भ्रष्टाचार मुक्त शासन का नारा देने वाले अरविन्द केजरीवाल दिल्ली सरकार में हुए भ्रष्टाचारों के मास्टर माईंड है। केजरीवाल शराब मंत्री मनीष सिसोदिया से इस्तीफा लें।- चौ0 अनिल कुमार
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की दिल्ली सरकार का शराब नीति में 100 करोड़ की उगाही के भ्रष्टाचार का खुलासा प्रवर्तन निदेशालय ने किया हैं, जिसका इस्तेमाल आम आदमी पार्टी ने गोवा के चुनाव अभियान में किया है, जिसमें मुख्यमंत्री केजरीवाल का नाम भी प्रत्यक्ष रुप से सामने आया है, कि उन्हांने इस संबध में समीर महेन्द्रू से वीडियों काल पर बात की थी। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली कांग्रेस ने अरविन्द केजरीवाल की नई शराब नीति का शुरुआत से ही विरोध किया था और इसमें उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का मुख्य रुप से संलिप्तता में हुए भारी भ्रष्टाचार की बात भी उजागर की थी। जिसके बाद केजरीवाल ने नई शराब नीति को लागू करने की गलती मानकर राजधानी में इसे बंद कर दिया था।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल का सरकारी जांच एजेंसियों द्वारा दाखिल चार्जशीट को काल्पनिक बताना लोकतांत्रिक व्यवस्था और प्रशासनिक प्रक्रियाओं का विश्वास नही रखने जैसा है। उन्होंने कहा कि निगम चुनाव में बहुमत हांसिल करने के बावजूद आम आदमी पार्टी द्वारा मेयर नही बना पाने से साबित हो गया है कि केजरीवाल का जहाज डूब रहा है। उन्होंने कहा कि ई.डी. द्वारा दायर चार्जशीट में साफ है कि आम आदमी पार्टी ने गोवा चुनाव में अधिकतर अदायगी केश की है, जिससे भ्रष्टाचार सामने आता है। आम आदमी पार्टी द्वारा गोवा चुनाव में शराब घोटाला के पैसा लगाने का ईडी द्वारा दाखिल चार्जशीट कोई नई बात नही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली कांग्रेस पहले से ही केजरीवाल पर आरोप लगाती रही है कि केजरीवाल दिल्ली का पैसा भ्रष्टाचार करके गोवा, पंजाब, हिमाचल, उत्तराखंड व गुजरात में इस्तेमाल किया है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि भ्रष्टाचार मुक्त शासन देने की बात करने वाले अरविन्द केजरीवाल आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा हुए प्रत्येक भ्रष्टाचार के मास्टर माईंड है। जिसका खुलासा ई.डी. द्वारा दाखिल चार्जशीट से हो चुका है। हर घोटाले में अरविन्द केजरीवाल खुद व अपने नेताओं को कट्टर ईमानदार इसलिए कहते हैं और आम आदमी पार्टी हर भ्रष्टाचारी की ढाल बनकर काम कर रही है। घोटाले में सीधी संलिप्तता के बाद केजरीवाल मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दें और शराब मंत्री मनीष सिसोदिया से इस्तीफा लें।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि पिछले 8 वर्षों में दिल्ली सरकार के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, 80 प्रतिशत मंत्री और आधे से अधिक विधायकों पर भ्रष्टाचार, अपराध और गैर कानूनी तरीके से काम करने के मामले दर्ज हुए है। शराब घोटाला, कोविड काल में ऑक्सीजन स्केम, डीटीसी घोटाला, क्लास रुम घोटाला, जल बोर्ड घोटाला व टैंकर घोटाला, वक्फ बोर्ड घोटाला, राशन घोटाला, पीडब्लूडी घोटाला, शहरी आश्रय बोर्ड में शौचालय घोटाला केजरीवाल की सरकार के मुख्य घोटाले हुए है। इनके मंत्री सत्येन्द्र जैन गैर कानूनी लेन-देन के मामले में जेल में है। परंतु केजरीवाल हर मुद्दे और आरोप से खुद और अपने मंत्री विधायकों को बेगुनाह साबित करते है।