केजरीवाल सरकार ने 8 साल में दिल्ली जल बोर्ड को दिवालिया संस्था बना दिया है — दिल्ली जल बोर्ड की बर्बादी एवं यमुना सफाई घोटाले की सी.बी.आई. जांच आवश्यक

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जल बोर्ड पर आज 71000 करोड़ के कर्ज – दिल्ली सरकार 2023-24 का पूरा बजट भी दे दे तो जल बोर्ड आर्थिक संकट से नही निकलेगा — वीरेन्द्र सचदेवा

8 साल से यमुना सफाई के नाम पर चल रहा घोटाला – गत 5 साल में ही केजरीवाल सरकार ने 6800 करोड़ रूपये का किया बंदरबांट फिर भी यमुना पहले से ज्यादा मैली — वीरेन्द्र सचदेवा

8 साल में केजरीवाल सरकार ने ना यमुना सफाई के लियें आवशयक आमोनिया ट्रीटमेंट प्लांट लगाये ना नालों पर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट — वीरेन्द्र सचदेवा

जल बोर्ड की बर्बादी एवं यमुना सफाई लूट के पैसे से चल रहा केजरीवाल का राष्ट्र अभिदान विस्तार अभियान — वीरेन्द्र सचदेवा

दिल्ली वाले 4 जून को यमुना सफाई को आयोजित मानव श्रंखला कार्यक्रम से जुड़ें — वीरेन्द्र सचदेवा

दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने आज एक पत्रकार सम्मेलन में कहा है की गत 8 साल में अरविंद केजरीवाल सरकार ने नवरत्न सरकारी संस्थान दिल्ली जल बोर्ड जो 2014-15 में 700 करोड़ के वार्षिक लाभ में था को आर्थिक बर्बादी में धकेल दिया है और आज दिल्ली बोर्ड पर 71000 करोड़ रूपए का कर्ज है।
दिल्ली जल बोर्ड बर्बादी में पहुंच गया है और दिल्ली वाले आज भी पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं, झुग्गी बस्ती से लेकर पाश कॉलोनियों तक जल बोर्ड से लोगों को काला गंदा पानी आने की शिकायत है। अंधिकृत कॉलोनी हो, झुग्गी बस्ती हों या स्लम बस्ती सभी जगह नई पानी सप्लाई की पाइपलाइन डालने का काम ठप्प है।

इसी तरह गत 8 साल में यमुना सफाई पर केजरीवाल सरकार ने 6800 करोड़ रूपए की बंदरबांट के बावजूद यमुना पहले से अधिक मैली है।

पत्रकार सम्मेलन में दिल्ली भाजपा प्रवक्ता श्री हरीश खुराना एवं श्री प्रवीण शंकर कपूर और मीडिया रिलेशन विभाग सह प्रमुख श्री विक्रम मित्तल भी उपस्थित थे।

सचदेवा ने कहा है की लाभ में चलने वाला जल बोर्ड आज 71000 करोड़ केे कर्ज में और दिल्ली सरकार इस वित्त वर्ष 2023-24 का पूरा बजट भी झोंक दे तो भी इसे लाभ में नही ला सकती।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है की केजरीवाल सरकार अक्सर यमुना जल में आमोनिया की मात्रा बढ़ जाने के नाम पर कटौती करती है और इसका दोष हरियाणा पर डालने की कोशिश करती है जबकि खुद दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल कमेटी मानती है की दिल्ली हरियाणा बार्डर स्थित पल्ला गांव पर जब यमुना दिल्ली में घुसती है तो उसका जल लगभग निर्मल होता है। यह खेद पूर्ण है की विशेषज्ञों के अनुसार यमुना अपनी कुल यात्रा लगभग 1400 किलोमीटर की यात्रा में से केवल 34 किलोमीटर दिल्ली में बहती है पर यमुना के कुल प्रदूषण का लगभग 75% दिल्ली से जुड़ता है।

सचदेवा ने कहा है की यह जांच का विषय है की 8 साल की सत्ता के बावजूद केजरीवाल सरकार आखिर क्यों यमुना में आवश्यक 6 आमोनिया ट्रीटमेंट प्लांट और लगभग 22 आवश्यक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट नही लगा पाई।

यह शर्मनाक है की छोटे नालों की तो छोड़िए पूर्वी दिल्ली के मुख्य नाले और बारापुला नाले जैसे बड़े नाले बिना ट्रीटमेंट यमुना में गिर रहे हैं। इस संदर्भ में श्री सचदेवा ने दिल्ली के उपराज्यपाल श्री विनय कुमार सक्सेना द्वारा नजफगढ़ नाले की सफाई शुरू करवाने का जिक्र करते हुऐ वहाँ एस.टी.पी. का बड़ा प्लांट लगाने पर बल दिया।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है की यूँ तो दिल्ली के शराब एवं स्कूल निर्माण घोटालों पर खूब चर्चा होती है पर सच यह है की दिल्ली जल बोर्ड एवं यमुना सफाई केजरीवाल सरकार के दो सबसे बड़े घोटाले हैं और यह कहना अतिशयोक्ति ना होगा की अरविंद केजरीवाल खुद इसके जिम्मेदार हैं।

आज दिल्ली की जनता और भाजपा दोनों मानते हैं की यमुना सफाई एवं जल बोर्ड बर्बादी से सीधा आर्थिक लाभ केजरीवाल एवं आम आदमी पार्टी को हुआ है। इसी भ्रष्टाचार के पैसे से अरविंद केजरीवाल अपना राष्ट्र व्यापी राजनीतिक विस्तार अभियान चला रहे हैं।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने घोषणा की कि भाजपा मांग करती है की केजरीवाल सरकार के 8 साल में हुऐ यमुना सफाई एवं जल बोर्ड घोटाले की सी.बी.आई. जांच हो। उन्होने कहा इस संदर्भ में हम शीघ्र दिल्ली के उपराज्यपाल को मांग पत्र सौपेंगे।

पत्रकार सम्मेलन में दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने दिल्ली के नागरिकों से वरिष्ठ पत्रकार श्री रवि तिवारी के संयोजन में कार्यरत पत्रकारों एवं नागरिक से जुड़ी एन.जी.ओ. लोक संसद द्वारा आगामी 4 जून को यमुना सफाई संकल्प को लेकर आयोजित *मानव श्रंखला कार्यक्रम से जुड़ कर केजरीवाल सरकार को यमुना सफाई अभियान को तेज़ करने दबाव बनाने का आवहण किया।

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