भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने एमसीडी की जमीन पर किया कब्जा, बीजेपी विधायक अनिल वाजपेयी ने खोली पोल

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  • अनिल वाजपेयी जी ने एलजी को पत्र लिखा कि गौतम गंभीर जी ने निजी उपयोग के लिए एमसीडी की ढ़लाव की जमीन पर कब्जा किया, इसकी जांच हो- दुर्गेश पाठक
  • एमसीडी की जमीनें केवल सार्वजिक चीजों के लिए उपयोग होती हैं, उन्हें किसी को निजी उपयोग के लिए देना आपराधिक कृत्य है- दुर्गेश पाठक
  • एलजी विनय कुमार सक्सेना से समयबद्ध जांच की मांग करता हूं, सभी दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो- दुर्गेश पाठक
  • हमने पहले भी ऐसे ही एक मामले का खुलासा किया था जहां भाजपा पार्षदा ने अपने ही पति को एमसीडी की जमीन दे दी थी- दुर्गेश पाठक

‘आप’ विधायक एवं एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने एमसीडी की जमीन पर कब्जा कर लिया है। खुद बीजेपी विधायक अनिल वाजपेयी ने पोल खोली है। अनिल वाजपेयी जी ने एलजी को पत्र लिखा कि गौतम गंभीर जी ने निजी उपयोग के लिए एमसीडी की ढ़लाव की जमीन पर कब्जा किया। उन्होंने पत्र में इसकी जांच की भी मांग की थी। एमसीडी की जमीनें केवल सार्वजिक चीजों के लिए उपयोग होती हैं, उन्हें किसी को निजी उपयोग के लिए देना आपराधिक कृत्य है। एलजी विनय कुमार सक्सेना से समयबद्ध जांच की मांग करता हूं, सभी दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो। अन्यथा भाजपा वाले इसी प्रकार सरकारी जमीनों पर कब्जा करते रहेंगे।

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता, विधायक एवं एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने शनिवार को पार्टी मुख्यालय में एक महत्वपूर्ण प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि सरकारी जमीन पर कब्जा करके उसको अवैध चिजों में इस्तेमाल करना, हमारे देश के कानून के अनुसार यह एक आपराधिक कृत्य है। यह काम किसी और ने नहीं बल्कि पूर्वी दिल्ली के सांसद गौतम गंभीर जी ने किया है। ऐसा मैं नहीं कह रहा हूं, उनकी ही पार्टी से गांधी नगर के विधायक अनिल वाजपेयी जी ने यह कहा है। उन्होंने एलजी समेत कई अधिकारियों को पत्र लिखकर इसकी जांच की मांग की है।

उन्होंने कहा कि मुद्दा यह है कि एमसीडी के पास जो जमीने हैं, उनका इस्तेमाल एमसीडी सार्वजनिक उपयोग के लिए करती है। कूड़े का ढ़लाव बनाना, कूड़ा इकट्ठा करना, स्कूल बनान, छोटे-छोटे अस्पताल बनाना, शौचालय बनाना आदि सार्वजनिक रूप से उपयोगी चीजों के लिए एमसीडी उन जमीनों का इस्तेमाल करती है। यह जमीनें किसी भी व्यक्ति को निजी इस्तेमाल के लिए नहीं दी जा सकती हैं। उनका उपयोग केवल सार्वजनिक चीजों के लिए ही किया जा सकता है।

बीजेपी विधायक अनिल वाजपेयी का पत्र पेश करते हुए दुर्गेश पाठक ने कहा कि वाजपेयी जी ने अपने पत्र में लिखा है कि एमसीडी की ढ़लाव की जमीन, जहां पर कई बार सफाई कर्मचारी आराम करते थे, कई बार वहां कूड़ा फेंका जाता था, उसे गौतम गंभीर जी और उनके एनजीओ को दे दिया गया। जिसके बाद अब वहां सभी सार्वजनिक गतिविधियों को बंद कर दिया गया है जिसके कारण स्थानीय लोगों को बहुत समस्या हो रही है। उस जमीन को निजी चीजों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। गौतम गंभीर जी एमसीडी की जमीनों पर कब्जा कर रहे हैं, ऐसा खुद अनिल वाजपेयी जी इस पत्र के माध्यम से कहते हैं। जो बहुत गलत है, ऐसा नहीं होना चाहिए।

‘आप’ विधायक ने कहा कि इन सभी गतिविधियों को देखकर लगता है कि भाजपा के कुछ लोगों ने एमसीडी को पूरी तरह से निजी फर्म बना दिया है। जब मन करता है वह एमसीडी की जमीनों पर कब्जा कर लेते हैं। ऐसा ही एक मामला आया था, जहां अशोक विहार में भाजपा की पार्षदा ने अपने ही पति को एमसीडी की जमीन दे दी थी। हम जब भी ऐसे की मामले का खुलासा करते हैं तो भाजपा वाले कहते हैं कि आम आदमी पार्टी वाले कुछ भी बोलते रहते हैं। यहां तो खुद भाजपा के ही विधायक ने पत्र लिखकर सच्चाई बताई है।

अनिल वाजपेयी जी कोई छोटे-मोटे व्यक्ति नहीं हैं, जहां तक मुझे याद है, उन्हें राष्ट्रपति चुनाव में दिल्ली का ऑब्जर्वर बनाया गया था। अनिल वाजपेयी जी ने यह मुद्दा उठाया है कि एमसीडी की जमीन पर कब्जा किया गया है। आम आदमी पार्टी यह मांग करती है कि इस पूरे मामले की समयबद्ध जांच होनी चाहिए। मैं एलजी साहब से मांग करता हूं कि वह इसकी जांच कराएं और सभी दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। अन्यथा भाजपा वाले इसी प्रकार से सरकारी जमीनों पर निजी उपयोग के लिए कब्जा करते रहेंगे। आम आदमी पार्टी इसका विरोध करती है।

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