• गैंग लड़कियों को फुसलाता था और शादी के लिए हर लड़की को 4-5 लाख रुपये के बदले बेच देता था
एआरएससी/अपराध शाखा, शकरपुर की टीम ने एक कुख्यात अंतर्राज्यीय मानव तस्कर संजय उर्फ प्रकाश उर्फ राज उर्फ मिंटू मिर्दहा, 35 वर्षीय निवासी विजय नगर, गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार किया है, जो स्थायी रूप से रतावली, पूर्णिया, बिहार का निवासी था, जो वांछित था। मानव तस्करी के 3 मामलों में उसकी गिरफ्तारी पर ₹ 25,000/- का इनाम है।
पीएस गीता कॉलोनी की घटना :
02/03/17 को, न्यू लाहौर शास्त्री नगर, दिल्ली निवासी एक 14 वर्षीय लड़की का कथित तौर पर किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा अपहरण कर लिया गया था। इस संबंध में थाने में प्राथमिकी संख्या 97/17 आईपीसी की धारा 363 के तहत मामला दर्ज किया गया था। गीता कॉलोनी।
इस मामले की जांच के दौरान नीरज नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार कर अपहृत लड़की को बरामद कर लिया गया. आरोपी नीरज ने खुलासा किया कि पीड़ित लड़की को खरीदने के लिए उसने अपने साथियों अनुज और बबलू को मोटी रकम दी थी. आगे, मामले में आरोपी व्यक्ति अनुज, अनुज की पत्नी बबलू, संजय @ राज को भी गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा, आरोपी अनुज के घर से दो और नाबालिग अपहृत लड़कियों को बरामद किया गया।
इन लड़कियों की तस्करी गिरोह के सदस्यों संजय उर्फ राज, अनुज, अनुज की पत्नी, बबलू और राजू द्वारा यौन शोषण के लिए की गई थी। नाबालिग लड़कियों को आरोपी व्यक्तियों द्वारा देश के विभिन्न स्थानों से यौन शोषण, देह व्यापार, जबरन बाल विवाह के लिए बहला फुसला कर ले जाया जाता था। इस संबंध में थाना गीता कॉलोनी में एक अन्य मामला एफआईआर संख्या 74/18 यू/एस 370/370ए/120बी आईपीसी के तहत दर्ज किया गया था। दोनों मामलों में आरोपी संजय @ राज @ प्रकाश @ मिंटू सहित आरोपी व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया था।
दिनांक 21.05.2022 को आरोपी संजय उर्फ राज उर्फ प्रकाश उर्फ मिंटू को न्यायालय द्वारा जमानत पर रिहा कर दिया गया, लेकिन वह जमानत को छोड़कर फरार हो गया। दोनों ही मामलों में उन्हें पीओ घोषित किया गया था।
थाना डिफेंस कॉलोनी की घटना :
दिनांक 06.08.2022 को एक 14 वर्षीय बालिका स्कूल गई लेकिन स्कूल के बाद वापस घर नहीं लौटी। पूछताछ के दौरान पता चला कि स्कूल की एक ही कक्षा की दो और लड़कियां भी लापता हैं। प्राथमिकी संख्या 153/22 यू/एस 363 आईपीसी पीएस डिफेंस कॉलोनी, दिल्ली के तहत अपहरण का मामला दर्ज किया गया था और जांच शुरू की गई थी।
दिनांक 06.08.2022 को तीनों लड़कियों को आरोपी संजय उर्फ राज उर्फ प्रकाश @ मिंटू ने बहला फुसला कर अपने साथ गाजियाबाद ले गया. उसने उनमें से दो को और बेच दिया लेकिन तीसरा किसी तरह वहां से भागने में सफल हो गया। लड़कियां अपने घर वापस लौटीं और स्थानीय पुलिस को सारी सच्चाई बताई। सह-आरोपी हसन उर्फ राजू की गिरफ्तारी के साथ स्थानीय पुलिस ने दोनों लड़कियों को भी बरामद कर लिया। लेकिन आरोपी संजय उर्फ राज उर्फ प्रकाश उर्फ मिंटू फरार हो गया।
टीम और ऑपरेशन:
एसआई विक्रांत व एचसी अवधेश शर्मा को गुप्त सूचना मिली थी कि राज @ मिंटू नाम का एक इनामी अपराधी गाजियाबाद के विजय नगर का रहने वाला है.
इस सूचना पर एसआई विक्रांत, एचसी अवधेश, एचसी देवेंद्र और एचसी अरविंद की एक टीम इंस्पेक्टर अरुण सिंधु के नेतृत्व में और श्री की देखरेख में बनी. अरविंद कुमार, एसीपी/एआरएससी, श्री द्वारा गठित किया गया था। अमित गोयल, डीसीपी/क्राइम और श. एस.डी. मिश्रा, संयुक्त पुलिस आयुक्त/अपराध।
टीम ने उपरोक्त नामजद आरोपितों को यूपी के गाजियाबाद के विजय नगर से गिरफ्तार किया।
पूछताछ:
पूछताछ के दौरान आरोपी संजय ने खुलासा किया कि वह लड़कियों की तस्करी करने वाले गिरोह का सदस्य है। गिरोह की कार्यप्रणाली दिल्ली के रेलवे स्टेशनों पर घूम-घूम कर मासूम लड़कियों को शादी का झांसा देकर फुसलाना और फिर प्रत्येक लड़की को 4-5 लाख रुपये के बदले शादी के लिए अलग-अलग राज्यों में बेचना है।
आरोपी ने आगे खुलासा किया कि वह पहले भी मानव तस्करी के 4 और मामलों में गिरफ्तार हो चुका है। जिसमें से 02 मामले थाना गीता कॉलोनी के हैं। इन मामलों में उसे गिरफ्तार किया गया था लेकिन जमानत मिलने के बाद वह फरार हो गया और उसे भगोड़ा घोषित कर दिया गया। इसके अलावा, उसके खिलाफ भिवानी, हरियाणा में 02 मामले दर्ज किए गए थे, जिसमें उसने दुल्हन की मांग का फायदा उठाकर हरियाणा में लड़कियों को शादी के लिए बेच दिया था।
आरोपी व्यक्ति का प्रोफाइल :
संजय, 35 वर्ष निवासी विजय नगर, गाजियाबाद, यूपी, स्थायी रूप से रतावली, पूर्णिया, बिहार का निवासी है। वह अनपढ़ है। वह साल 2004 में दिल्ली आया और हेलमेट का स्टॉल शुरू किया। वह शराबी था और उसकी दैनिक आय उसकी जरूरतों को पूरा करने के लिए कम पड़ रही थी। वर्ष 2016 में वह एक हसन उर्फ राजू के संपर्क में आया, जो पहले से ही मानव तस्करी में लिप्त था। आरोपी संजय उसके और गिरोह के अन्य सदस्यों के लिए काम करने लगा।
आरोपी संजय ने वर्ष 2017 में पहली बार एक लड़की को बहला फुसलाकर भिवानी के दादरी में बेच दिया था. इसके बाद उसने गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर कई लड़कियों को बेच दिया।
उसकी पहली पत्नी उसके आपराधिक आचरण के कारण उसे छोड़कर चली गई थी। आजकल वह अपनी दूसरी पत्नी के साथ रह रहा था और इस विवाह से उसके दो बच्चे हैं।
पिछली भागीदारी:
- एफआईआर नंबर 97/17, यू/एस 370/370-ए/120-बी आईपीसी, पीएस गीता कॉलोनी
- एफआईआर नंबर 74/18, यू/एस 363/366ए/370/376/34 आईपीसी, पीएस गीता कॉलोनी
- एफआईआर नंबर 153/22 यू/एस 363 आईपीसी पीएस डिफेंस कॉलोनी, दिल्ली
- एफआईआर नंबर 81/18, यू/एस 370/372/376/506 आईपीसी, पीएस भिवानी सिटी, हरियाणा
- एफआईआर नंबर 83/18, यू/एस 370/372/376/506 आईपीसी, पीएस भिवानी सिटी, हरियाणा