एलआईसी घोटाले के संदर्भ में पूछे एक प्रश्न के उत्तर में श्री मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि देखिए, सभी पार्टियां ने मिलकर, हमने एक स्टैंड लिया है कि ये एलआईसी के पैसे की जो बर्बादी हुई है और एसबीआई बैंक से भी लोन लेकर, पंजाब नेशनल बैंक भी इसमें इन्वॉल्व है शायद, ऐसी बहुत सी संस्थाएं हैं, आर्थिक संस्थाएं हैं, उन सभी ने पैसा इस अडाणी इंटरप्राइस में लगाया है। तो हम किसी को व्यक्तिगत या किसी इंडिविजुअल को टारगेट नहीं कर रहे हैं। हमारा टारगेट ये है कि सामान्य जनता का पैसा जो उसमें फंसा हुआ है और जो आज दिवाला हुआ है एलआईसी में और एसबीआई में, सामान्य जनता वहाँ पर अपनी पॉलिसियों के पैसे उसमें रखती है, एसबीआई में कॉमन मैन के पैसे डिपोजिट रखे हुए हैं। तो इन पैसों के लिए इस घोटाले के बारे में हम ये चाहते हैं कि एक जांच हो या तो ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी से हो या सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस के नेतृत्व में डे टू डे बेसिस पर इसकी जांच होकर जो भी इसमें गलतियां की हैं, जो भी हो सकता है, करके जिनसे भी, उन्होंने क्यों नहीं देखा या आरबीआई ने इस पर क्यों नहीं सोचा, ये सारी चीजें उस वक्त आएंगी और जो भी चीजें बाहर निकलेंगी, तब उसके तहत इस पर एक्शन लेना है, क्या करना है।
एक अन्य प्रश्न की सरकार की ओर से यह कहा जा रहा है कि विपक्ष सुचारू रूप से सदन क्यों नहीं चलने दे रहा के उत्तर में श्री खरगे ने कहा कि बार-बार उनकी बात क्यों करते हैं। मोदी जी क्या बोल रहे हैं, वो बोलिए। देखिए, ये बात इतनी है, सदन हमें चलाना है, हम चलाएंगे, लेकिन जो न्याय मिलना है, न्याय के लिए भी हम लड़ते रहेंगे। सभी पार्टियों की यही राय है, फिर हम कल 10 बजे मिल रहे हैं, फिर मिलकर इस मुद्दे को उठाएंगे।