अरविन्द केजरीवाल राजस्थान में दिल्ली के ध्वस्त स्वास्थ्य मॉडल को बखान करके झूठ को सच साबित नही कर सकते  – राजस्थान इकलौता राज्य है जहां स्वास्थ्य का अधिकार है। – अनिल भारद्वाज

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*केजरीवाल सरकार दिल्ली की जनता को बताऐं कि अपने कार्यकाल में कौनसे नए सरकारी अस्पताल का शिलान्यास कर उद्घाटन किया या पूराने अस्पताल को पूर्णतः ए.सी. कर दिया। – अनिल भारद्वाज

*राजधानी में बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए भाजपा की केन्द्र सरकार व आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार बराबर की जिम्मेदार हैं। – अनिल भारद्वाज

 दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया और कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन एवं पूर्व विधायक श्री अनिल भारद्वाज ने प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रवासी मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल पंजाब सरकार के हवाई जहाज से यात्रा करके राजस्थान के गंगानगर में राजनीतिक बयानबाजी करके राजस्थान के स्वास्थ्य मॉडल को धराशाही बताकर दिल्ली के झूठे स्वास्थ्य मॉडल का ढ़ोल पीटकर सच्चाई को दबा नही सकते, क्योंकि दिल्ली के स्वास्थ्य मॉडल की वास्तविकता की पोल कोविड कॉल में जनता के सामने खुल चुकी है। केजरीवाल की दिल्ली और पंजाब सरकारों के बेहतर स्वास्थ्य मॉडल का उदाहरण सबके सामने है कि उनके दो स्वास्थ्य मंत्री भ्रष्टाचार के कारण महीनों जेल में बंद रह चुके है। संवाददाता सम्मेलन में कम्युनिकेशन विभाग के वाईस चेयरमैन श्री अनुज आत्रेय भी मौजूद थे।

अनिल भारद्वाज ने कहा कि क्या अरविन्द केजरीवाल ने 9 वर्षों के शासन में स्वास्थ्य क्षेत्र को मजबूती देने के लिए एक भी नया अस्पताल खोला है। उन्होंने कहा कि दिल्ली कांग्रेस जानना चाहती है कि केजरीवाल दिल्ली की जनता को बताएं कि उन्होंने अपने कार्यकाल एक भी नया अस्पताल खोला है और दिल्ली के किस सरकारी अस्पताल को पूर्णतः वातानुकूलित किया है। केजरीवाल शासन में स्वास्थ्य व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है क्योंकि अस्पतालों में लोगों के इलाज व टेस्ट के लिए मशीने तक नही है। पूर्व में छपी हिन्दुस्तान टाईम्स की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि एक मरीज को  एलएनजेपी अस्पताल में एमआरआई की डेट डेढ़ साल बाद 24 जुलाई, 2024 की मिली और जब मरीज द्वारा दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया तो उनका एमआरआई हो सका, तो बाकी मरीजो का क्या हाल होगा, इससे केजरीवाल के बेहतर स्वास्थ्य मॉडल का अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि क्या कारण है कि सरकारी अस्पतालों में 17 प्रतिशत ऑपरेशन थियेटर खराब क्यों है? उन्होंने कहा कि राजस्थान लोगों को स्वास्थ्य का अधिकार एक मात्र प्रथम राज्य है जिसने राज्य के प्रत्येक नागरिक को स्वास्थ्य सेवाओं का अधिकार दिया है।

अनिल भारद्वाज ने कहा कि कांग्रेस की राजस्थान सरकार ने राज्य में मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, उप जिला अस्पताल, सैटेलाइट अस्पताल, पीएसी, सीएचसी सेन्टर खोलकर राजस्थान को देश में नम्बर-1 बनाया। राजस्थान में चिरंजीव योजना के अंतर्गत अस्पताल में भर्ती निशुल्क इलाज होता है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार के बेहतर स्वास्थ्य मौहल्ला क्लीनिक को विश्व स्तरीय बताते है, क्यों दिल्ली के मुख्यमंत्री, मंत्री और विधायक मौहल्ला क्लीनिक और सरकारी अस्पतालों में इलाज नही कर कराते हैं? जबकि हकीकत में मौहल्ला क्लीनिक जनता को न तो इलाज, न दवाई ढंग से उपलब्ध कराने में विफल हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल कांग्रेस की शीला सरकार द्वारा बनाए गए 39 अस्पतालों का रख-रखाव तक नही रख पा रहे हैं। कांग्रेस सरकार ने 15 वर्षों में 21 नए अस्पताल, 5 स्पेशिलिटी अस्पताल और 5 सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल बनाऐ। केजरीवाल सरकार ने राजधानी में एक भी नया अस्पताल नही बनाया न ही बनाया, उल्टा 120 डिस्पेंसरियां बंद कर दी और अस्पतालों में डाक्टर, मेडिकल व नॉन मेडिकल स्टॉफ की भारी कमी है। उन्होंने कहा कि वहीं केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के सरकारी कर्मचारियों को डीजीएचएस लाभार्थियों के इलाज में भारी वृद्धि कर शुल्क बड़ा दिया है जिससे सरकारी कर्मचारियों में भारी रोष है।

अनिल भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली में चरमाई कानून व्यवस्था के प्रति दिल्ली की अरविन्द केजरीवाल सरकार और केन्द्र की मोदी सरकार पूरी तरह असंवेदनशील है। दोनो राजनीतिक अपेक्षाओं की पूर्ति के लिए कानून व्यवस्था और लोगों की सुरक्षा को नजरअंदाज करके एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाकर जनता को मुख्य मुद्दो से ध्यान भटकाने का काम कर रहे है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की सुरक्षा की जिम्मेदारी केन्द्र सरकार के साथ-साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री की भी है क्योंकि अरविन्द केजरीवाल ने पूर्व में कांग्रेस की शीला सरकार पर आरोप लगाकर कहा था कि दिल्ली में कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी दिल्ली सरकार की भी बराबरी की है।

अनिल भारद्वाज ने कहा कि राजनीतिक प्रॉपेगेंडा के तहत अधिकारों की लड़ाई लड़ने वाले अरविन्द केजरीवाल प्रदेश का मुख्यमंत्री होने के बावजूद अपनी जिम्मेदारी से मुॅह क्यों मोड़ लेते हैं? उन्होंने कहा कि मंडावली में वृद्ध महिला की दिन दहाड़े हत्या, आर.के.पुरम में दो महिलाओं की हत्या, कॉलेज छात्र की हत्या कुछ ताजा उदाहरण है जो केजरीवाल के मुख्यमंत्रीत्व पर सवाल खड़े करते है। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन हो रही हत्याऐं, यौन उत्पीड़न, बलात्कार और अपराधिक घटनाओं  की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की बनती है क्योंकि दिल्ली के लोगों ने उन्हें चुन कर 3 बार मुख्यमंत्री बनाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा और आम आदमी पार्टी कानून व्यवस्था पर एक दूसरे के खिलाफ नूरा कुश्ती करके दिल्ली की जनता को गुमराह कर रहे हैं।

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