मानसून की बारिश के आगमन से पूर्व तक दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम द्वारा राजधानी में डिस्लिटिंग की शुरुआत नही करना पूरी तरह गैर जिम्मेदाराना है।- चौ0 अनिल कुमार

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*केजरीवाल सरकार पिछले 9 वर्षों में दिल्ली का ड्रेनेज सिस्टम विकसित नही करना उनकी सबसे बड़ी विफलता है।- चौ0 अनिल कुमार

 दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की दिल्ली के प्रति बेरुखी के कारण मानसून से पूर्व राजधानी में नालों से गाद निकालने के काम की शुरुआत तक नही हो सकी है जबकि निगम में सत्तासीन आम आदमी पार्टी की मेयर का बयान कि 15 जून तक डिस्लिटिंग का काम पूरा कर लिया जाएगा यह पूरी तरह से अंधेरे में रखने वाला है, क्योंकि दिल्ली नगर निगम द्वारा डिस्लिटिंग के काम की जमीनी स्तर पर शुरुआत सिर्फ दस्तवेजों मे हुई है। उन्होंने कहा कि एक बहुत बड़ा प्रश्न है कि दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम को डिस्लिटिंग के लिए अलॉट बजट भ्रष्टाचार की भेट चढ़ जाता है क्योंकि आज तक किसी भी वर्ष 30-40 प्रतिशत से अधिक डिस्लिटिंग का काम पूरा नही हुआ।

चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि प्रत्येक वर्ष दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम की मानसून से पहले दिल्ली के करीब 2846 नालों जिनकी लम्बाई 3692 किलोमीटर है, इनकी सफाई की जिम्मेदारी होती है, जबकि 2050 किलोमीटर लम्बाई वाले 1100 नालों की सफाई का प्रबंधन पीडब्लूडी के आधीन है। बाकी दिल्ली नगर निगम सहित डीएसआईडीसी, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के अंतर्गत आते है। इन नालांं की डिस्लिटिंग का प्रत्येक वर्ष 15 मई तक पूरा करना होता है। परंतु केजरीवाल सरकार ने पिछले 9 वर्षों के शासन में आज तक नालों से गाद निकालने के काम कभी भी पूरा नही किया गया जिसका नतीजा कम बारिश में भी दिल्ली वालों को जल भराव और ट्रेफिक जाम का सामना करना पड़ता है जिसके घंटो कई किलोमीटर तक के जाम को झेलना पड़ता है।

चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल का बयान कि डिस्लिटिंग का काम आज तक की सरकारों ने नही किया हम युद्ध स्तर पर सीवर सफाई और डिस्लिटिंग के काम को अंजाम देंगे, पूरी तरह से बेमानी है क्योंकि पिछले 9 वर्षों से दिल्ली में उनकी सरकार है और दिल्ली नगर निगम में मौजूदा सरकार भी उनकी पार्टी की है। उन्होंने कहा कि पिछले 9 वर्षों के शासन में अरविन्द केजरीवाल सरकार दिल्ली के लिए कोई ड्रेनेज सिस्टम नही बना पाई है जिसके कारण प्रत्येक वर्ष दिल्ली को जलभराव का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की भांति दिल्ली की मेयर भी जमीन सच्चाई से हटकर हवा हवाई बातें कर रही है। दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम बयानबाजी की जगह डिस्लिटिंग के काम को युद्ध स्तर पर करना चाहिए, ताकि आने वाले दिनों में होने वाली बारिश से जल भराव और जाम से निजात मिल सके।

चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली सरकार और निगम द्वारा अब जब नालों से गाद निकाली जाऐगी तो वह बारिश से फिर नालों में बह जाऐगी क्योंकि दिल्ली में मानसून की बारिश कभी भी शुरुआत हो सकती है। उन्होंने कहा कि डिस्लिटिंग व गाद उठाने के काम में बड़े पैमाने में भ्रष्टाचार होता है और गाद उठाने वाली एजेंसी गाद निकाल कर बाहर करके उठाती ही नही है और बारिश के साथ फिर गाद नालों में बह जाती है।

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