सिसोदिया एंड कंपनी द्वारा सीबीआई की जांच शुरु होने के बाद 140 मोबाइल फोन बदले गए – संबित पात्रा

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री संबित पात्रा ने आज एक संवाददाता सम्मेलन के माध्यम से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि नई शराब नीति के अंतर्गत दो लोगों को रिमांड पर लिया गया जो व्यापारी हैं और अरविंद केजरीवाल एवं सिसोदिया के करीबी हैं। उनके द्वारा दिए गए लेटर में कई खुलासे हुए हैं जिसमें यह भी कहा गया है कि 2631 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। प्रेसवार्ता को प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक श्री आशीष सूद ने भी सम्बोधित किया और प्रदेश प्रवक्ता श्री हरीश खुराना उपस्थित थे।

श्री संबित पात्रा ने आरोप लगाया कि नई आबकारी नीति में जब सीबीआई जांच शुरु हुई तब से 140 मोबाइल फोन 34 लोगों द्वारा बदले गए हैं जिसमें मुख्य आरोपी मनीष सिसोदिया हैं। इन 140 मोबाइल फोन पर सिसोदिया एंड कंपनी ने एक करोड़ 20 लाख रुपये खर्च किए। उन्होंने कहा कि जो राजनीति में ना आने की कसमें खाते थे, ऑटो में लटककर चलने की बात करते थे उस मनीष सिसोदिया ने डिजिटल सबूत को मिटाने के लिए 140 मोबाइल फोन बदल डाले।

श्री संबित पात्रा ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने नई आबकारी नीति को 5 जुलाई 2021 को ऐलान करती है, लेकिन एक महिने पहले ही मनीष सिसोदिया ने शराब माफियाओं को दे दिया गया था ताकि वे अपनी कमाई के जरिया की रुपरेखा तैयार कर सके। इतना ही नहीं आबकारी विभाग रात-रात भर जागकर लाइसेंस अपलोड करने का काम करता रहा। इतना ही नहीं नई आबकारी नीति के लिए 100 करोड़ रुपये एडवांस पेमेंट दो कंपनियों से लिया गया।

श्री संबित पात्रा ने कहा कि जब सिसोदिया को इस बात का आभास हो गया कि वह पूरी तरह से सीबीआई की गिरफ्त में घिर चुके हैं तो उन्होंने 30 सितम्बर 2022 को अपने ओएसडी निखिल से चिट्ठी लिखवाई जिसमें उन्होंने नई आबकारी नीति की सभी फाइल्स की कापी मंगावाई। ऐसे में सवाल उठता है कि जब सीबीआई, ईडी जांच एजेंसियों के पास फाइल्स चले गए थे तो उस वक्त आखिर मनीष सिसोदिया को क्या आवश्यकता पड़ी थी जो उन्होंने फाइल्स मंगवाई। सीबीआई और ईडी से कापी मांगने की जगह आखिर क्यों सिसोदिया अपने ही विभाग से कापी मांग रहे थे।

श्री पात्रा ने कहा कि आज अरविंद केजरीवाल गारंटी देने की बात कर रहे हैं। वे लोग जो खुद वारंटी पर हैं, जो लोग भ्रष्टाचार में लिप्त होने पर उनके ऊपर वारंट हैं वो अब भला क्या गारंटी देंगे। केजरीवाल कहा करते थे कि वे राजनीति में नहीं आएंगे, वे भ्रष्टाचार मुक्त भारत बनाएंगे लेकिन आज उनकी पार्टी देश की सबसे भ्रष्ट पार्टी बन चुकी है।

श्री आशीष सूद ने कहा केजरीवाल का गारंटी कार्ड एक छलावा है, हर राज्य में इसी से लोगों को ठगते हैं।

श्री आशीष सूद ने कहा केजरीवाल के गांरटी कार्ड पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह ठीक उसी प्रकार का है जैसे कांग्रेस राहुल गांधी को बार-बार रिलॉन्च करने की कोशिश करती है। केजरीवाल भी अपनी गारंटियों को रिलॉन्च करने का काम करते रहे हैं। पहले दूसरे राज्यों में होने वाले चुनावों में और अब वही गारंटियों को एमसीडी चुनाव में भी। उन्होंने सवाल किया कि केजरीवाल के पिछले गारंटियों का क्या हुआ।

श्री सूद ने कहा झुग्गीवालों को मकान देने की बात हो या फिर अन्य वायदें हो। 26 विधानसभाओं से ज्यादा अनाधिकृत कॉलोनियों में रहने वाले लोग हैं जिन्हें केजरीवाल की सरकार ने नारकीय जीवन जीने को मजबूर किया है।

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