शिक्षा क्रांति के दावे के साथ देश के अन्य राज्यों को मनीष सिसोदिया लोन पर देने के ऑफर की बजाए अरविंद केजरीवाल पहले मनीष सिसोदिया को भाजपा शासित छोटे से राज्य गोवा की सरकारी स्कूलों की बेहतर व्यवस्था को समझने के लिए भेजें-वीरेन्द्र सचदेवा

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*केजरीवाल फिनलैंड से दिल्ली के सरकारी स्कूलों की व्यवस्था की तुलना करते हैं तो वह यह जान लें कि फिनलैंड में प्रति 269 छात्रों के लिए एक सरकारी स्कूल उपलब्ध है तो दिल्ली में औसतन 3897 छात्रों के लिए एक स्कूल उपलब्ध है-वीरेन्द्र सचदेवा

दिल्ली भाजपा कार्यकारी अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है कि रोज एक ही झूठ बोलकर उसका भ्रम फैलाकर राजनीतिक छवि का विकास करने में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कोई भी सानि नहीं है। गत आठ साल से अरविंद केजरीवाल एवं उनके उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया दिल्ली में शिक्षा क्रांति लाने को लेकर एक-दूसरे को बधाई देते हैं और ऐसा भ्रम बना दिया है कि मानो दिल्ली में आज विश्व की सबसे अच्छी निःशुल्क शिक्षा उपलब्ध है जबकि वास्तविकता इसके ठीक विपरित है।

श्री वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल एवं मनीष सिसोदिया दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था की तुलना फिनलैंड की शिक्षा व्यवस्था से करते हैं, पहली बात तो यह तुलना बेमायने हैं क्योंकि फिनलैंड की परिस्थितियों और दिल्ली की परिस्थितियों में जमीन आसमान का अंतर है। गत शिक्षा सत्र में फिनलैंड में कुल 5,62,400 स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र थे जिनके लिए 2085 सरकारी कंप्रिहेंसिव स्कूल एवं 371 उच्चतर माध्यमिक स्कूल उपलब्ध हैं। इसके अलावा 83 म्यूजिक स्कूल, 80 वोकेशनल स्कूल, 60 कंप्रिहेंसिव स्पेशल स्कूल के अलावा 41 उच्चत्तर माध्यमिक स्पेशल स्कूल उपलब्ध हैं। अगर एक औसत अनुसार देखें तो फिनलैंड में हर 269 छात्रों के लिए एक कंप्रिहेंसिव स्कूल उपलब्ध है।

श्री सचदेवा ने कहा है कि इसके ठीक विपरित दिल्ली सरकार के दावे अनुसार 2021 में दिल्ली के सरकारी स्कूलों में लगभग 18 लाख छात्र हैं और उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में सरकारी स्कूलों की संख्या 1047 है। दिल्ली में ना तो कोई विशेष स्कूल हैं और ना ही कोई म्यूजिक स्कूल या वोकेशनल स्कूल हैं। दिल्ली में औसतन एक सरकारी स्कूल में 3897 छात्र पढ़ते हैं।

श्री सचदेवा ने कहा है कि जिस शहर के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री रात-दिन शिक्षा क्रांति का दावा करते हैं वहां 90 प्रतिशत उच्चत्तर माध्यमिक स्तर स्कूलों में विज्ञान एवं कॉमर्स का ना पढ़ाया जाना शिक्षा क्रांति की पोल खोलने के लिए काफी है।

दिल्ली भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा है कि बेहतर होगा कि शिक्षा क्रांति के दावे के साथ देश के अन्य राज्यों को मनीष सिसोदिया लोन पर देने के ऑफर की बजाए अरविंद केजरीवाल पहले मनीष सिसोदिया को भाजपा शासित छोटे से राज्य गोवा की सरकारी स्कूलों की बेहतर व्यवस्था को समझने के लिए भेजें जहां कुल 15 लाख आबादी के लिए 882 स्कूल उपलब्ध हैं।

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