-सरकार द्वारा दिल्ली में लगभग 2700 राहत केंद्र बनाए हैं, लगभग 27000 लोगो ने इन टेंटो/केंद्र में रहने के लिए करवाया रजिस्ट्रेशन – गोपाल राय
-राहत और बचाव कार्यों में तेजी, अधिकारियों को राहत केंद्र में सभी मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध कराने का निर्देश – गोपाल राय
-यमुना के निचले इलाकों से लोगों को निकालने और सुरक्षित स्थानों पर भेजना शुरू कर दिया गया है-गोपाल राय
यमुना के बढ़ते जलस्तर के मद्देनजर केजरीवाल सरकार ने राहत और बचाव कार्यों को तेजी के साथ शुरू कर दी है| इस दिशा में आज विकास मंत्री गोपाल राय ने राजघाट डीटीसी डिपो के पास बने राहत शिविर का जायज़ा लिया | सरकार द्वारा लगभग 2700 केंद्र/ टेंटो का इंतज़ाम किया गया है और वर्तमान में करीबन 27000 लोगो द्वारा इन टेंटो में रहने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया गया है | साथ ही लोगों के लिए शिविर में सभी मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए है | प्रभावित इलाकों में रहने वाले लोगों को दिल्ली के अलग-अलग जिलों में बने शिविरों में स्थानांतरित किया जा रहा है।
विकास मंत्री गोपाल राय ने पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए बताया की उत्तरी भारत में हो रही भारी बरसात के कारण यमुना में तेजी से पानी बढ़ता जा रहा है| साथ ही हथिनिकुंड बैराज से भी लगातार लाखो क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है| ऐसे में दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चूका है| लेकिन केजरीवाल सरकार हर तरह के खतरे से निपटने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रही है | विभाग द्वारा यमुना के निचले इलाकों में से लोगों को निकालने और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेजना शुरू कर दिया गया है | राहत और बचाव कार्य के लिए सरकार द्वारा करीबन 2700 केंद्र/ टेंटो का प्रबंध किया है , जिसमे ठहरने के लिए अबतक लगभग 27000 लोगो द्वारा रजिस्ट्रेशन करवाया जा चूका है | यह टेंट उत्तरी जिले के पल्ला से लेकर दक्षिणी दिल्ली के जिले में मौजूद है |
उन्होंने बताया की वर्तमान में राजघाट डीटीसी डिपो के पास बने राहत केंद्र में 126 लोग रह रहे है , जिन्हे हर तरह की मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध कराने के निर्देश भी अधिकारी को दिए जा चुके है | साथ ही जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि, सभी टीमें अलर्ट पर रहे और जरुरत पड़ने पर अतिरिक्त टीमें तैनात की जाए और यमुना के निचले इलाकों में रहने वाले सभी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए |