*देश की एकता और अखंडता के लिए कार्य करने की प्रतिबद्धता हमें डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी से मिलती है — अरूण सिंह
*देश की एकता और अखंडता के लिए डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जो बलिदान दिया है उससे हम सब को ही नहीं बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरणा मिलेगी — वीरेन्द्र सचदेवा
जनसंघ के संस्थापक, पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं कश्मीर के लियें अपने प्राण न्यौछावर करने वाले अमर बलिदानी श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्य तिथि पर आज
भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह, दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी सहित अन्य भाजपा नेताओं ने शहीदी पार्क स्थित उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता एवं सतीश उपाध्याय, निगम में नेता प्रतिपक्ष सरदार राजा इक़बाल, भाजपा विधायक अभय वर्मा एवं अनिल वाजपेयी, प्रदेश महामंत्री कुलजीत सिंह चहल, हर्ष मल्होत्रा एवं दिनेश प्रताप सिंह सहित अन्य प्रदेश पदाधिकारी उपस्थित थे।
अरुण सिंह ने कहा कि देश की एकता और अखंडता के लिए कार्य करने की प्रतिबद्धता हमें डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी से मिलती है। आप ज़ब भी उनके बारे में पढ़ेंगे उतना ही आपको नई चीजे सीखने को मिलेंगी। वे एक बाड़े शिक्षाविद थे और अपनी प्रतिभा के दम पर मात्र 33 साल की उम्र में वे कोलकाता विश्वविद्यालय मे वाईस चांसलर बन गए। उन्होंने कहा कि डॉक्टर मुखर्जी ने देश कि सर्वोपरी रखते हुए अपने मंत्री पद को त्याग दिया। आज उन्हीं के बताये रास्तो का परिणाम है कि भाजपा देश ही नहीं बल्कि विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बन चुकी है।
अरुण सिंह ने कहा कि लोकतंत्र की बात करने वाली कांग्रेस ने उस वक्त डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की हत्या पर कोई जाँच नहीं कराई और उसी पार्टी के नेता राहुल गाँधी विदेशो में जाकर अनाप शनाप बातें कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश में लोकतंत्र का गला घोंटने वाली कांग्रेस ने अपनी अराजकता का परिचय दिया लेकिन देश की अखंडता और लोकतंत्र के लिए डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अपनी जान गँवा दी। उन्होंने कहा कि आज हमें प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी पर गर्व होता है कि उन्होंने देश की धरोहर को सजाने सवारने और उसे गौरवांवित करने का काम किया है।
वीरेंद्र सचदेवा ने इस मौके पर कहा कि देश की एकता और अखंडता के लिए डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जो बलिदान दिया है उससे हम सब को ही नहीं बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरणा मिलेगी।
उनका शुरू से ही ध्येय था कि जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है, और जवाहर लाल नेहरू एवं शेख अब्दुला की साजिश को सफल नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी एक विचार हैं जिन्हें हम आज भी जी रहे हैं।
सचदेवा ने कहा कि डा मुखर्जी ने कहा था की एक देश में दो विधान, दो प्रधान दो निशान नहीं चलने वाला है। वह परिस्थिति भी हमने देखी ज़ब माता वैष्णव देवी जाने के लिए परमिशन लेनी पड़ती थी। लेकिन डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी वहां गए और अपनी गिरफ्तारी भी दी। ज़ब उन्हें पकड़कर शेख अब्दुला के पास ले जाया गया तो शेख अब्दुल्ला ने कहा कि मैं सिर्फ वही कर रहा हूं जो मुझे जवाहर लाल नेहरू कह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि डॉ मुखर्जी को ज़ब जेल में बंद किया गया और तबियत खराब हुई तब उन्हें अस्पताल ले आया गया तो वहां गलत इंजेक्शन दिया गया। यह बयान डॉ मुखर्जी की मृत्यु के बाद खुद एक नर्स ने दिया जो उस वक्त डॉ मुखर्जी का इलाज कर रही थी।
सचदेवा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को साधुवाद दिया कि जिस विचारधारा को डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने तय किया आज उसी को विचारधारा पर हम आगे बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाकर डॉ मुखर्जी के सपने को पूरा करने का काम किया। डॉ मुखर्जी की मृत्यु के उपरांत कहा गया कि समाज का एक सूर्य अस्त हो गया है लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूप में वह सूर्य फिर से उदय हुआ है।