भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार ने बारापुला नाले की सफाई में प्रयोग की गई तकनीक व दिल्ली नगर निगम के प्रयासों की प्रशंसा की
भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार (पीएसए), प्रोफेसर अजय कुमार सूद ने डीएम-80 ड्रेनमास्टर की मदद से बारापुला नाले की सफाई और गाद निकालने के कार्य का जायजा लेने के लिए दक्षिण दिल्ली में भोगल मार्केट के पास कार्य स्थल का दौरा किया। बारापुल्ला नाले की सफाई और गाद निकालने के कार्य में उपयोग में लाया गया यह स्व-चालित ड्रेनमास्टर मैसर्स क्लीनटेक इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विकसित किया गया है जो जल तथा स्थल पर कार्य करने की तकनीक से लैस है। बारापुल्ला नाले की सफाई और गाद निकालने की यह पहल वेस्ट टू वेल्थ मिशन के तहत दिल्ली नगर निगम व भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के कार्यालय के तहत की गई है। इस दौरे में पीएसए कार्यालय के सलाहकार डॉ. मनोरंजन मोहंती, दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की अतिरिक्त आयुक्त, सुश्री साक्षी मित्तल, आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय (एमओएचयूए) में निदेशक श्री बिनय झा,एमसीडी के प्रमुख अभियंता, श्री पी.सी. मीणा, श्री दिलीप रमनानी, मुख्य अभियंता, श्री सुधीर मेहता और एमसीडी, पीएसए कार्यालय एवं वेस्ट टू वेल्थ मिशन के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार, प्रोफेसर सूद ने सफाई की इस तकनीक और बारापुल्ला नाले को साफ करने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा, कि यह प्रोजेक्ट इस बात का उत्कृष्ट उदाहरण है कि कैसे विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी कचरे के निस्तारण में आने वाली चुनौतियों का हल निकाल सकती हैं।
भीड़भाड़ वाले इलाकों में खुले नालों की सफाई करना हमेशा एक चुनौतीपूर्ण कार्य रहा है क्योंकि वहां जेसीबी मशीन और पोकलेन आदि जैसे पारंपरिक उपकरणों की पहुंच नहीं होती है या फिर सीमित पहुंच होती है। इसके अलावा, नाले के दोनों किनारों पर स्थित तंग गलियों वाली मानव बस्तियां एकत्रित कचरे के निस्तारण को कठिन बना देती हैं। दक्षिण दिल्ली का बारापुल्ला नाला एक ऐसा नाला है जो विभिन्न स्थानों पर नालियों, कचरे और मलबे के करण अवरुद्ध है। इसके परिणामस्वरूप दुर्गंध, मच्छर जनित बीमारियां एवं स्वास्थ्य के लिए हानिकारक स्थितियां पैदा होती हैं और मानसून में जलभराव की समस्या आती है।
इस गंभीर समस्या का समाधान करने हेतु, ‘वेस्ट टू वेल्थ मिशन’ के तहत दिल्ली नगर निगम ने भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के कार्यालय के साथ मिलकर संयुक्त रूप से एक स्वदेशी मशीन- ड्रेनमास्टर डीएम-80 की मदद ली। डीएम-80 को मैसर्स क्लीनटेक इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड, मुंबई द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है। डीएम-80 यूनिट का चयन निर्माण और विध्वंस मलबे (सीएंडडी वेस्ट) सहित मिश्रित कचरे, जिन्हें हटाना और उनका निस्तारण करना बहुत कठिन होता है, से भरे शहरी नालों की सफाई के लिए प्रौद्योगिकियों के मामले में आने वाले महत्वपूर्ण अंतर को पाटने के उद्देश्य से किया गया था।
ड्रेनमास्टर डीएम-80 एक स्व-चालित, परिवहन योग्य और जल तथा स्थल पर चलने योग्य मशीन है जिसमें बहुउद्देश्यीय संलग्नक हैं जो प्रतिदिन 50-100 घनमीटर कचरे को हटाने में सक्षम हैं और शहरी नालों (7 मीटर से अधिक चौड़ाई वाले) की सफाई के दौरान आने वाली चुनौतियों से पार पाने में सक्षम है। इसकी यह विशेषता इसे देश के शहरी क्षेत्रों में उपयोग के लिए एक महत्वपूर्ण तकनीक बनाती है।
डीएम-80 यूनिट को एक साल के लिए 3 जनवरी, 2022 से 2 जनवरी, 2023 तक संचालित किया गया था। इस अवधि के दौरान,क्लीनटेक इंफ्रा ने सन डायल पार्क से लेकर जंगपुरा तक बारापुल्ला नाले के लगभग तीन किलोमीटर के हिस्से की सफाई और गाद निकालने के लिए इस यूनिट का संचालन करते हुए लगभग 3000 टन कचरे को हटाया। दिल्ली नगर निगम ने नाले से निकाले गए इस कचरे के निपटान के लिए सहायक उपकरण प्रदान किए। दिल्ली नगर निगम दिल्ली के अन्य नालों की सफाई के लिए ड्रेनमास्टर डीएम-80 यूनिट को तैनात करने पर विचार कर रहा है।