*यमुना के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जल मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सिविल लाइंस इलाके में मोटर बोट से यमुना के विभिन्न हिस्सों का किया मुआयना
*राहत उपाय की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे जल मंत्री सौरभ भारद्वाज ने संबंधित अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने के दिए निर्देश
*यमुना के डूब क्षेत्र से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जा रहा है, हर स्थिति से निपटने के लिए तैयारियों में जुटी सरकार : सौरभ भारद्वाज
*राहत और बचाव कार्यों के लिए यमुना में अलग-अलग जगहों पर मोटर बोट की गई है तैनात- सौरभ भारद्वाज
*यमुना के निचले इलाकों में से लोगों को निकालने के लिए मुनादी की जा रही है, सुरक्षा के लिए उठाए जा रहे पुख्ता कदम-सौरभ भारद्वाज
*हथिनिकुंड बैराज से लगातार छोड़े जा रहे लाखों क्यूसेक पानी से बढ़ रहा यमुना का जलस्तर-सौरभ भारद्वाज
*सभी विभाग के अधिकारियों को अलर्ट रहने को निर्देशित किया गया और जरुरत पड़ने पर अतिरिक्त टीमें तैनात की जाए- सौरभ भारद्वाज
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यमुना के बढ़ते जलस्तर के मद्देनजर केजरीवाल सरकार की ओर से राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निर्देशों का पालन करते हुए बुधवार को सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली के सिविल लाइंस इलाके में मोटर बोट द्वारा यमुना के विभिन्न हिस्सों में जाकर मुआयना किया। साथ ही किसी भी आपातकालीन स्थिति के लिए विभागों को सदैव अलर्ट रहने के निर्देश दिए। इस दौरान सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री सौरभ भारद्वाज ने राहत और बचाव संबंधी तैयारियों का भी जायजा लिया। मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली सरकार स्थिति पर लगातार पैनी नजर रखे हुए है और हर स्थिति से निपटने के लिए हम तैयारियां कर रहे हैं। डूब क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जा रहा है।
3 दिन से बारिश नहीं हुई फिर भी बढ़ता जा रहा यमुना का जलस्तर
पत्रकारों से बातचीत करते हुए मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया कि यह बड़ी हैरान करने वाली बात है कि पिछले 3 दिनों से दिल्ली में बारिश नहीं हुई है, फिर भी दिल्ली में यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है I उन्होंने कहा कि इसके पीछे जो एकमात्र कारण नजर आता है, वह हथिनी कुंड बैराज की ओर से लगातार लाखों क्यूसेक आता हुआ पानी है I उन्होंने बताया के सामान्यतः यमुना में खतरे का निशान 205.33 मीटर है, परंतु आज दोपहर लगभग 1:00 बजे यमुना का जलस्तर 207.55 मीटर मापा गया है, जो कि खतरे के निशान से काफी ऊपर है I उन्होंने बताया कि यदि इसी तरह से लगातार यमुना में जलस्तर बढ़ता रहा तो यमुना के आसपास के क्षेत्रों में जो पानी को रोकने के लिए बंद लगे हुए हैं, आशंका है कि यमुना का पानी उन बंद को पार करके दिल्ली की सड़कों तक आ सकता है I इसी संदर्भ में आज मंत्री सौरभ भारद्वाज जी ने सिविल लाइन क्षेत्र में ऐसे कुछ मुख्य स्थानों का दौरा किया जहां पर जमुना के पानी को सड़कों पर आने से रोकने के लिए बंद लगाए हुए हैं I उन्होंने बताया कि इन स्थानों पर दिल्ली के सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा इन को और मजबूत करने का काम जोरों से किया जा रहा है, ताकि किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना दिल्ली की जनता को न करना पड़े I
यमुना में अलग-अलग जगहों पर तैनात है मोटर बोट्स
सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया कि केंद्रीय जल आयोग के अनुमान के अनुसार बुधवार दोपहर लगभग 1 बजे, यानी आज यमुना का जलस्तर करीब 207.55 मीटर पर पहुंच गया है। इसे देखते हुए सभी विभागों ने कमर कस ली है और युद्धस्तर पर राहत व बचाव कार्य जारी है। राहत और बचाव कार्यों के लिए यमुना में विभिन्न जगहों पर मोटर बोट्स तैनात की गई है, जिसपर बचाव संबंधित सभी जरुरी उपकरण मौजूद है। साथ ही गोताखोर और मेडिकल टीमें भी तैनात है। संबंधित अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों में जाने के निर्देश दिए गए हैं।
फिलहाल आबादी वाले इलाकों में पानी पंहुचने की संभावना नहीं- सौरभ भारद्वाज
मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया कि पूरे उत्तरी भारत में हो रही भारी बरसात के कारण यमुना में तेजी से पानी बढ़ता जा रहा है। साथ ही हथिनिकुंड बैराज से भी लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। दिल्ली से हथिनिकुंड करीब 228 किमी दूर है और करीब 48 घंटे बाद पानी यहां पहुंचता है। कल हथिनिकुंड से 3 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, जोकि कल यानी बृहस्पतिवर तक दिल्ली में पहुंचेगा। ऐसे में यमुना में जलस्तर ओर अधिक बढ़ सकता है। अगर हथिनिकुंड से इससे भी ज्यादा पानी छोड़ा जाता है तो उसे रोकना सरकार के कंट्रोल में नहीं है, मगर हमने हर स्थिति से निपटने के लिए तैयारियां शुरू कर दी है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में आबादी वाले इलाकों में पानी पंहुचने की संभावना नहीं है। मगर डूब क्षेत्रों में जिन इलाकों में खतरे के संकेत नजर आ रहे हैं, वहां पर राहत व बचाव संबंधित उचित कदम उठाए जा रहे हैं। दिल्ली सरकार के सभी अफसर फिल्ड में मुस्तैद है। हमारा पूरा प्रयास है कि यमुना के किनारे बसे एवं खेती करने वाले सभी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए।
डूब क्षेत्र से सुरक्षित स्थानों पर लोगों को किया जा रहा स्थानांतरित
केजरीवाल सरकार यमुना के डूब क्षेत्र में आने वाले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने में जुटी है। विभागीय अधिकारियों द्वारा यमुना के निचले इलाकों में से लोगों को निकालने के लिए मुनादी की जा रही है। दिल्ली के 6 डिस्ट्रिक्ट में करीब 2500 शिविर बनाए गए हैं। इन शिविरों में लोगों के लिए रहने व भोजन का प्रबंध किया गया है। जैसे यमुना खतरे के निशान से नीचे हो जाएगी, ये लोग वापस चले जाएंगे। इन शिविरों में लोगों की सुविधा के लिए दरी और गद्दें की भी व्यवस्था की गई है। अगर किसी तरह की बीमारी के संकेत मिलते हैं तो सरकार की ओर से मेडिकल टीम भेजी जाएगी। मंत्री सौरभ भारद्वाज ने डूब क्षेत्र में रहने वाले लोगों से आग्रह किया है कि वे असुरक्षित स्थान को छोड़कर शिविरों में आ जाएं, ताकि कोई दुर्घटना ना हो।