देशभर में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ‘अड़ानी घोटाले’ की जांच जेपीसी से कराने की मांग को लेकर किया प्रदर्शन

Listen to this article
  • दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय, सौरभ भारद्वाज, दुर्गेश पाठक के नेतृत्व में भाजपा मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया
  • अडानी घोटाले की जांच ईडी-सीबीआई नहीं करेगी, इसी वजह से पूरे देश में जेपीसी (जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी) के माध्यम से जांच कराने की मांग उठ रही है- गोपाल राय
  • अगर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी घोटाले की जांच नहीं कराते हैं तो इसका मतलब वो भी घोटाले में शामिल हैं- गोपाल राय
  • अगर नरेंद्र मोदी और भाजपा के नेता इस घोटाले में शामिल नहीं है तो जांच करवाने से डर क्यों लग रहा है?- गोपाल राय
  • क्यों मोदी जी में अडानी का नाम लेने की हिम्मत नहीं है? जिस तरह का घोटाला अडानी ने किया है, उससे देश आर्थिक ख़तरे के मुहाने पर खड़ा है- गोपाल राय
  • जब प्रधानमंत्री ही देश को डुबोने में लग जाए तो मां भारती के देशभक्त बेटी-बेटियों की जिम्मेदारी देश को बचाने की है- गोपाल राय
  • पूरे देश में ईडी और सीबीआई की जांच की नौटंकी करने वाले पीएम नरेंद्र मोदी से देश पूछ रहा है कि अडानी की जांच क्यों नहीं करा रहे? – गोपाल राय
  • कांग्रेसियों ने भी सब कुछ छुपाना चाहा था, इसी वजह से जनता ने कांग्रेसियों की विदाई कर दी- गोपाल राय
  • पीएम मोदी दिन-रात बोलते हैं लेकिन अड़ानी पर नहीं बोलते हैं और जहां मोदी जाते हैं वहीं अडानी पहुंच जाते हैं- सौरभ भारद्वाज
  • अड़ानी को आस्ट्रेलिया में कोयले की खदान, इजराइल में डिफेंस का सौदा, श्रीलंका में ग्रीन एनर्जी और बांग्लादेश में बिजली का ठेका दिलवाया है, इससे साबित हुआ है कि ईमानदार नहीं हैं- सौरभ भारद्वाज
  • हिंडनबर्ग इससे पहले भी कई कंपनियों का ख़ुलासा कर चुका है, इन्होंने दो साल रिसर्च के बाद दुनिया को बताया कि अड़ानी का शेयर डूबेगा- सौरभ भारद्वाज
  • जयपाल भट्टी ने गोलगप्पे वाली स्कीम 25 साल पहले बताई थी, उसी स्कीम से अड़ानी ने अपने 1 रुपए का शेयर फर्जी कंपनियों से खरीद कर 100 रुपए तक पहुंचाया फिर बैंकों से लोन लिया- सौरभ भारद्वाज
  • कांग्रेस सरकार देश की जमीनों को अंबानी को दे रही थी, जब 2014 में नरेंद्र मोदी आए तो वह अपना अडानी लेकर आए- दुर्गेश पाठक
  • कोरोना के बाद सभी लोगों की आय कम हो गई लेकिन अड़ानी की आय बढ़ती चली गई, इसका कारण यह है कि पूरा देश उठाकर एक आदमी को दे दिया गया- दुर्गेश पाठक
  • एलआईसी-एसबीआई सहित तमाम बैंकों में जो पैसा हम जमा करते हैं, वह अड़ानी को दिया जा रहा है कि आप निवेश करते रहिए- दुर्गेश पाठक
  • अड़ानी को लेकर आयी रिपोर्ट में सामने आया कि उसकी सभी कंपनियां फर्जी हैं, जब यह फर्जी आदमी गिरेगा तो पूरा देश खत्म हो जाएगा- दुर्गेश पाठक
  • हमने प्रधानमंत्री चुना है या दलाल चुना है! श्रीलंका के प्रधानमंत्री ने आधिकारिक स्टेटमेंट दिया कि भारत के पीएम नरेंद्र मोदी ने हमसे कहा कि यहां के सभी बिजनेस से जुड़े काम अड़ानी को दे दीजिए- दुर्गेश पाठक
  • आम आदमी पार्टी सहित सभी विपक्षी पार्टियों की मांग है कि जेपीसी से इस घोटाले की जांच करा लीजिए, उस कमेटी में भाजपा के सदस्य होने के बावजूद मोदी सरकार जांच के लिए तैयार नहीं हैं- दुर्गेश पाठक
  • भाजपा को पता है कि जांच होना शुरू हो गई तो सारी परतें खुलेंगी कि कैसे सबकुछ अड़ानी को दे दिया गया है- दुर्गेश पाठक

दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय, मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज, वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक के नेतृत्व में भाजपा मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। इसके जरिए आप कार्यकर्ताओं ने घोटाले की जांच जेपीसी (जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी) से‌ कराने की मांग रखी। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने कहा कि अडानी घोटाले की जांच ईडी-सीबीआई नहीं करेगी, इसी वजह से पूरे देश में जेपीसी के माध्यम से जांच कराने की मांग उठ रही है। अगर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी घोटाले की जांच नहीं कराते हैं तो इसका मतलब वो भी घोटाले में शामिल हैं। अगर नरेंद्र मोदी और भाजपा के नेता इस घोटाले में शामिल नहीं है तो जांच करवाने से डर क्यों लग रहा है? क्यों मोदी जी में अडानी का नाम लेने की हिम्मत नहीं है? जिस तरह का घोटाला अडानी ने किया है, उससे देश आर्थिक ख़तरे के मुहाने पर खड़ा है। जब प्रधानमंत्री ही देश को डुबोने में लग जाए तो मां भारती के देशभक्त बेटी-बेटियों की जिम्मेदारी देश को बचाने की है। पूरे देश में ईडी और सीबीआई की जांच की नौटंकी करने वाले पीएम नरेंद्र मोदी से देश पूछ रहा है कि अडानी की जांच क्यों नहीं करा रहे? कांग्रेसियों ने भी सब कुछ छुपाना चाहा था, इसी वजह से जनता ने कांग्रेसियों की विदाई कर दी। आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पीएम मोदी दिन-रात बोलते हैं लेकिन अड़ानी पर नहीं बोलते हैं और जहां मोदी जाते हैं वहीं अडानी पहुंच जाते हैं। अड़ानी को आस्ट्रेलिया में कोयले की खदान, इजराइल में डिफेंस का सौदा, श्रीलंका में ग्रीन एनर्जी और बांग्लादेश में बिजली का ठेका दिलवाया है। इससे साबित हुआ है कि ईमानदार नहीं हैं। हिंडनबर्ग इससे पहले भी कई कंपनियों का ख़ुलासा कर चुका है। इन्होंने दो साल रिसर्च के बाद दुनिया को बताया कि अड़ानी का शेयर डूबेगा। जयपाल भट्टी ने गोलगप्पे वाली स्कीम 25 साल पहले बताई थी। उसी स्कीम से अड़ानी ने अपने 1 रुपए का शेयर फर्जी कंपनियों से खरीद कर 100 रुपए तक पहुंचाया फिर बैंकों से लोन लिया। आम आदमी पार्टी के विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा कि कांग्रेस सरकार देश की जमीनों को अंबानी को दे रही थी। जब 2014 में नरेंद्र मोदी आए तो वह अपना अडानी लेकर आए। कोरोना के बाद सभी लोगों की आय कम हो गई लेकिन अड़ानी की आय बढ़ती चली गई। इसका कारण यह है कि पूरा देश उठाकर एक आदमी को दे दिया गया। एलआईसी-एसबीआई सहित तमाम बैंकों में जो पैसा हम जमा करते हैं, वह अड़ानी को दिया जा रहा है कि आप निवेश करते रहिए। अड़ानी को लेकर आयी रिपोर्ट में सामने आया कि उसकी सभी कंपनियां फर्जी हैं। जब यह फर्जी आदमी गिरेगा तो पूरा देश खत्म हो जाएगा। हमने प्रधानमंत्री चुना है या दलाल चुना है! श्रीलंका के प्रधानमंत्री ने आधिकारिक स्टेटमेंट दिया कि भारत के पीएम नरेंद्र मोदी ने हमसे कहा कि यहां के सभी बिजनेस से जुड़े काम अड़ानी को दे दीजिए। आम आदमी पार्टी सहित सभी विपक्षी पार्टियों की मांग है कि जेपीसी से इस घोटाले की जांच करा लीजिए। उस कमेटी में भाजपा के सदस्य होने के बावजूद मोदी सरकार जांच के लिए तैयार नहीं हैं। भाजपा को पता है कि जांच होना शुरू हो गई तो सारी परतें खुलेंगी कि कैसे सबकुछ अड़ानी को दे दिया गया है।

आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने आज देश भर में ‘अड़ानी घोटाले’ की मांग को लेकर जगह-जगह प्रदर्शन किया। दिल्ली में भाजपा मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर आप कार्यकर्ताओं ने घोटाले की जांच जेपीसी से‌ कराने की मांग रखी। इस दौरान प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने कहा कि आज पूरा देश प्रधानमंत्री, बीजेपी के सभी मुख्यमंत्रियों, नेताओं, प्रवक्ताओं और कार्यकर्ताओं से केवल एक ही बात पूछ रहा है कि हर बात पर जांच की नौटंकी करने वालो, अडानी की जांच से तुम्हें डर क्यों लग रहा है? अगर घोटाला गलत है तो जांच में साफ हो जाएगा। आखिर डर क्यों लग रहा है? टीवी चैनलों पर रोजाना भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता केवल एक ही बात कहते हैं कि नरेंद्र मोदी जी ने गुजरात से एक लेफ्टिनेंट गवर्नर दिल्ली में लाकर के बैठाया है। एलजी सुबह उठकर केवल यही कहता है कि दिल्ली के अंदर शिक्षा में घोटाला हो गया। बीजेपी द्वारा सीबीआई और ईडी के माध्यम से पूरे देश के चप्पे-चप्पे पर लोगों की आवाज को बंद करने के लिए जांच का नाटक चल रहा है। नरेंद्र मोदी जी आज पूरा देश कह रहा है कि अगर आप अडानी के इस घोटाले में शामिल नहीं है तो आपको जांच से डर क्यों लग रहा है? पार्लियामेंट के अंदर देश के प्रधानमंत्री कई मुद्दों पर बोलते रहे लेकिन उन्हें अडानी के घोटाले के बारे में नाम लेने की हिम्मत नहीं होती है। आज पूरे देश को अडानी घोटाले की जांच चाहिए। यह जांच इसलिए नहीं चाहिए कि अडानी की जांच हो रही है, बल्कि इसलिए होनी चाहिए कि आज जिस तरह का अपराध व घोटाला अडानी ने किया है, इसके चलते आज पूरा देश आर्थिक खतरे के मुहाने पर खड़ा है।

उन्होंने कहा कि एलआईसी और एसबीआई में अपना पैसा जमा करने वाले देश के लोगों की पूंजी डूबने की कगार पर खड़ी है। अभी यह भी साफ नहीं है कि जितनी फ्रॉड कंपनियां बनाकर देश के हर बैंक से जो पैसा लिया है, क्या वो भी खतरे में है। आज सभी देशभक्तों की केवल एक ही आवाज गूंज रही है कि नरेंद्र मोदी जी अडानी की जांच कराओ। तुम्हें डर क्यों लग रहा है? अगर नरेंद्र मोदी जी और भाजपा के नेता इस घोटाले में शामिल नहीं हैं तो जांच करवाने से डर क्यों लग रहा है? इस घोटाले की जांच न तो ईडी करेगी और न ही सीबीआई जांच करेगी। इसलिए पूरे देश में जेपीसी के माध्यम से जांच कराने की मांग उठ रही है। जेपीसी यानी पार्लियामेंट के अंदर जॉइंट पार्लियामेंट कमेटी, जिसमें सभी दलों के मेंबर्स शामिल होते हैं। ईडी और सीबीआई जांच करके नरेंद्र मोदी के सामने नहीं बोल सकती है। इसलिए नरेंद्र मोदी जी, अडानी के घोटाले की जांच कराओ। भाजपा जांच कराने से क्यों भाग रही है? आम आदमी पार्टी का जन्म भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए हुआ है। देश का एक नेता अरविंद केजरीवाल सीना तानकर कहता है कि जांच कराओ। जितनी बार भी जांच कराओगे, हम साफ निकलेंगे। लेकिन नरेंद्र मोदी जी और भाजपाइयो, तुम्हें इतना डर क्यों लग रहा है? एक बार जांच कराकर दूध का दूध और पानी का पानी होना चाहिए।

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने कहा कि यह देश किसी सरकार और किसी प्रधानमंत्री का नहीं है। यह देश मां भारती के करोड़ों बेटे-बेटियों का है। आज राष्ट्र के नाम पर राष्ट्र को खत्म करने की कोशिश हो रही है। आम आदमी पार्टी के सांसदों ने सदन में भी यह बात उठाई है। पूरे देश के हर कोने में आम आदमी पार्टी व अरविंद केजरीवाल जी का सिपाही खड़ा हो करके कह रहा है कि अडानी घोटाले की जांच कराओ। कब तक छुपाओगे। कांग्रेसियों ने भी सब कुछ छुपाना चाहा। इसी वजह से जनता ने कांग्रेसियों की विदाई कर दी। यह देश चाहता है कि अगर देश ने आपको मौका दिया है तो आप देश के लिए काम करो। अगर नरेंद्र मोदी जी को लगता है कि अपनी ताकत और सत्ता के दम पर इस आवाज को दबा देंगे। सीबीआई का डर दिखाकर जितनी भी आवाज को दबाने की कोशिश करोगे, उतने ही लोगों के दिलों तक आवाज पहुंचेगी। इसलिए घोटाले को दबाओ मत। इस घोटाले की जांच कराओ। ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके। हमें इस देश को बचाने की लड़ाई को आगे बढ़ाना है। अगर प्रधानमंत्री जी घोटाले की जांच नहीं कराते हैं तो इसका मतलब कि प्रधानमंत्री भी घोटाले में शामिल हैं। जब प्रधानमंत्री ही देश को डुबोने में लग जाएं, तो मां भारती के देशभक्त बेटी-बेटियों की जिम्मेदारी देश को बचाने की है।

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता व विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि केंद्र सरकार की पूरी नींव तीन-चार झूठ पर खड़ी हुई है। जब भाजपा समर्थकों से पूछा जाता है कि आप बीजेपी को क्यों वोट देते हैं? उनके पास केवल तीन-चार ही कारण होते हैं। पहले कहते थे कि भारतीय जनता पार्टी देश में बहुत कर रही है। अब लोगों को पता चल गया है कि देश में विकास नहीं हो रहा है। बेरोजगारी,महंगाई, पेट्रोल के दाम लगातार बढ़ रहे है। हर चीज में जनता को परेशानी झेलनी पड़ रही है। ऐसे में लोगों ने कहना शुरू किया कि भारत का विदेशों में बहुत नाम हो रहा है। मगर ये लोग कभी विदेश गए ही नहीं है, तो कैसे सच पता चलेगा कि विदेश में मोदी जी का नाम हो रहा है या नहीं? इस बारे में विदेशी से बात करनी पड़ेगी। इसलिए मैं आजकल विदेशी चीजों पर ज्यादा ध्यान दे रहा हूं। इससे पता लग रहा है कि भाजपा का विदेशों में नाम हो रहा है या नहीं।

25 जनवरी को हिंडनबर्ग में एक रिपोर्ट जारी हुई थी। हमें बाद में पता चला कि हिंडनबर्ग ने कई सारी रिपोर्ट्स पहले भी निकाली है। हिंडनबर्ग पहले भी घोटाले करने वाले कई चोर को पकड़ चुका है। हिंडनबर्ग इस तरह के चोर पकड़ने का काम कई सालों से कर रहा है। साथ ही स्टॉक मार्केट में बड़े-बड़े चोरों का पर्दाफाश करता है। हिंडनबर्ग का किसी भी घोटाले का पर्दाफाश करने का तरीका बहुत शानदार है। हिंडनबर्ग जब किसी की भी स्टॉक की कंपनी के बारे में खुलासा करता है तो सबसे पहले उसके शार्ट के शेयर खरीदा है। वो अपना अरबों रुपए इस चीज पर लगाता है कि यह कंपनी डूबेगी और मैं अपना पैसा लगा रहा हूं। हिंडनबर्ग कहता है कि मैं अपनी रिपोर्ट दूंगा और अपना पैसा इस चीज पर लगाऊंगा कि यह डूबेगा। यह सिर्फ हवाबाजी नहीं है। हिंडनबर्ग ने 2 साल तक रिसर्च की। पहले उसने अपना पैसा लगाया और इसके बाद रिपोर्ट जारी की। सब कह रहे थे कि पैसा नहीं डूबेगा, लेकिन अब अडानी के शेयर करीब 50 परसेंट डूब चुके हैं। शेयर मार्केट में 50 परसेंट डूबना बहुत बड़ी बात होती है। कहा जा रहा है कि अब भी शेयर और डूबेगा।

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि एक नीव यह थी कि नरेंद्र मोदी जी का नाम विदेशों में हो रहा है, लेकिन विदेशों में नाम नहीं हो रहा है। दूसरी नीव यह कि बीजेपी वाले बहुत ईमानदार हैं। अगर आप कहोगे कि यह मंत्री बहुत बड़ा चोर है। तो बीजेपी वाले कहेंगे कि हां यह तो बहुत बड़ा चोर है, मगर मोदी जी चोर नहीं है। मोदी जी के नाम पर वोट दे दो, क्योंकि इनके बीवी बच्चे नहीं है। कांग्रेस के जमाने में जितने भी चोरी, कॉ़मन हेल्थ, कोलगेट के आरोप लगे थे, उसमें किसी ने भी मनमोहन सिंह को चोर नहीं कहा था। क्योंकि मनमोहन सिंह जी कि केवल एक ही समस्या थी कि वह बोलते नहीं थे। आसपास खूब चोरी हो रही है, लेकिन मनमोहन सिंह मोन थे। इसका मतलब चोरी में उनका संरक्षण है। उन्होंने कहा कि तुम चोरी करते रहो लेकिन मैं चुप हूं। मगर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरा दिन-रात बोलते हैं। मगर जिस बात पर बोलना है उस बात को नहीं बोलते हैं।

देश के प्रधानमंत्री तो मरे हुए लोगों के बारे में भी बुरा बोलते हैं। लेकिन अडानी के घोटाले के बारे में कोई बात नहीं बोल रहे हैं। इसलिए यह सबसे बड़ा मामला है। आज यह बात साबित हो गई है कि नरेंद्र मोदी जी ईमानदार नहीं है। जहां-जहां मोदी जी जाते थे, वहां-वहां अडानी जी उनके साथ प्लेन में जाते थे या पहले नरेंद्र मोदी जी जाते थे और उसके बाद अडानी जी वहां पर पहुंच जाते थे। मोदी जी ऑस्ट्रेलिया गए, वहां पर कोयले की खदान दिलाई। बांग्लादेश में बिजली का ठेका और श्रीलंका में ग्रीन एनर्जी का ठेका दिलवाया। इजराइल के अंदर रक्षा सौदों का ठेका दिलवाया। नरेंद्र मोदी जी को विदेश जाने का बहुत शौक है। या तो नरेंद्र मोदी जी विदेश में होते हैं या चुनाव के लिए किसी प्रदेश में होते हैं। देश को तो को कोई फायदा नहीं हुआ तो फिर यह विदेश क्यों जाते थे? नरेंद्र मोदी जी केवल अडानी के लिए विदेश जाते थे। श्रीलंका की पार्लियामेंट की कमेटी के अंदर उनकी बिजली की कॉरपोरेशन के चेयरमैन का 2 साल पहले बयान दर्ज हुआ था। उन्होंने श्रीलंका के पार्लियामेंट में कहा था कि यह ठेका हम अडानी को नहीं देना चाहते थे। मगर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दबाव में यह ठेका अडानी को दिया गया। यह बात विदेशों में कही जा रही है। विदेशों में हमारे देश का यह नाम हो रहा है।

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आज समय है कि आप अपने भाजपा के दोस्तों को बताओ कि इस देश के अंदर यह कुकर्म हो रहे हैं। जब आपका खून कॉमनवेल्थ 2जी, कोलगेट में पैसा खाने के लिए खौला था, यह घोटाला उससे भी बहुत बड़ा है। इस बारे में सभी से चर्चा कीजिए कि किस तरीके से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक्सपोज हुए हैं। उनका सबसे खास आदमी, अडानी इतना बड़ा घोटालेबाज निकला। इस तरीके से वह काले धन को देश से ले जाकर उसी धन को वापस लाकर अपने शेयर्स बढ़ाता था। जसपाल भाटी जी ने जो गोलगप्पे वाली स्किम 25 साल पहले बताई थी, उसी स्किम से अडानी ने अपने 1रूपये का शेयर फ़र्ज़ी कंपनियों से ख़रीद कर 100 रूपये तक पहुंचाया है। यानी पहले अडानी ने अपनी एक रुपए की चीज की कीमत 100रूपये पहुंचा दी। फिर 100 रूपये की वही चीज हमारे बैंक में गिरवी रखी। बैंक से कहा कि मैंने आपके पास 100 रूपये की चीज गिरवी रखी है इसलिए आप मुझे 50 रूपये दे सकते हो। इस बात पर बैंक राजी हो गए। इसी तरह आडानी ने एक रुपए कीमत की चीज को 100 रूपये का बताकर एसबीआई और एलआईसी के अंदर रख दी। बैंक से 50 रूपये उधार लिए। अब वही 100 रूपये की चीज गिरनी शुरू हुई। अब वही चीज वापस एक रुपए पर ही पहुंचेगी। आपके जो 50 रूपये बैंक में गए वह जीरो हो गए। इस तरह से आपको घाटा होगा। आपका जो पैसा एसबीआई, एलआईसी और स्टॉक मार्केट में था, वो देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आशीर्वाद से आप सबके सामने लूट रहा है। लेकिन इस बारे में कोई कहने वाला नहीं है। सीबीआई और ईडी भी घोटाले की कोई जांच नहीं कर रही है।

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक ने कहा कि जब अन्ना आंदोलन चल रहा था तब पूरे देश के अंदर हम प्रदर्शन करते थे और गिरफ्तार होते थे। तब एक ही बात कहते थे कि कांग्रेस सरकार देश की जमीनों को अंबानी को दे रही है। जब 2014 में नरेंद्र मोदी आए तो वह अपना अडानी लेकर आए। दुनिया के अमीर लोगों की सूची में उनका नाम 2014 में 600 से भी पीछे था। लेकिन एक सप्ताह पहले तक वह दुनिया के दूसरे सबसे अमीर आदमी बन गए थे। सिर्फ छह साल में उनकी संपत्ति की हजार गुना बढ़ गई।

उन्होंने कहा कि यहां मौजूद एक भी व्यक्ति बताए जिसकी आय इतनी गुना बढ़ गई हो। कोरोना के बाद सभी लोगों की आय कम हो गई है लेकिन अड़ानी की आय बढ़ती चली जा रही है। इसका कारण यह है कि पूरा देश उठाकर एक आदमी को दे दिया गया है। देश के सभी एयरपोर्ट, बिजली, सड़क निर्माण, रेलवे, परिवहन और रक्षा भी उन्हीं को दे दिया गया है। हाल ही में अड़ानी को लेकर आयी रिपोर्ट में पता चला कि वह कैसे व्यापार करता है। उसकी सभी कंपनियां फर्जी हैं। मॉरिशस में एक ही पते पर कई कंपनियां पंजीकृत कर रखी हैं। उन कंपनियों से इधर-उधर खरीद-फरोख्त की जा रही है। एक फर्जी आदमी को उठाकर पूरा देश दे दिया गया है। जब वह फर्जी आदमी गिरेगा तो पूरा देश खत्म हो जाएगा। इसलिए हम लोग यहां विरोध कर रहे हैं।

विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति ईमानदारी से व्यापार करता है तो कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन पूरा का पूरा देश उठाकर एक आदमी को दे देना गलत है। अगर वह व्यक्ति लूटकर चला गया तो कुछ नहीं बचेगा। एलआईसी, एसबीआई सहित तमाम बैंकों में जो पैसा हम जमा करते हैं, वह उठाकर उनको दिया जा रहा है कि आप निवेश करते रहिए।

उन्होंने कहा कि श्रीलंका के प्रधानमंत्री ने आधिकारिक स्टेटमेंट दिया कि भारत के पीएम नरेंद्र मोदी जब श्री लंका आए तो कहा कि यहां के सभी बिजनेस से जुड़े काम अड़ानी को दे दीजिए। यह प्रधानमंत्री का काम है या प्रॉपर्टी डीलर का काम है। हमने प्रधानमंत्री चुना है या दलाल चुना है। नरेंद्र मोदी देश के 2014 से प्रधानमंत्री हैं, लेकिन एक स्कूल-अस्पताल नहीं बनाया है। बस वह सारी संपत्ति अड़ानी को देते जा रहे हैं।

दुर्गेश पाठक ने कहा कि आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सदस्य संजय सिंह, प्रधानमंत्री से बिना डरे संसद के अंदर उन्हें एक्सपोज कर रहे हैं। पिछले दिनों जब पीएम संसद में बोल रहे थे तो वह बहुत परेशान थे। उतना ज्यादा पूरी जिंदगी में परेशान नहीं लगे। क्योंकि वह एक्सपोज होते जा रहे हैं। ईमानदारी का नकाब जो पहना था, वह पूरा गिर गया है। लोगों के पता चल गया कि प्रधानमंत्री ईमानदार नहीं बल्कि पिछले वाले से भी खराब है। हमारी मांग है कि जेपीसी से इस घोटाले की जांच करा लीजिए। सभी पार्टियां यह मांग कर रही हैं। उस कमेटी में भाजपा के सदस्य भी होते हैं, इसके बावजूद जांच के लिए तैयार नहीं हैं। क्योंकि इनको पता है कि जांच होना शुरू हो गई तो सारी परतें खुलेंगी कि कैसे सबकुछ अड़ानी को दे दिया गया है। इस घोटाले की जल्दी से जांच कराई जाए।

भाजपा की सरकार ईडी-सीबीआई का कैसे इस्तेमाल करती है, इसका एक गजब उदाहरण है। मुंबई एयरपोर्ट को एक कंपनी चलाती थी। तब शायद अड़ानी ने उनसे बात की होगी की यह हमें दे दीजिए। लेकिन शायद उन्होंने मना कर दिया। उस कंपनी के ऊपर ईडी की रेड पड़ी और अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया। उस कंपनी ने बाद में पूरा एयरपोर्ट अड़ानी को दे दिया।

Print Friendly, PDF & Email

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *