ड्राफ्ट परिसीमन में दलित-अल्पसंख्यक समुदायों के प्रति भेदभाव पर आम आदमी पार्टी मौन क्यों? – चौ0 अनिल कुमार
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली नगर निगम वार्ड परिसीमन ड्राफ्ट में रही कमियों को देखते हुए आम आदमी पार्टी ने परिसीमन में बदलाव करने लिए आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग में सिर्फ औपचारिकताओं को निभाया है। उन्होंने कहा कि वार्ड परिसीमन में दलित और अल्पसंख्यक समुदायों की अनदेखी के लिए भाजपा पूरी तरह जिम्मेदार है और आम आदमी पार्टी ने अपनी वार्ड परिसीमन में बदलाव के लिए दलित और अल्पसंख्यक समुदाय को अलग-थलग करने के संबध कोई जिक्र नही किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने ड्राफ्ट परिसीमन का पूरी तरह अवलोकन करके क्रम दर क्रम आपत्तियां और सुझाव पेश किए है और दलितों और अल्पसंख्यकों को वार्डों में विभाजित करने के मुद्दे पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि वार्ड परिसीमन पूरी तरह से दलित-अल्पसंख्यक समुदाय के प्रति दुर्भावना की मंशा से तैयार किया गया है, जिस पर कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली राज्य चुनाव आयोग के समक्ष गंभीर सवाल उठाए है, वार्डों में जनसंख्या संतुलन तथा दलितों और अल्पसंख्यकों की बराबर की सहभागिता के लिए सुझाव भी दिए है। उन्होंने कहा कि वार्ड परिसीमन में आम आदमी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने सिर्फ औपचारिकताओं को निभाने के लिए चुनाव आयोग से मिला था क्यांकि दिल्ली कांग्रेस लगातार यह आरोप लगा रही थी कि आम आदमी पार्टी वार्ड परिसीमन पर भाजपा के साथ खड़ी है, इसलिए चुप्पी साधे है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली राज्य चुनाव आयोग से मिलने पर आम आदमी पार्टी लोकतांत्रिक मूल्यों से जुड़े सवालों पर पूरी तरह चुप्पी साध रखी है और दलित और अल्पसंख्यक समुदाय की आवाज को बुलंद करने के समर्थन में इन समुदाय को विभाजित करने के विरोध में कोई सुझाव नही दिया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में दलित और अल्पसंख्यक वर्ग के विरोध में आम आदमी पार्टी भाजपा की विचारधारा के साथ खड़ी है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि भ्रष्टाचार में पूरी तरह डूबी हुई आम आदमी पार्टी और अरविन्द केजरीवाल पूर्णतः संघ की गोदी में बैठने को इसलिए तैयार है क्योंकि केजरीवाल और उसके सहयोगियों द्वारा घोटालों की परते प्रतिदिन खुलती जा रही है और जांच एजेंसियां भाजपा की केन्द्र सरकार के हाथों की कठपुतली बनकर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि जनसंख्या वृद्धि होने के बावजूद वार्डों की संख्या बढ़ाने की जगह कम करने पर आम आदमी पार्टी ने कोई आपत्ति नही जताई और न ही परिसीमन समिति द्वारा जनसंख्या निर्धारण के फार्मूले का पालन वार्ड निर्धारित करने पूरी तरह से उलंघन करने पर आपत्ति जताई है।