दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने गाज़ीपुर लैंडफिल साइट पर जाकर कर वहाँ ठप्प पड़े कूड़ा निस्तारन काम को किया उजागर

Listen to this article

*2020 -22 में गाज़ीपुर में जो तेज़ी से कूड़ा निस्तारन हुआ उसका श्रेय तत्कालीन भाजपा निगम नेतृत्व एवं सांसद गौतम गंभीर को जाता है — वीरेन्द्र सचदेवा

*गत वर्षों में गाज़ीपुर लैंडफिल साइट पर बार बार राजनीतिक पर्यटन करने वाले मुख्य मंत्री बतायें की 8 माह से गाज़ीपुर लैंडफिल से कूड़ा निस्तारन क्यों बंद है — वीरेन्द्र सचदेवा

*गाज़ीपुर से अधिक से अधिक 1000 मैट्रिक टन कूड़े का दैनिक निस्तारन होता है पर यहाँ रोज़ लगभग 2500 मैट्रिक टन गीला बदबूदार कूड़ा नया डल रहा है – नतीज़ा यहां कूड़े का नया पहाड़ उठ रहा है — वीरेन्द्र सचदेवा

*भलस्वा लैंडफिल साइट पर जो निस्तारन काम हो रहा है उसके टेंडर नवम्बर 2022 से पूर्व स्पेशल आफिसर ने किये थे और निस्तारन मे निगम के साथ डी.डी.ए. की महत्वपूर्ण भूमिका है — वीरेन्द्र सचदेवा

*गत 8 माह में मुख्य मंत्री एक मीटिंग दिखायें जो उन्होने अधिकारियों के साथ लैंडफिल साइटों से कूड़ा निस्तारन को लेकर की हो खासकर गाज़ीपुर एवं ओखला लैंडफिल साइट को लेकर जहाँ सफाई काम ठप्प है — दिल्ली भाजपा अध्यक्ष

*2021-22 में आम आदमी पार्टी लैंडफिल साइट से सफाई मे भ्रष्टाचार दिखाती थी आज खुद कोई काम नही कर रही – आप बताये अब कौन भ्रष्टाचार एवं अकर्मण्यता फैला रहा है — वीरेन्द्र सचदेवा

*काम की जो आज रफ्तार है उससे तो लगता है की गाज़ीपुर में 2025 मे एक नही दो ऊंचे पहाड़ होंगे — वीरेन्द्र सचदेवा

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा आज प्रातः पार्टी नेताओं, निगम पार्षदों एवं कार्यकर्ताओं के साथ गाज़ीपुर लैंडफिल साइट पहुंचे जहाँ से कूड़ा निस्तारन को लेकर 2022 नगर निगम चुनाव से पूर्व आम आदमी पार्टी ने बड़े बड़े दावे किये थे पर आम आदमी पार्टी के नगर निगम में सत्ता में आने के 8 माह बाद कूड़ा निस्तारन कार्य लगभग ठप्प पड़ा है।

इस अवसर पर उनके साथ नगर निगम के पूर्व महापौर एवं प्रदेश महामंत्री हर्ष मलहोत्रा एवं योगेन्द्र चंदोलिया, नगर निगम मे नेता प्रतिपक्ष सरदार राजा इकबाल सिंह, विधायक अनिल वाजपेयी, निगम पार्षद एवं स्थाई समिति के पूर्व अध्यक्ष संदीप कपूर, प्रदेश मंत्री श्री इम्प्रीत सिंह बख्शी एवं विनोद बछेती, मीडिया रिलेशन प्रमुख विक्रम मित्तल, निगम पार्षद पंकज लूथरा,मोनिका पंत, भरत गौतम, शशि चंदना, राजू सचदेवा, अल्का राघव, मीनाक्षी शर्मा, संजीव सिंह, प्रिया कम्बोज, ब्रह्म सिंह और पूर्वी दिल्ली के जिला अध्यक्ष विजेन्द्र धामा एवं संजय गोयल आदि थे।

दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा आज पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के साथ गाज़ीपुर लैंडफिल साइट पर पहुँचे और वहाँ लगभग 8 माह से ठप्प पड़े कूड़ा निस्तारन कार्य को उजागर किया।

सचदेवा ने कहा की नवम्बर 2022 के नगर निगम चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी दिल्ली की तीनों लैंडफिल साइट को लेकर खासकर गाज़ीपुर लैंडफिल साइट को लेकर बयानबाज़ी करती थी और सत्ता मे आते ही इसकी सफाई करने के बड़े बड़े दावे करती थी पर आज 8 माह बाद स्थिती ठीक विपरीत है — गाज़ीपुर से अधिक से अधिक 800 से 1000 मैट्रिक टन कूड़े का दैनिक निस्तारन होता है पर यहाँ रोज़ लगभग 2500 मैट्रिक टन गीला बदबूदार कूड़ा नया डल रहा है – नतीज़ा यहां कूड़े का नया पहाड़ उठ रहा है।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा की आम आदमी पार्टी एवं मुख्य मंत्री अरविंद केजरीवाल 2021-22 में अनेक बार राजनीतिक पर्यटन पर गाज़ीपुर लैंडफिल साइट आये पर नगर निगम मे सत्ता में आने के बाद से ना मुख्य मंत्री केजरीवाल ना महापौर डा. शैली ओबरॉय ने कभी गाज़ीपुर लैंडफिल साइट के लियें कोई ठोस योजना नही रखी।

सचदेवा ने मुख्य मंत्री को चुनौती दी की वह दिल्ली वालों के सामने एक मीटिंग का रिकॉर्ड रखें जो उन्होने गाज़ीपुर सहित तीनों लैंडफिल साइट से कूड़ा निस्तारन समीक्षा को लेकर कई हो।

मुख्य मंत्री ने जनवरी 2024 तक तीनों लैंडफिल साइट साफ करने का वादा दिल्ली नगर निगम 2022 चुनाव की दस गारंटी मे किया था पर आज स्थिती यह है की लैंडफिल साइटों पर कूड़ा घटने की जगह बढ़ रहा है।

सचदेवा ने कहा है की सच यह है की गाज़ीपुर लैंडफिल साइट की जो भी उंचाई कम हुई है उसके पीछे तत्कालीन पूर्वी दिल्ली नगर निगम मे भाजपा शासन एवं सांसद श्री गौतम गंभीर के अथक प्रयास रहे। सांसद श्री गौतम गंभीर ने अधिकारियों के साथ यहाँ अनेक दौरे किये पर निगम मे आम आदमी पार्टी ने सत्ता मे आ कर अधिकारियों को सांसद की मीटिंगों में जाना से रोक दिया।

सचदेवा ने बताया की 2019 के अंत मे एक रिपोर्ट अनुसार 140 लाख मैट्रिक टन कूड़े का पहाड़ गाज़ीपुर लैंडफिल साइट पर बन चुका था जिसके बाद तत्कालीन भाजपा शासन ने उसकी सफाई शुरू करवाई पर आम आदमी पार्टी ने इसको एक राजनीतिक प्रचार पर्यटन मुद्दा बनाया।

मार्च 2022 तक तत्कालीन भाजपा शासित पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने सभी नये टेंडर किये और जिस गाज़ीपुर में जुलाई 2019 में 140 लाख मैट्रिक टन कूड़ा था वहाँ सितम्बर 2022 में घट कर 85 लाख मैट्रिक टन कूड़ा रह गया था — पर खेद का विषय है गत 8 माह के आम आदमी पार्टी शासन मे मात्र 1.5 लाख मैट्रिक टन कूड़े के ही निस्तारन हुआ है और आज जब हम यहाँ गाज़ीपुर आये हैं उस वक्त यहाँ 83 लाख मैट्रिक टन के पुराने पहाड़ के साथ ही एक नया पहाड़ और खड़ा हो रहा है।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने बताया की भाजपा शासन के दौरान गाज़ीपुर लैंडफिल साइट से :

  1. लगभग 4500 मैट्रिक टन कूड़ा प्रतिदिन प्रोसेस हो कर निस्तारित होता था जबकि आज आम आदमी पार्टी के शासन में अधिक से अधिक मात्र 800 से 1000 मैट्रिक टन कूड़ा निस्तारित होता है और सप्ताह मे एक दो दिन काम पूरी तरह बंद रहता है।
  2. सितम्बर 2022 तक रोज़ाना ओसतन 1200 मैट्रिक टन नया कूड़ा गाज़ीपुर लैंडफिल साइट आता था जिसका मशीनें निस्तारन करती थीं पर आज आदमी पार्टी शासन मे रोजाना 2500 मैट्रिक टन नया कूड़ा वह भी गीला कूड़ा गाज़ीपुर लैंडफिल साइट आ रहा है जिसका कोई निस्तारन नही हो रहा और नया पहाड़ उठ रहा है।

वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा की गाज़ीपुर लैंडफिल साइट के आसपास रहने वाले ही नही पूरी दिल्ली के लोग खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं और मुख्य मंत्री अरविंद केजरीवाल से जवाब चाहते हैं की आखिर गाज़ीपुर लैंडफिल साइट कब साफ होगी — काम की जो आज रफ्तार है उससे तो लगता है की गाज़ीपुर में 2025 मे एक नही दो ऊंचे पहाड़ होंगे।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा की आज मुख्य मंत्री अरविंद केजरीवाल भलस्वा लैंडफिल साइट पर कुछ तेज़ी से हो रहे कूड़े के निस्तारन का श्रेय लेने पहुंचे हैं पर सच्चाई यह है की उसमे उनकी कोई भूमिका नही है।

भलस्वा लैंडफिल साइट पर जो निस्तारन काम हो रहा है उसके टेंडर नवम्बर 2022 से पूर्व स्पेशल आफिसर ने किये थे और निस्तारन मे निगम के साथ डी.डी.ए. की महत्वपूर्ण भूमिका है।

सचदेवा ने बताया की भलस्वा लैंडफिल साइट से जो हजारों टन मिट्टी रोज निकलती है उसे डी.डी.ए. द्वारा दी गई डंपिंग साइट पर भरा जा रहा है और केन्द्र सरकार की मदद से प्लास्टिक रसायन निस्तारन सीमेंट बनाने वाली आलटराटेक सिनेमा खरीद रही है।

वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है की बेहतर होगा की अरविंद केजरीवाल झूठा श्रेय लेने की जगह दिल्ली वालों से झूठे सपने दिखाने के लियें क्षमा मांगे।

Print Friendly, PDF & Email

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *