- शुक्रवार को शिकायतकर्ता नकुल कश्यप को दिल्ली पुलिस के सामने बयान दर्ज करवाना था, इससे पहले ही गुरुवार की रात 10 बजे पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया- राखी बिड़लान
- नकुल कश्यप ने दिल्ली विधानसभा की एससी/एसटी समिति से शिकायत की है कि विशेष सचिव विजिलेंस राजशेखर ने अनुकंपा पर नौकरी देने के बदले लाखों रुपए की रिश्वत की मांग की – राखी बिड़लान
- शिकायतकर्ता नकुल ने रिश्वत देने से इन्कार किया तो विशेष सचिव विजिलेंस राजशेखर ने उसे जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल कर गाली गलौज की और लोगों से पीछा करा कर उसको डराने – धमकाने का प्रयास किया – राखी बिड़लान
- समिति ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर जानकारी दी कि अनुकंपा के अधार पर अपने अधिकार को मांगने वाले नकुल कश्यप को डराया धमकाया जा रहा है, उसे सुरक्षा दी जाए- राखी बिड़लान
- अधिकारी की ओर से किसी जरूरतमंद व्यक्ति को जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल कर गाली गलौज करना और नौकरी के बदले रिश्वत की मांग करना शर्मनाक है, ये सब एलजी के संरक्षण में हो रहा है- राखी बिड़लान
दिल्ली विधानसभा की कार्यवाहक स्पीकर राखी बिड़लान ने विशेष सचिव (सेवा) वाईवीवीजे राजशेखर पर अनुकंपा के आधार पर नौकरी के बदले लाखों रुपए की रिश्वत मांगने का आरोप लगाने वाले शिकायतकर्ता नकुल कश्यप को गुरुवार की रात अचकन दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने सवाल खड़ा किया है। स्पीकर राखी बिड़लान का कहना है कि वाईवीवीजे राजशेखर के खिलाफ शिकायत करने वाले नकुल कश्यप की गिरफ्तारी ने एलजी के अफसरों का दलित विरोधी चेहरा बेनकाब कर दिया है। नकुल कश्यप को शुक्रवार को दिल्ली पुलिस के सामने बयान दर्ज करवाना था और इससे पहले ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। नकुल कश्यप ने दिल्ली विधानसभा की एससी/एसटी समिति से शिकायत की है कि विशेष सचिव विजिलेंस वाईवीवीजे राजशेखर ने अनुकंपा पर नौकरी देने के बदले लाखों रुपए की रिश्वत की मांग की और इन्कार करने पर उसे जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल कर गाली गलौज की गई और लोगों से पीछा करा कर उसको डराने – धमकाने का प्रयास किया गया। किसी अधिकारी की ओर से किसी जरूरतमंद व्यक्ति को जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल कर गाली गलौज करना और नौकरी के बदले रिश्वत की मांग करना शर्मनाक है और ये सब एलजी के संरक्षण में हो रहा है।
दिल्ली विधानसभा की कार्यवाहक अध्यक्ष राखी बिड़लान ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि नकुल कश्यप नामक युवक ने 2 जून को दिल्ली विधानसभा के स्पीकर के समक्ष दिल्ली के वरिष्ठ अधिकारी और विशेष सचिव (सेवा) वाईवीवीजे राजशेखर के खिलाफ शिकायत दी। इसमें शिकायतकर्ता नकुल ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग में उसके पिता कार्यारत थे। कार्य के दौरान ही पिता की मृत्यु हो गई थी। जिससे परिवार में मानसिक और आर्थिक संकंट आ गई। उसने अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति के लिए विशेष सचिव (सेवा) वाईवीवीजे राजशेखर के पास गया तो उन्होंने इसकी एवज में पैसे की माँगा की। नकूल ने शिकायत में बताया कि पैसा देने से इन्कार करने पर विशेष सचिव वाईवीवीजे राजशेखर नकूल के साथ बदतमीज़ी और गाली गलौज की। साथ ही साथ जातिसूचक शब्दों का भी इस्तेमाल किया।इससे आहत होकर नकुल कश्यप ने मामले की शिकायत पुलिस से कि तो उन्होंने कोई संज्ञान नहीं लिया। जिसके बाद उसने 2 जून को विधानसभा स्पीकर से शिकायत की। विधानसभा के एससी/एसटी कमिटी ने 6 जून को मीटिंग बुलवाई लेकिन इस मीटिंग में राजशेखर उपस्थित नहीं हुए और उन्होंने लिखित में कमेटी के समक्ष दो हफ्ते का समय मांगा। कमेटी की ओर से दबाव बनता देख राजशेखर ने शिकायतकर्ता को डराना, धमकाना और उसके खिलाफ़ साजिशें रचनी शुरू कर दी। यही नहीं उसे जान से मारने की धमकी, घर पर ब्लैंक कॉल और लोगों के द्वारा पीछा करवाना तक किया। शिकायतकर्ता ने इस बात की शिकायत भी दिल्ली विधानसभा को अपनी शिकायत पत्र के माध्यम से 10 जून को की।
राखी बिड़लान ने सारी शिकायत पत्र को दिखाते हुए कहा कि शिकायतकर्ता के 10 जून को दिए गए शिकायत पत्र के संगीन आरोप को ध्यान में रखते हुए हुए एससीएसटी कमेटी ने फिर 13 जून मीटिंग बुलाई। जिसमें शिकायतकर्ता शपथ पत्र में यह सारी बातों को लिखकर कमिटी के सामने रखा कि मैं सत्य कह रहा हूँ। यह सारे बातों को ध्यान में रखते हुए कमिटी ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को एक पत्र लिखकर जानकारी दी कि अनुकंपा के अधार पर अपने अधिकार को मांगने वाले को इस तरह से डराया धमकाया जा रहा है। कमेटी ने दिल्ली पुलिस के कमिश्नर को चिट्ठी में लिखा कि शिकायतकर्ता को सुरक्षा दी जाए । जिससे वह शांतिपूर्वक माहौल में अपनी बात को कह सके और अपना अधिकार पा सकें।
राखी बिड़लान ने कहा कि बेहद ही दुखद है कि आज दो बजे शिकायतकर्ता को दिल्ली पुलिस के समक्ष अपने बयान को दर्ज कराना था, लेकिन बीती रात को 10 बजे आनन-फानन में दिल्ली पुलिस शिकायतकर्ता को गिरफ्तार कर ली है। उन्होंने कहा कि अधिकारी की यह गुंडागर्दी कि किसी जरूरतमंद व्यक्ति को जातिसूचक शब्द कहना और नौकरी के एवज में 5 लाख या 10 लाख रूपये की मांग करना बहुत ही शर्मनाक है, लेकिन वह अधिकारी सिर्फ अपने दम पर यह गुंडागर्दी नहीं कर रहा है। इस तरह से फ़ाइलों को रोकना और पैसे लेकर फ़ाइलों को आगे बढ़ाने का काम यह सब निश्चित तौर एलजी के संरक्षण में किया जा रहा है। ये अधिकारी दिल्ली सरकार के काम को रोकने का प्रयास कर रहे हैं। यह अधिकारी बार-बार जरूरतमंद लोगों के कामों को रोकने का प्रयास कर रहे है। इस तरह एलजी साहब का फिर चेहरा उजागर हो रहा है। दिल्ली पुलिस भी एक दलित की शिकायत पर उसकी मदद नहीं कर रही है।
राखी बिड़लान ने कहा कि बीते दिनों हमने दिल्ली में अपने खिलाड़ियों के साथ भी देखा कि उन्होंने अपनी आवाज एक मजबूत बाहुबली व्यक्ति के खिलाफ़ उठाई, लेकिन पूरा का पूरा शासन-प्रशासन उन खिलाड़ियों के ही खिलाफ़ खड़ा हो गया। इससे दिल्ली में फिर से यह साबित होता है कि केंद्र में बैठी हुई मोदी सरकार और दिल्ली के एलर्जी साहब पूर्ण रूप से दलित विरोधी और आम जनता के विरोध में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता के खिलाफ़ ही अपने डर और भय का माहौल बनाया जा रहा है। दिल्ली विधानसभा के माध्यम से जो मुझे जानकारी प्राप्त हुई है कि दिल्ली सरकार में अनुकंपा के आधार पर नौकरी पाने वालों की लगभग-लगभग 300 से 350 फाइलें है। जिस पर नौकरी की एवज में 5 लाख से 10 लाख रुपये की डिमांड करते हैं। जो लगभग 15 से 30 करोड़ रुपये का घोटाला एल जी के संरक्षण में यह अधिकारी कर रहे हैं। इसकी जांच होनी चा्हिए। साथ ही मैं दिल्ली पुलिस से भी यह कहना चाहती हूँ कि नकुल कश्यप को सुरक्षा भी दी जाए और इसके केस की मजबूती को देखते हुए संज्ञान ले और तुरंत प्रभाव से ये जो अधिकारी हैं बाई वीजे राजशेखर की तुरंत प्रभाव से गिरफ्तारी करें।