*जब जाँच की आंच अब भ्रष्टाचार के सरगना तक पहुंच रही है तो सारे भ्रष्टाचारी एक हो गए हैं- मनोज तिवारी
केजरीवाल का सारा राज सिसोदिया के पास है और बात खुलने की डर से केजरीवाल उन्हें मरवाने की सजिश तो नहीं कर रहे है- मनोज तिवारी
भाजपा सांसद एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री मनोज तिवारी ने आज एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आज पूरे देश के जितने भ्रष्टाचारी हैं सब एकजुट हो गए हैं और जिन 9 लोगों ने मिलकर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है उनमें एक अरविंद केजरीवाल भी हैं जो कभी लालू यादव के साथ फोटो आने पर आपत्ति जता रहे थे और आज उनके ही बेटे तेजस्वी यादव को गले लगा रहे हैं। संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश प्रवक्ता श्री यासिर जिलानी उपस्थित रहे।
श्री मनोज तिवारी ने कहा कि जिन 9 लोगों ने पत्र लिखा है, यह वहीं लोग हैं जिनके ऊपर अलग-अलग मामलों में भ्रष्टाचार का आरोप है। यह भ्रष्टाचारियों का एक गैंग है जिनका मुख्य उद्देश्य सी.बी.आई. और ई.डी. नहीं बल्कि असली मुद्दे भ्रष्टाचार से जनता का ध्यान भटकाना है।
सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद भ्रष्टाचारियों में दहशत है और जो कभी भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलते थे आज वही लोग भ्रष्टाचारियों को गले लगा रहे हैं। मोदी सरकार का मुख्य उद्देश्य है कोई भ्रष्टाचारी ना बचे और किसी निर्दोष को सजा ना हो। आज जनता भी इस बात को समझ चुकी है कि जब जाँच की आंच भ्रष्टाचार के सरगना तक पहुंच रही है तो सारे भ्रष्टाचारी एक हो गए हैं।
श्री तिवारी ने कहा कि आप नेता सौरभ भारद्वाज द्वारा तिहाड़ में मनीष सिसोदिया के जान को खतरे की बात बेहद ही हास्यास्पद है और साथ ही कई सारे सवाल ख़ड़े कर रहा है। दिल्ली में जेल का कमान दिल्ली सरकार के पास है जिसके प्रमुख केजरीवाल के इशारे पर काम करते हैं फिर जान का खतरा सिसोदिया को कैसे हो सकता है। इसका मतलब साफ है कि अगर सौरभ भारद्वाज ऐसा कह रहे है तो इसका एक मतलब यह भी है कि मनीष सिसोदिया को अरविंद केजरीवाल से ही खतरा है। उन्होंने कहा कि सवाल यह भी है कि अरविंद केजरीवाल का सारा राज मनीष सिसोदिया के पास है इसलिए बात खुलने की डर से केजरीवाल कही सिसोदिया को मरवाने की सजिश तो नहीं रच रहे है ?
श्री मनोज तिवारी ने जेल में सिसोदिया की सुरक्षा को बढ़ाने की मांग करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार का केस चलना, उसमें किसी का शामिल होना और एक कानूनी प्रक्रिया के तहत उसे सज़ा मिलना एक अलग बात है लेकिन अपने रास्तों से किसी को साजिश के तहत हटा देना एक अपराध है और ऐसी ही अपराध की साजिश की बू केजरीवाल की बातों के अंदर से आ रही है।