मंत्री गोपाल राय को प्रदूषण नियंत्रण के प्रति कोई गंभीरता नहीं है, वह सिर्फ खबरों में बने रहने के लिए प्रदूषण संकेतकों का इस्तेमाल करते हैं- वीरेंद्र सचदेवा

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*अब एंटी इंडस्ट्रियल प्रदूषण की आड़ में उधोगों का आर्थिक शोषण होना निश्चित दिखता है — वीरेन्द्र सचदेवा

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि मंत्री गोपाल राय को हर दूसरे दिन प्रदूषण पर एक नई घोषणा करने की आदत है और इसके तहत उन्होंने आज औद्योगिक प्रदूषण विरोधी अभियान की घोषणा की है।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि दिल्ली में कोई भी बड़ा उद्योग नहीं है, दिल्ली के चिन्हित औद्योगिक क्षेत्रों में जो हल्के उद्योग चल रहे हैं, वे पहले से ही उद्योग विभाग द्वारा नियमित निगरानी में हैं और इसलिए औद्योगिक प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए 66 टीमों के गठन के पीछे के तर्क को समझना मुश्किल है। दिल्ली में बमुश्किल 20 चिन्हित औद्योगिक बेल्ट हैं।

इसी तरह आज मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि 164 चिन्हित प्वाइंट ऐसे हैं जहां अवैध रूप से औद्योगिक कचरा फेंका जाता है जो कि बेहद गैर जिम्मेदाराना बयान है। जब सरकार इन बिंदुओं को पहले से ही जानती है तो राय को बताना चाहिए कि उद्योग इन बिंदुओं पर कचरा कैसे फेंकते हैं और सरकार ने इन 164 बिंदुओं पर उद्योगों को कचरा फेंकने से रोकने के लिए अब तक क्या कदम उठाए हैं।

सचदेवा ने कहा था कि मंत्री गोपाल राय में प्रदूषण नियंत्रण के प्रति कोई गंभीरता नहीं है, वह आये दिन सिर्फ प्रदूषण सूचकों का इस्तेमाल कर समाचारों में बने रहते हैं।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि केजरीवाल सरकार के पिछले प्रदूषण विरोधी अभियानों की तरह यह औद्योगिक प्रदूषण विरोधी अभियान भी विफल साबित होगा और अब एंटी इंडस्ट्रियल प्रदूषण की आड़ में उधोगों का आर्थिक शोषण होना निश्चित दिखता है।

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