*मदन लाल खुराना के बनाए हज हाउस को उजाड़ने पर आमादा हैं अरविंद केजरीवाल- रामवीर सिंह बिधूड़ी
*केजरीवाल सरकार जब तक नोटिस वापस नहीं लेती तब तक अल्पसंख्यक समाज इसी तरह सड़कों पर प्रदर्शन करता रहेगा – आतिफ रशीद
*केजरीवाल द्वारा राजनीतिक द्वेष से जारी फरमान मुस्लिम समाज के लिए बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है – इम्प्रीत सिंह बख्शी
*जब से हज कमेटी में भाजपा की जीत हुई है तब से दिल्ली सरकार तिलमिला गई है और बदले की राजनीति पर उतर चुकी है – कारी मोहम्मद हारुन
भारतीय जनता पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा द्वारा आज नेता प्रतिपक्ष श्री रामवीर सिंह बिधूड़ी के नेतृत्व में दिल्ली सरकार द्वारा हज हाउस खाली करने का नोटिस देने के विरोध में प्रदर्शन किया गया। मोर्चा प्रभारी श्री आतिफ रशीद, सह प्रभारी सरदार इम्प्रीत सिंह बख्सी एवं अध्यक्ष श्री कारी मोहम्मद हारून ने भी प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित किया।
प्रदर्शन में मोर्चा पदाधिकारी सर्वश्री अली रजा बिलाल जैदी, नियाज़ खान, महबूब हैदर, नईम सैफी, फिरोज मालिक, अमीर अहमद, अनीस अब्बासी, नवाब कुरैशी, शब्बीर हसन, इम्तियाज अहमद सहित सैकड़ों की संख्या में अल्पसंख्यक मोर्चा के कार्यकर्ता उपस्थित रहे और जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया।
नेता प्रतिपक्ष श्री रामवीर सिंह बिधूड़ी ने विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जो हज हाउस स्व: श्री मदन लाल खुराना जी के कार्यकाल में शुरु हुआ था उसे उजाड़ने पर अमादा हैं, लेकिन भाजपा ऐसा होने नहीं देगी। भाजपा दिल्ली के मुसलमानों के साथ खड़ी है और केजरीवाल को हज हाउस पर ताला लगाने की चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि रामजान के पवित्र महीने में अरविंद केजरीवाल अपनी मानसिक संतुलन खो चुके हैं।
श्री बिधूड़ी ने कहा कि अगर ताला लगेगा तो सबसे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी घर पर ताला लगेगा। उन्होंने कहा कि अच्छा होता कि केजरीवाल पहले अल्पसंख्यक नेताओं को बुलाकर इस समस्या पर बात करते लेकिन उन्होंने टकराव का रास्ता चुना है और भाजपा उनकी चुनौती को स्वीकार करती है। रामजान के महीनें में दिल्ली के मुसलमानों को परेशान करने का जो तुगलकी फरमान केजरीवाल ने जारी किया है, हम उसकी कड़ी निंदा करते हैं।
दिल्ली भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रभारी आतिफ रशीद ने कहा कि केंद्र सरकार ने जब हज पर जाने वाले यात्रियों (हाजियों) के लिए सुविधाएं देने की घोषणा की है तब से दिल्ली सरकार केंद्र के कामों में बाधा डालनी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली हज कमेटी के चुनाव में करारी हार का बदला लेने के लिए सरकार नोटिस जारी करके बदले की राजनीति का प्रमाण दिया है। सरकार की ऐसी अनेकों संपत्तियां है जिसका किराया अभी भी बाकी है उन्हें कोई नोटिस नहीं भेजा गया, लेकिन हज कमेटी में अपना चेयरपर्सन नहीं बन पाने के कारण अब केजरीवाल सरकार बदले की पर उतारू हैं। अल्पसंख्यक मोर्चा के कार्यकर्ता इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे और जब तक नोटिस वापस नहीं लिया जाता इसी तरह सड़कों पर प्रदर्शन जारी रहेगा।
मोर्चा के सह प्रभारी सरदार इम्प्रीत सिंह बख्शी सिंह ने कहा कि केजरीवाल का यह राजनीतिक द्वेष से जारी फरमान मुस्लिम समाज के लिए बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है आज रमजान के महीने में रोजे रखकर मुस्लिम समाज के लोग यहां कड़ी धूप में अपने हक के लिए केजरीवाल सरकार के तुगलकी फरमान के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं इससे बड़ी अरविंद केजरीवाल के लिए कोई शर्म की बात नहीं है। उन्होंने कहा की केजरीवाल सरकार को तुरंत इस नोटिस को वापस लेना चाहिए
दिल्ली प्रदेश अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष श्री कारी मोहम्मद हारुन ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केजरीवाल के इस तुगलकी फरमान का बहिष्कार किया उन्होंने कहा की केजरीवाल सरकार अब मुस्लिम समाज विरोधी पार्टी बन चुकीं है उन्होने कहा की जब से कौशर जहां हज कमेटी का चेयरमैन बनी हैं जब से दिल्ली सरकार तिलमिला गई है और बदले की राजनीति पर अमादा हो गई है। उन्होंने चेतावनी दी के अगर दिल्ली सरकार ने जल्द ही नोटिस वापस नहीं ले गया तो दिल्ली के कोने-कोने में अल्पसंख्यक समाज द्वारा इसके विरोध में प्रदर्शन जारी रहेगा।