*1984 कत्लेआम पीड़ितों को दिलवाई सरकारी नौकरी
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को बड़ी सफलता मिली है। कमेटी द्वारा 1984 कत्लेआम के पीड़ितों की लड़ाई लड़ते हुए उनहें इंसाफ दिलाने हेतु निरंतर संघर्ष किया जा रहा है इसी के चलते सरकार को मजबूर होकर 14 व्यक्तियों को सरकारी नौकरी देनी पड़ी है।
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष स. हरमीत सिंह कालका व महासचिव स. जगदीप सिंह काहलों, उपाध्यक्ष आत्मा सिंह लुबाणा के द्वारा आज एक प्रेस कान्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी। प्रेस कान्फ्रेंस में भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा भी मौजूद रहे।
स. हरमीत सिंह कालका ने बताया कि केन्द्र की सरकार ने 2006 में सिख कत्लेआम पीड़ित परिवारों के बच्चों को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की थी मगर दिल्ली की सरकार के द्वारा टालमटोल करते हुए इसे लटकाया जाता रहा। इसके पीछे सरकारों की क्या मंशा रही यह किसी से छिपा नहीं है। 2019 में जब मनजिंदर सिंह सिरसा दिल्ली कमेटी के अध्यक्ष और हरमीत सिंह कालका महासचिव थे तो उनके द्वारा इस पर विशेष संज्ञान लेते हुए मामला कोर्ट में ले जाया गया व कोर्ट में पिछले 4 वर्षों से लड़ाई लड़ते हुए कमेटी को सफलता हासिल हुई है। इस लड़ाई को लड़ने में आत्मा सिंह लुबाणा की भूमिका भी अहम रही है।
उन्होंने बताया कि 2006 के केन्द्र सरकार के आदेश में 72 व्यक्तियों को नौकरी देने की बात कही गई थी जिसमें से अभी केवल 14 लोगों को नौकरी दी गई है। अन्य 54 लोगों को भी जल्द नौकरी दिलवाई जाएगी और इसके बाद 1000 व पीड़ित परिवारों को सरकारी नौकरी दिलाने के लिए कमेटी कार्य कर रह है उसमें भी निश्चित तौर पर सफलता हासिल होगी।
स. मनजिंदर सिंह सिरसा ने बताया कि दिल्ली कमेटी निरंतर संघर्ष करती आ रही है। बीते समय में उनके साथ एक प्रतिनिधिमंडल भी दिल्ली के उपराज्यपाल से भी मिला था। गृहमंत्री द्वारा भी इस विषय को गंभीरता से लेते हुए दखलअंदाज़ी कर दिल्ली के उपराज्यपाल व कमिशनर को निर्देश दिये गये थे। जिसके चलते माननीय उपराज्यपाल के द्वारा 14 लोगों की पहली सूची निकाली गई है। बाकी सभी को आश्वासन दिया गया है कि जल्द ही उन्हें भी नौकरी दी जाएगी। स. सिरसा ने बताया कि इसके लिए 3 श्रेणियां बनाई गई थी जिसमें पहले वह लोग थे जिनके पास 12वीं का सर्टिफिकेट या दूसरे वह जो अशिक्षित थे व तीसरी श्रेणी में वह लोग थे जिसमें पीड़ित लोगों ने अपने किसी संबंधी को नौकरी देने की पेशकश की थी।
उन्होंने कहा कि गुझे इस बात की खुशी है कि दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष स. हरमीत सिंह कालका, महासचिव जगदीप सिंह काहलों सहित अपनी समूची कमेटी बधाई की पात्र है। उन्ह पीड़ितों की समस्याओं को लगातार उठाते आ रहे हैं।
स. लुबाणा ने बताया कि बीते समय में गुरुद्वारा रकाबगंज परिसर में स्थित दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के कार्यालय में भी नौकरी के लिए पीड़ित परिवारों के द्वारा जो फार्म भरे गये थे उसमें से भी जो नौकरी के लिए योग्य होंगे उनहें नौकरी दिलवाने के लिए पूरा प्रयास किया जाएगा।