*जब दिल्ली में भारी बारिश और बाढ़ से जनता त्रस्त हो रही है, वही केजरीवाल हरियाणा के पंचकुला में रैली कर रहे है।- चौ0 अनिल कुमार
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने यमुना तट पर रहने वाले गरीब लोगों को पिछले दिनों भारी बारिश से बाढ़ केहालात बने होने के बावजूद बहुत देर बाद रातो रात बिना किसी तैयारी के स्थानांतरित कर दिया ।उन्होंने कहा कि सड़कों पर स्थानांतरित किए गए लोगों को सरकार ने बुनियदी जरुरतों के अलावापानी के टैंकर तक भी उपलब्ध नहीं कराए है, जबकि सड़क पर पड़े लोग अपने सामान के साथ सरकार के मदद मिलने का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बारिश के मौसम में यमुना का प्रवाह लगातार तेज हो रहा है और हरियाणा अधिक पानी छोड़ने पर बाढ़ की स्थिति बन गई है। दिल्ली सरकार को इसका अनुमान पहले ही लगाना चाहिए था, लेकिन अतीत की तरह, केजरीवाल सरकार ने यमुना के तटों के समीप रह रहे लोगों को सुरक्षित बचाने के लिए तटों तक पानी पहुंचने का इंतजार कर रही थी।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली के लोग पिछले नौ वर्षों से हो रही बेकाबू हालात और परिस्थितियों से निपटने में केजरीवाल सरकार की निष्क्रियता और अक्षमता के परिणामों का सामना कर रहे हैं, जैसे कोविड-19 महामारी संकट, डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया और अन्य वेक्टर जनित रोग, जलजमाव और यातायात जाम। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल हमेशा दिल्ली की समस्याओं से निपटने में अपनी निष्क्रियता और अक्षमता को सही ठहराने के लिए कमजोर बहाने तलाशते हैं।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कियह चौंकाने वाला है कि रविवार को जब पूरी दिल्ली बारिश के पानी मेंडूब रही थी, केजरीवाल हरियाणा के पंचकूला में ‘बिजली आंदोलन’ अभियान शुरू कर रहे थे, जो स्पष्ट रूप से दिल्ली के प्रति उनकी उदासीनता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि पीडब्ल्यूडी मंत्री आतिशी और जल मंत्री और दिल्ली जल बोर्ड के अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज केवल खड़े होकर तमाशा देख रहे थे जबकि भारी बारिश से तालाब बनी और ट्रेफिक जाम ने राजधानी में तबाही मचाई थी।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि केजरीवाल अपने राजनीतिक पर्यटन के लिए दिल्ली के करदाताओं के पैसे की चोरी कर रहे हैं। जब भी दिल्ली में संकट पैदा होता है, दिल्ली से बाहर रहकर उन्हें अपने आपको दोष से मुक्त करने का बहाना मिल जाता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार की नाकामी के कारण फेल हुए ड्रेनेज सिस्टम के कारण राजधानी में जल प्रलय की स्थिति बनने के लिए केजरीवाल जिम्मेदार है और दोषमुक्त होने के लिए बयान देते है कि ड्रेनेज सिस्टम में मौजूदा बारिश को सहने की क्षमता नही है। जबकि सच्चाई यह है कि पीडब्लूडी और दिल्ली नगर निगम ने डिस्लिटिंग का कामकिया ही नही और काम के नाम पर करोड़ो का भ्रष्टाचार हुआ है।