सदन को रुलिंग पार्टी नहीं चलने देती लेकिन इसके बावजूद आम आदमी पार्टी विधायकों के ऊपर कोई कार्रवाई क्यों नहीं होती- विजेन्द्र गुप्ता

Listen to this article

*रोहिणी में स्कूल के उद्घाटन के वक्त हुए केजरीवाल के विरोध के कारण ही हमें विधानसभा से एक साल के लिए निलंबित करने का फरमान जारी किया गया – विजेन्द्र गुप्ता

*विधानसभा स्पीकर का एक आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता की तरह व्यवहार करना बेहद दुखद है – हर्ष मल्होत्रा

दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष एवं विधायक श्री विजेन्द्र गुप्ता और प्रदेश महामंत्री श्री हर्ष मल्होत्रा ने आज एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन कर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सरकार के तानाशाही रवैये को उजागर किया और कहा कि यह बेहद ही दुर्भाग्य की बात है कि दिल्ली सरकार समाज के बीच में तानाशाह की तरह व्यवहार करती है। संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश प्रवक्ता श्री यासिर जिलानी भी उपस्थित थे।

विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि विधानसभा में भाजपा विधायकों के आवाज को दबाने का षडयंत्र आम आदमी पार्टी के विधायक कर रहे हैं, वह षड्यंत्र बेनकाब हो चुका है। उन्होंने कहा कि अगर एक सत्ताधारी पार्टी के ऊपर हाई कोर्ट अपने आदेश में सदन ना चलने देने का आरोप लगाता है तो इससे शर्मनाक और क्या हो सकता है।

विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि दिल्ली के वित्त मंत्री ने इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए कई मुद्दों को सार्वजनिक किया और उसी को दूसरे मंत्री गोपाल राय ने ट्वीट किया। दो-दो मंत्री इस तरह से बजट को पेश होने से पहले सार्वजनिक करते हैं और जब विपक्ष मुद्दा उठाता है तो एक साल के लियें बैन करने का तुगलकी फारमान जारी कर दिया जाता है। दिल्ली सरकार में बैठे आम आदमी पार्टी के नेता सिर्फ लोकतंत्र का मजाक बना रहे हैं।

विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि सत्ता में होने के बावजूद आम आदमी पार्टी के विधायक सदन को चलने नहीं देते। तीन-तीन घंटों तक सदन स्थगित रहा लेकिन किसी भी आम आदमी पार्टी के विधायक पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई।

उन्होंने आरोप लगाया कि रोहिणी में स्कूल के उद्घाटन के वक्त हुए केजरीवाल के विरोध के कारण ही मुझे विधानसभा से एक साल के लिए निलंबित करने का फरमान जारी किया गया।

हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेताओं की सिर्फ जुबान पर लोकतंत्र होता है लेकिन हकीकत इसके बिल्कुल विपरीत है। इसका कई उदाहरण पिछले आठ सालों में देखने को मिल चुके है। विधानसभा के अंदर भी हमने देखा कि किस तरह से भाजपा विधायकों को साधारण बात कहने पर भी मार्शल से बाहर करवा दिया जाता है। उन्होंने कहा कि इससे बड़ी दुख की बात नहीं हो सकती कि जो विधानसभा में स्पीकर हैं, वह महज एक आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता की तरह भाजपा विधायकों के साथ सौतेला व्यवहार करते हैं।

मल्होत्रा ने कहा कि उच्च न्यायालय ने अरविंद केजरीवाल के मुंह पर कानूनी तमाचा जड़ा जब विधानसभा में एक साल के लिए विधायक श्री विजेन्द्र गुप्ता को बैन करने के फैसले को खारिज कर दिया गया। केजरीवाल चाहते हैं कि उनके द्वारा बनाई गई किसी भी योजना चाहे उसमें कितना भी भ्रष्टाचार क्यों ना हो, भाजपा विधायक उस पर कुछ ना बोले।

Print Friendly, PDF & Email

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *