दिल्ली भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है कि सुल्तानपुरी दुर्घटना के बाद से जिस तरह आम आदमी पार्टी के नेता राजनीति से प्रेरित बयानबाजी कर रहे हैं वह निंदनीय है। यह खेद का विषय है कि स्वयं मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल इस मामले में गैर जिम्मेदारी से बोले हैं और उन्होंने इस संवेदनशील मामले में अपनी पार्टी के सहयोगियों को अनर्गल बोलने की छूट दी है वह वांछित नहीं है।
श्री सचदेवा ने कहा है कि आम आदमी पार्टी के नेता जिस तरह दो दिन से दिल्ली के उपराज्यपाल एवं दिल्ली पुलिस के एक उपायुक्त के विरूद्ध व्यक्तिगत टिप्पणियां कर रहे हैं वह पूरी तरह से राजनीतिक पूर्वाग्रह से प्रेरित है। दिल्ली की जनता ने गत सात माह में लगातार देखा है कि वर्तमान उपराज्यपाल ने पदासीन होने के बाद से दिल्ली के हित में अनेक निर्णय लेकर जहां यमुना नदी के किनारों एवं नजफगढ़ ड्रेन की सफाई जैसे विकास कार्यों में तेजी लाकर दिखाई है वहीं उनके शराब घोटाले पर रोक लगाने, विज्ञापन घोटाले में आम आदमी पार्टी से वसूली का आदेश देने, क्लासरूम घोटाले की जांच का आदेश देने, मंत्री सत्येन्द्र जैन की जेल में मौज पर रोक लगाने आदि के फैसलों से केजरीवाल सरकार की अनियमितताएं सामने आईं हैं।
श्री सचदेवा ने कहा है कि दिल्ली पुलिस केन्द्र के आधीन आती है और उपराज्यपाल को रिपोर्ट करती है अतः अपनी धूमिल होती राजनीतिक छवि से बौखलाये मुख्यमंत्री एवं उनकी आम आदमी पार्टी के नेता आज राजनीतिक पूर्वाग्रह से उपराज्यपाल पर आक्षेप लगा रहे हैं पर दिल्ली की जनता इस सब को भलि-भांति समझ रही है और स्वयं देख रही है कि गत 48 घंटे में किस तरह दिल्ली पुलिस ने तत्परता के साथ सुल्तानपुरी दुर्घटना की कड़ियां जोड़ी हैं उससे अब यह मामला लगभग सुलझने के किनारे पर पहुँच गया है।
श्री सचदेवा ने कहा है कि इसी तरह आम आदमी पार्टी नेताओं का इस मामले से जुड़े एक पुलिस उपायुक्त पर व्यक्तिगत आक्षेप लगाना भी राजनीति से प्रेरित है क्योंकि हमारी जानकारी अनुसार इस पुलिस उपायुक्त ने 3 वर्ष पूर्व तत्कालीन मुख्य सचिव से आम आदमी पार्टी विधायकों द्वारा मारपीट के मामले की जांच की थी और तभी से वह उपायुक्त आम आदमी पार्टी नेताओं के निशाने पर थे।
दिल्ली भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा है कि उपराज्यपाल ही नहीं खुद केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने सुल्तानपुरी दुर्घटना को बेहद गंभीरता से लिया है और दिल्ली भाजपा ने भी इसे मात्र दुर्घटना नहीं हत्या का मामला कहा है और बेहतर होगा कि आम आदमी पार्टी नेता इस संवेदनशील मामले पर राजनीति करने की बजाय पुलिस को निष्पक्षता से जांच करने दें।