*केजरीवाल आज गैंगस्टर अतिक की जैसी भाषा बोल रहे हैं, अतिक जैसे तर्क देकर ही जांच एजेंसियों के सवालों से बचना चाह रहे हैं – वीरेन्द्र सचदेवा
*केजरीवाल बताए कि अगर मैं उनकी शराब नीति में उनके घर आकर भ्रष्टाचार साबित कर दूं तो क्या वे राजनीति से सन्यास लेंगे – प्रवेश साहिब सिंह
दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सचदेवा एवं सांसद श्री प्रवेश साहिब सिंह ने एक संयुक्त पत्रकार वार्ता में कहा कि अरविन्द केजरीवाल सरकार एक भ्रष्टाचारी सरकार है जिसने गत आठ साल में सरकार के हर विभाग में अनियमितताएं की हैं, आर्थिक धांधलियां की हैं और आज जब सरकार के शराब घोटाले से लेकर जल बोर्ड लूट तक की पोल खुल रही है तो पूरी आम आदमी पार्टी एक बुझते हुए दीपक की तरह फड़फड़ा रही है। पत्रकार वार्ता में प्रवक्ता श्री प्रवीण शंकर कपूर एवं मीडिया रिलेशन विभाग के सह-प्रमुख श्री विक्रम मित्तल उपस्थित थे।
वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि आज खुद अरविन्द केजरीवाल हो या फिर उनकी पार्टी के अन्य प्रवक्ता, वे जिस भाषा में बोल रहे हैं वे एक शातिर अपराधी जैसी भाषा है। आज सुबह हम सबने सुना कि गैंगस्टर अतीक अहमद पुलिस से कह रहा है कि पहले वो फोन लाओ जिससे मैंने बात की थी तब बताऊंगा कि मैंने किससे बात की थी, बिल्कुल उसी तर्ज पर आज दोपहर अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि पहले वो 100 करोड़ रूपये लाओ जिनके घोटाले की बात कर रहे हो तब मानूंगा कि घोटाला हुआ या नहीं। केजरीवाल आज बिल्कुल गैंगस्टर अतीक अहमद के अंदाज में जांच एजेंसियों के सवालों से बचना चाह रहे हैं।
सचदेवा ने कहा कि आज आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता, मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की तुलना भगवान कृष्ण से कर रहे हैं उनको राष्ट्रवादी बताने की कोशिश कर रहे हैं पर देश की जनता उनके सेना के पराक्रम पर किये गये सवालों एवं अध्योध्या में श्री राम मंदिर के स्थान पर अस्पताल बनाने के सुझावों को भूली नहीं है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि यूं तो हमने अनेक बार मीडिया में केजरीवाल सरकार के शराब घोटाले से लेकर दिल्ली जल बोर्ड की लूट तक के कई मामलों का खुलासा किया है पर आज फिर हम मुख्यमंत्री केजरीवाल से 5 सीधे सवाल पूछते हैं, उन्होंने कहा कि हमारे सवाल पुराने लग सकते हैं पर जब तक केजरीवाल इनके जवाब नहीं देंगे तो हम बार-बार पूछेंगे और हम प्रतिदिन 100 लोगों से पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री को यही प्रश्न भेंजेंगे-
- बार-बार पूछने पर भी मुख्यमंत्री क्यों नहीं बताते कि उनकी सरकार की शराब नीति की सी.बी.आई. की जांच का आदेश होते ही आखिर क्यों उन्होंने शराब नीति वापस ली ?
- शराब माफिया के 144 करोड़ रुपये क्यों माफ किए गए थे ?
- अधिकारी श्री के अरविन्द ने बार-बार अपने बयान में कहा है कि मुख्यमंत्री के निवास पर उनकी उपस्थिति में मुझे शराब नीति में परिवर्तन करने के निर्देश दिए गए, मुख्यमंत्री इस पर स्थिति स्पष्ट करें।
- मुख्यमंत्री जवाब दें कि शराब व्यापारी दिनेश अरोड़ा से उनकी पार्टी के क्या रिश्ते हैं क्योंकि अब यह जगजाहिर है कि दिनेश अरोड़ा के माध्यम से ही दिल्ली के रेस्टोरेंट एवं बार मालिकों से पंजाब, गुजरात एवं गोवा के चुनाव का चंदा इकट्ठा किया गया था।
- मुख्यमंत्री जवाब दें कि आखिर क्यों उन्होंने फेस टाइम पर विजय नायर का परिचय समीर महेन्द्रू से कराया था और क्यों विजय नायर को मंत्री कैलाश गहलोत के सरकारी बंगले में रहने की अनुमति दी गई ?
सांसद प्रवेश साहिब सिंह ने केजरीवाल को चुनौती देते हुए कहा कि केजरीवाल कह रहे हैं कि इस पूरे शराब घोटाले में भ्रष्टाचार कहां हुआ है इसलिए वह हमें मिलने का समय दें मैं उनके आवास पर सभी फाइल्स के साथ आकर भ्रष्टाचार साबित कर दूंगा और अगर भ्रष्टाचार साबित हो गया तो क्या केजरीवाल राजनीति से सन्यास लेंगे। उन्होंने कहा कि आज डरा हुआ केजरीवाल देखा गया शायद केजरीवाल को आभास हो गया है कि अब जेल जाने की उनकी बारी है जो उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा होगा क्योंकि उन्होंने अपने पास सिर्फ इसलिए एक भी विभाग नहीं रखा और ना ही किसी फाइल पर साइन किये ताकि पकड़ा ना जाऊं।
श प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि आज केजरीवाल कह रहे हैं नई आबकारी नीति में कोई घोटाले नहीं हुआ है जबकि सुप्रीम कोर्ट में कहा कि हम घोटाले की जांच में सहयोग करेंगे। अगर घोटाला नहीं हुआ है तो केजरीवाल अधिकारी श्री सी अरविंद के बयान का विरोध क्यों नहीं कर रहे हैं या फिर भाजपा नेताओं द्वारा जो भी बातें कही गई वह अभी तक सच साबित हुई है और अगर नहीं तो उन्होंने मानहानि का केस क्यों नहीं किया क्योंकि वे भी सच्चाई से परे नहीं है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को चुनाव आयोग, उच्चतम न्यायालय या फिर देश की फ़ौज पर भी विश्वास नहीं है। वे अपने भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए वकीलों की फौज इकट्ठा कर रखी है। मतलब केजरीवाल खुद भ्रष्टाचार करते हैं और अपने भ्रष्टाचारी मित्र मनीष सिसोदिया को बचाने के लिए दिल्ली की जनता के टैक्स के पैसों को बर्बाद करते हैं, लेकिन केजरीवाल ध्यान रखें कि उन्हें अब जेल जाने से कोई नहीं रोक सकता।
प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि जिस अरुण पिल्लई ने हॉलसेल काम सरकार के पास रखने की सलाह दी थी आज केजरीवाल उसे ही पहचानने से इंकार कर रहे हैं। प्रेसवार्ता के वक्त मीडिया के सामने भोला बनने की नौटंकी केजरीवाल खूब करते हैं लेकिन जब बात कोर्ट जाने की होती है तो वहां उनकी चालाकी नहीं चलती है। उन्होंने कहा कि अमन दीप सिंह ढल जो अभी जेल में बंद हैं, उसे अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में आबकारी नीति लागू कर आधा काम दे दिया।
भाजपा सांसद ने कहा कि अगर नई शराब नीति में कोई घोटाला नहीं हुआ तो सी.बी.आई. द्वारा जांच शुरु होते ही इसे वापस क्यों लिया और इतना ही नहीं जिन भ्रष्टाचारियों के नाम जांच में शामिल थे उनके साथ के फोटो को भी केजरीवाल ने सोशल मीडिया से डिलीट करवा दिया।