*राजस्व मंत्री आतिशी ने राहत और बचाव को लेकर विभाग की तैयारियों का जायजा लिया
*हथिनिकुंड बैराज से लाखों क्यूसेक छोड़े जा रहे पानी और लगातार होती बरसात से कल दोपहर तक खतरे के निशान पर पहुँचेगी यमुना-राजस्व मंत्री आतिशी
*राहत और बचाव कार्यों के लिए यमुना में 50 से अधिक मोटर बोट की गई है तैनात, गोताखोर और मेडिकल टीमें भी तैयार- राजस्व मंत्री आतिशी
*यमुना के निचले इलाकों में से लोगों को निकालने के लिए मुनादी की जा रही है, खादर इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजना शुरू कर दिया गया है-राजस्व मंत्री आतिशी
*राजस्व विभाग ने यमुना के निचले इलाकों में रहने वाले 1-1 व्यक्ति को चिन्हित कर रखा है,किसी भी आपातकालीन स्थिति में सभी को सुरक्षित स्थानों पर भेजने के लिए पूरी तरह से तैयार-राजस्व मंत्री आतिशी
*जिलाधिकारियों को निर्देश- सभी टीमें अलर्ट पर रहे, जरुरत पड़ने पर अतिरिक्त टीमें तैनात की जाए, लोगों की सुरक्षा के लिए हर पुख्ता कदम उठाए जाए-राजस्व मंत्री आतिशी
यमुना के बढ़ते जलस्तर के मद्देनजर केजरीवाल सरकार ने राहत और बचाव कार्यों के लिए युद्धस्तर पर तैयारियां शुरू कर दी है| इस दिशा में में मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के निर्देश पर राजस्व मंत्री आतिशी ने सोमवार सुबह अधिकारीयों के साथ मोटर बोट पर यमुना के विभिन्न हिस्सों में जाकर मुआयना किया| साथ ही किसी भी आपातकालीन स्थिति के लिए विभागों के राहत और बचाव संबंधी तैयारियों का भी निरीक्षण किया|
इस मौके पर राजस्व मंत्री ने मीडिया से साझा करते हुए कहा कि, पूरे उत्तरी भारत में हो रही भारी बरसात के कारण यमुना में तेजी से पानी बढ़ता जा रहा है| साथ ही हथिनिकुंड बैराज से भी लगातार पानी छोड़ा जा रहा है| उन्होंने साझा किया कि, कल हथिनिकुंड बैराज से 45,000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था जो रात होते-होते 3 लाख क्यूसेक तक पहुँच गया है| ऐसे में बहुत जल्द दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर सकता है|
राजस्व मंत्री आतिशी ने कहा कि, ऐसे में राजस्व विभाग सहित सभी संबंधित विभागों ने कमर कस ली है और युद्धस्तर पर काम कर रही है| राहत और बचाव कार्यों के लिए यमुना में 50 से अधिक मोटर बोट तैनात की गई है, जिसपर बचाव संबंधित सभी जरुरी उपकरण मौजूद है| साथ ही गोताखोर और मेडिकल टीमें भी तैयार है|
पल्ला से लेकर जैतपुर तक यमुना के खादर इलाकों में लगातार पैनी नजर बनाकर रखी गई है| विभाग द्वारा यमुना के निचले इलाकों में से लोगों को निकालने के लिए मुनादी की जा रही है| खादर इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजना शुरू कर दिया गया है| उन्होंने साझा किया कि, यमुना के निचले इलाकों में लगभग 40,000 लोग रहते है| राजस्व विभाग ने इन सभी लोगों को और उनके स्थानों को मार्क कर दिया है और किसी भी खतरे की स्थिति को भांपते ही इन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया जायेगा| इसका पूरा प्लान तैयार कर लिया गया है कि किन लोगों को किस स्थान पर भेजा जायेगा| और जिन लोगों को निचले इलाकों से सुरक्षित इलाकों में लाया जायेगा और वहां उनके रहने के लिए सभी पुख्ता इंतजाम किया जा रहा है|
राजस्व मंत्री आतिशी ने कहा कि, पूरे उत्तर भारत में लगातार बरसात हो रही है, इससे यमुना का जलस्तर और बढ़ सकता है जो चिंता का विषय है| इसे देखते हुए मुख्यमंत्री जी ने आज सभी विभागों की आपातकालीन बैठक बुलाई है| जहाँ वे विभागों की तैयारियों की जांच करेंगे|
बता दे कि आज सुबह राजस्व मंत्री आतिशी ने विभाग के मोटर बोट से यमुना के विभिन्न हिस्सों में जाकर विभाग की तैयारियों का जायजा लिया| बोट्स और उसपर बचाव कार्यों के लिए मौजूद उपकरणों की जांच की| साथ ही जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि, सभी टीमें अलर्ट पर रहे और जरुरत पड़ने पर अतिरिक्त टीमें तैनात की जाए और यमुना के निचले इलाकों में रहने वाले सभी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए|