क़ानून मंत्री कपिल मिश्रा के इस्तीफे की माँग पर ‘‘आप’’ विधायकों ने दिल्ली विधानसभा में किया जबरदस्त प्रदर्शन
- नेता प्रतिपक्ष आतिशी के नेतृत्व में ‘‘आप’’ विधायकों ने ‘कपिल मिश्रा इस्तीफा दो’ के बैनर के साथ विधानसभा में की नारेबाजी; कहा, ‘‘एक दंगाई दिल्ली में मंत्री नहीं हो सकता है’’
- दिल्ली दंगों में 53 लोगों की जान गई, सैकड़ों घायल हुए और करोड़ों की संपत्ति बर्बाद हुई, इसके लिए कपिल मिश्रा जिम्मेदार हैं- आतिशी
-दिल्ली में दंगा भड़काने के लिए जिम्मेदार कपिल मिश्रा के इस्तीफे और गिरफ्तारी के लिए सड़क से सदन तक आवाज उठाएगी “आप”-आतिशी
- दंगा भड़काने वाले कपिल मिश्रा को दिल्ली पुलिस तुरंत गिरफ्तार करे और सीएम रेखा गुप्ता उन्हें अपने मंत्री मंडल से बर्खास्त करें- आतिशी
- जो व्यक्ति दंगे में शामिल हो और जिसके कारण दर्जनों लोगों की मौत हुई हो, उसको मंत्री पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं- संजीव झा
आम आदमी पार्टी ने 2020 में हुए दिल्ली दंगे में शामिल कपिल मिश्रा को मंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए दबाब बढ़ा दिया है। नेता प्रतिपक्ष आतिशी समेत ‘‘आप’’ विधायकों ने सदन में भाजपा सरकार से कपिल मिश्रा का इस्तीफा लेने की मांग उठाई, इसपर स्पीकर द्वारा “आप” विधायकों को मार्शलों के ज़रिए सदन से बाहर निकाल दिया गया। इसके बाद ‘आप’’ विधायकों ने ‘कपिल मिश्रा इस्तीफा दो’ का बैनर लेकर विधानसभा परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास जमकर विरोध प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। इस दौरान आतिशी ने कहा कि एक दंगाई दिल्ली में मंत्री नहीं हो सकता। जब हमने सदन में कपिल मिश्रा के इस्तीफे की मांग उठाई, तो बौखलाई भाजपा सरकार ने हमें सदन से निकाल दिया। लेकिन हम चुप नहीं बैठेंगे। दिल्ली दंगे के लिए जिम्मेदार कपिल मिश्रा की गिरफ्तारी और इस्तीफे की मांग जारी रखेंगे।
नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने कहा कि कोर्ट ने 2020 के दंगे को लेकर कपिल मिश्रा पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। पूरी दिल्ली और देश ने देखा था कि कपिल मिश्रा ने दंगे भड़काए थे। दिल्ली दंगे में 53 लोगों की मौत हुई, उनका खून कपिल मिश्रा के हाथों पर है। कपिल मिश्रा ने ही दंगे भड़काए थे। जिन लोगों पर दिल्ली दंगे का एफआईआर है, वो सारे लोग तिहाड़ जेल के अंदर हैं। फिर कपिल मिश्रा को दिल्ली पुलिस क्यों नहीं गिरफ्तार कर रही है? सीएम रेखा गुप्ता कपिल मिश्रा को अपने मंत्री मंडल से बाहर क्यों नहीं कर रही हैं? रेखा गुप्ता कहती हैं कि सौहार्दता होनी चाहिए। दिवाली मंे अली और रमजान में राम हैं तो जिस पर दंगों का आरोप लगा है और कोर्ट ने उस पर एफआईआर करने के आदेश दिए हैं, वह मंत्रीमंडल से बाहर क्यों नहीं निकाला जा रहा है?
आतिशी ने कहा कि कपिल मिश्रा को इस्तीफा देना होगा। कैसे एक दंगाई मंत्री हो सकता है? कपिल मिश्रा दिल्ली दंगों के लिए जिम्मेदार हैं। 53 लोगों की जान गई और सैकड़ों लोगों को चोटें लगी थी और करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी खत्म हो गई। पूरे देश ने देखा कि कपिल मिश्रा ने कैसे दंगे भड़काए और उनके भड़काने की वजह से ही इतने लोगों की मौत हुई थी। भाजपा की सरकार कपिल मिश्रा को क्यों बचा रही है? कपिल मिश्रा का इस्तीफा ले लिया आए तो आम आदमी पार्टी के सभी विधायक सदन में खुद वापस आ जाएंगे। भाजपा कपिल मिश्रा को क्यों बचा रही है? क्या भाजपा भी इस दंगे में शामिल थी, इसलिए कपिल मिश्रा को बचा रही है।
आतिशी ने कहा कि पूरे देश में ऐसी कोई सरकार नहीं होगी, जिसमें किसी दंगाई को मंत्री बनाया जाता है और वह भी कानून मंत्री बनाया जाता हो। आज दिल्ली की कानून व्यवस्था ऐसी व्यक्ति के हाथ में है, जो खुद दंगाई है और कोर्ट ने उसके खिलाफ दंगा भड़काने के आरोप में एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। इसलिए जब तक कपिल मिश्रा का इस्तीफा नहीं हो जाता है, आम आदमी पार्टी का उनके खिलाफ प्रदर्शन जारी रहेगा।
उधर, आम आदमी पार्टी के विधायक संजीव झा ने कहा कि मंगलवार को जिस तरह से कोर्ट ने अपने फैसले में स्पष्ट कहा कि पांच साल पहले 2020 में दिल्ली में हुए दंगे में कपिल मिश्रा की प्रथम दृष्टया शामिल होने का दस्तावेज दिख रहा है। ऐसे में कपिल मिश्रा को दिल्ली पुलिस क्यों बचा रही थी? पांच से दिल्ली पुलिस ने अपनी जांच में कपिल मिश्रा का नाम नहीं लिया। इसका सीधा मतलब यह है कि केंद्र सरकार के कहने पर पुलिस ने कपिल मिश्रा को बचाया। जो व्यक्ति दंगा में शामिल हो और उसके कारण दर्जनों लोगों की मौत हुई हो, उसको मंत्री बनने का कोई अधिकार है। हमने सदन में सदन में मांग की है कि भाजपा को तत्काल कपिल मिश्रा से मंत्री से इस्तीफा ले लेना चाहिए।