फिल्म की स्क्रीनिंग खत्म होते होते लगभग सभी की आंखे गीली थी , दरअसल फ़िल्म की कहानी पारिवारिक मूल्यों पर आधारित हैं जो दो भाइयों के प्यार, त्याग और समर्पण को ऐसे अंदाज में पेश करती है जो आपको स्टार्ट टू लास्ट कहानी और किरदारो के साथ बांध कर रखती है। 84 के सिक्ख विरोधी दंगो के बैकग्राउंड में शुरू हुई इस फिल्म में दो भाईयो के संघर्ष को दिखाया गया है कि किस तरह मेहनत कर के को पूरा करें लेकिन किसी भी कीमत पर परिवार की बिखरने न दिया जाए ।
इस फिल्म की स्टोरी सच के काफी करीब है। फ़िल्म धूप छाँव दो भाइयों की एक दास्तान है जो एक-दूसरे से बेहद प्यार करते हैं और अपने परिवार को हमेशा एक छत के नीचे ही रखा जाए, वह इस कोशिश में लगे रहते हैं। उन दोनों भाइयों के सामने कई कठिनाइयां आती हैं, उन्हें किस तरह इनका सामना करना पड़ता है। राहुल देव इस फिल्म में एक अमीर सरदार की भूमिका में हैं। उनके अभिनय में काफी मैच्यूरिटी और नैचुरेलटी दिखाई देती है। अभिनय के मामले में राहुल देव के बाद अभिषेक दुहान ने काफी प्रभावित किया है। उन्होंने अपने किरदार के साथ पूरा न्याय किया है। उनकी बॉडी लैंगुएज, संवाद अदायगी और अभिनय क्षमता काबिले तारीफ़ है। अहम शर्मा ने अपने किरदार को बखूबी निभाया। अतुल श्रीवास्तव की उपस्थिति ने फ़िल्म में जान डाल दी है वहीं समीक्षा भटनागर निगेटिव दोनों शेड में बेहतरीन अभिनय किया है।
फिल्म ‘धूप छांव’ में राहुल देव,अभिषेक दुहान, अतुल श्रीवास्तव, समीक्षा भटनागर, अहम शर्मा, राहुल बग्गा, शुभांगी लतकर, आशीष दीक्षित, आर्यन बजाज, शैलेन और स्मृति बथिजा मुख्य किरदारों में हैं, लेखक हेमंत शरण और अमित सरकार हैं। म्युज़िक डायरेक्टर अमिताभ रंजन, नीरज श्रीधर और काशी रिचर्ड हैं ! इस शुक्रवार धूप छांव देश भर के करीब तीन सौ स्क्रीन्स में रिलीज हुई।
क्यों देखें।
अगर आप साफ सुथरी और समाज को एक अच्छा मैसेज देती पारिवारिक फिल्मों के शौकीन है तो इस फिल्म को देख सकते है।
रेटिंग :3 स्टार