दिल्ली भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है कि आज विधानसभा भवन में और तदुपरांत उपराज्यपाल कार्यालय के बाहर मुख्यमंत्री एवं उनके विधायकों के व्यवहार ने स्थापित कर दिया की यह लोग अलटीमेट आराजक हैं।
श्री सचदेवा ने कहा है कि दिल्ली विधानसभा को सुचारू रूप से चलाने की नैतिक जिम्मेदारी मुख्यमंत्री की होती है पर लोगों ने आज खुद मुख्यमंत्री को ना सिर्फ अपने विधायकों से विधानसभा में हंगामा करवाते देखा बल्कि बाद में स्वयं उपराज्यपाल कार्यालय तक विरोध मार्च का नेतृत्व किया।
श्री सचदेवा ने कहा है कि विधायकों के साथ उपराज्यपाल कार्यालय में प्रवेश के पीछे मुख्यमंत्री की मंशा स्पष्ट थी की वह कुछ साल पहले उपराज्यपाल कार्यालय में किये धरने की पुनरावृति करना चाहते थे।