना चाहिए।
प्रो. योगेश सिंह ने कहा कि ऐसे प्रोत्साहनों से विश्वविद्यालय में साकारात्मक माहौल का निर्माण होता है और तरक्की बढ़ती है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मानसिक शांति पर भी काम किया जाना चाहिए। अगर मन शांत होगा तो काम अच्छा ही होगा। दिल्ली विश्वविद्यालय के वाइस रीगल लॉज स्थित कन्वेंशन हॉल में आयोजित इस कार्यक्रम के आरम्भ में रजिस्ट्रार डॉ विकास गुप्ता ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। इसके साथ ही उन्होंने इस पुरस्कार समारोह और इसकी पृष्ठभूमि के बारे में विस्तार से जानकारी प्रस्तुत की।
डॉ विकास गुप्ता ने विभिन्न श्रेणियों के पुरस्कारों, सामान्य दिशा-निर्देशों और मूल्यांकन प्रक्रिया में अपनाई जाने वाली नीतियों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि विभिन्न पुरस्कार श्रेणियों के अंतर्गत प्राप्त नामांकनों पर चर्चा करते हुए पुरस्कारों, शोध प्रकाशनों, उद्धरणों, शोध परियोजनाओं सहित कई पहलुओं पर एक-एक करके समीक्षा के उपरांत ही ये पुरस्कार घोषित किए गए हैं। कार्यक्रम के दौरान पुरस्कार विजेताओं को शाल, स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्रों से पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर डीन ऑफ कॉलेजेज प्रो बलराम पाणी और प्रॉक्टर प्रो रजनी अब्बी और डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. के. रत्नाबली सहित अनेकों शिक्षक, अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
इस समारोह के दौरान “सेवानिवृत्त शिक्षकों के लिए विशिष्ट सेवा पुरस्कार” श्रेणी के तहत भौतिकी और खगोल भौतिकी विभाग के प्रो. कस्तूरी बलूजा को पुरस्कृत किया गया। इसके साथ ही “विभागों/संस्थानों/केंद्रों में सेवारत शिक्षकों के लिए उत्कृष्टता पुरस्कार – आयु 45 वर्ष या उससे कम” श्रेणी के तहत वाणिज्य विभाग से प्रो. सुनैना कनौजिया और रसायन विज्ञान विभाग से प्रो. रामेंद्र प्रताप को पुरस्कृत किया गया। “विभागों/संस्थानों/केंद्रों में सेवारत शिक्षकों के लिए उत्कृष्टता पुरस्कार – आयु 45 वर्ष से अधिक” श्रेणी में रसायन विज्ञान विभाग से प्रो. पी. वेंकटेश को पुरस्कृत किया गया। इसी तरह “कॉलेजों में सेवारत शिक्षकों के लिए उत्कृष्टता पुरस्कार – आयु 45 वर्ष या उससे कम” श्रेणी में आत्मा राम सनातन धर्म कॉलेज के भौतिकी विभाग से डॉ. अंजलि शर्मा कौशिक को पुरस्कृत किया गया। इसी प्रकार “कॉलेजों में सेवारत शिक्षकों के लिए उत्कृष्टता पुरस्कार – आयु 45 वर्ष से अधिक” श्रेणी में हंसराज कॉलेज के वनस्पति विज्ञान विभाग से प्रो. विजय रानी राजपाल और लेडी श्री राम कॉलेज फॉर विमेन के मनोविज्ञान विभाग से प्रो. कनिका आहूजा को पुरस्कृत किया गया।
“विशेष प्रशंसा पुरस्कार (सेवारत गैर-शिक्षण कर्मचारी)” में संयुक्त कुलसचिव जोय चंदा और सहायक कुलसचिव संदीप शर्मा को पुरस्कृत किया गया। “सर्वश्रेष्ठ वेबसाइट पुरस्कार” के अंतर्गत प्राप्त आवेदनों की जांच इस क्षेत्र में विशेषज्ञता रखने वाले सदस्यों द्वारा उपयोगकर्ता-केंद्रित कार्यक्षमता, डिजाइन और सौंदर्यशास्त्र सहित इसके लिए सूचीबद्ध मानदंडों के आधार पर की गई और इस श्रेणी में विश्वविद्यालय के मानव विज्ञान विभाग और श्री गुरु गोविंद सिंह कॉलेज ऑफ कॉमर्स की वेबसाइटों को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के समापन पर डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. के. रत्नाबली ने आभार ज्ञापित किया।