- भाजपा और पीएम नरेंद्र मोदी के दिल्ली सरकार को गिराने के पुराने मकसद को पूरा करने के लिए यह फर्जी कहानियां रची जा रही हैं- संजय सिंह
- प्रधानमंत्री को भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई लड़ाई नहीं लड़नी है, उनको केजरीवाल से लड़ाई लड़नी है क्योंकि दिल्ली सरकार उनकी आंख की किरकिरी बन गई है- संजय सिंह
- पहले विधायकों को खरीदने फिर दो मंत्रियों को जेल में डालने से भी सफलता नहीं मिली तो अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने की साजिश रची गई है- संजय सिंह
- इस साजिश के पीछे एकमात्र मकसद सरकार को गिराना है, क्योंकि अरविंद केजरीवाल मॉडल की चर्चा पूरे देश में हो रही है- संजय सिंह
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करके दिल्ली सरकार को गिराने की साजिश रची गई है। इसका खुलासा करते हुए राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली-पंजाब की सरकारों को गिराने में हर हथियार फेल हो गया तो अब अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर सरकार गिराने की साजिश रची गई है। भाजपा और पीएम नरेंद्र मोदी के दिल्ली सरकार को गिराने के पुराने मकसद को पूरा करने के लिए यह फर्जी कहानियां रची जा रही हैं। प्रधानमंत्री को सीएम केजरीवाल से लड़ाई लड़नी है क्योंकि दिल्ली सरकार उनकी आंख की किरकिरी बन गई है। इस साजिश के पीछे एकमात्र मकसद सरकार को गिराना है। क्योंकि अरविंद केजरीवाल मॉडल की चर्चा पूरे देश में हो रही है।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने पार्टी मुख्यालय में महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज मीडिया के सामने तमाम सबूत रखकर साफ तौर पर बताया कि शराब घोटाला तो बहाना है जबकि सरकार गिराने का इरादा है। भाजपा और पीएम नरेंद्र मोदी के दिल्ली की सरकार को गिराने के पुराने मकसद को पूरा करने के लिए यह फर्जी कहानियां रची जा रही हैं। प्रधानमंत्री को भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई लड़ाई नहीं लड़नी है। सिर्फ उनको केजरीवाल से लड़ाई इसलिए लड़नी है क्योंकि दिल्ली सरकार उनकी आंख की किरकिरी बन गई है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को अरविंद केजरीवाल से डर लगता है। ऐसी सरकार जो अच्छे स्कूल, अस्पताल, सड़क बनवाती है। लोगों को बिजली-पानी फ्री देती है। इसके अलावा बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा और बहनों के लिए बस यात्रा फ्री करवाती है। दिल्ली में ऐसी सरकार चल कैसे रही है, इसको ऑपरेशन लोटस चलाकर गिराओ।पहले विधायकों को खरीदने की कोशिश की। इसके बाद हमारे दो मंत्रियों को जेल में डाल दिया। तब भी सफलता नहीं मिली तो अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने की साजिश रची गई है। इस साजिश के पीछे एकमात्र मकसद सरकार को गिराना है। क्योंकि अरविंद केजरीवाल मॉडल की चर्चा पूरे देश में हो रही है।
सांसद संजय सिंह ने कहा कि सभी को याद होगा कि 40-40 विधायकों पर फर्जी मुकदमे किए गए। शुंगलू कमेटी की जांच कराई गई। पहले भी सीएम अरविंद केजरीवाल के दफ्तर पर सीबीआई का छापा मारा गया। यह छापे मारते मारते परेशान हो गए तो कहा कि अब सिर्फ एक ही रास्ता बचा है कि अरविंद केजरीवाल को जेल में डाल दो। शराब घोटाला नाम की कोई चीज ही नहीं है। इसके सबूत भी सीएम अरविंद केजरीवाल ने सबके सामने रखे। वह कहते थे कि मनीष सिसोदिया ने 14 फोन तोड़ दिए लेकिन वह फोन चालू हैं, उनमें से 5 फोन खुद ईडी-सीबीआई के पास हैं। जबकि 6 लोग अपने बयान बदल चुके हैं कि उनसे गन पॉइंट पर बयान लिया जा रहा है। मेरा नाम भी झूठे तरीके से चार्ज शीट में डाल दिया गया। ऐसे में मनगढ़ंत झूठे आरोप लगाकर अरविंद केजरीवाल को बदनाम करने की कोशिश है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भ्रष्टाचार से कोई परहेज नहीं है। दिल्ली विधानसभा में अरविंद केजरीवाल ने बताया कि नरेंद्र मोदी ने लाखों-करोड़ रुपए का काला धन अपने दोस्त अडानी की कंपनी में लगाया है। अब 4 राज्यों के राज्यपाल रह चुके और भाजपा के वरिष्ठ नेता सत्यपाल मलिक ने खुद बताया कि प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार के खिलाफ नहीं है। जब गोवा के सीएम की उनसे शिकायत की तो एक दलाल से पूछ कर उन्होंने फोन किया कि आपकी जानकारी गलत है। इसके बाद मुझसे एक दलाल से मिलने के लिए कहा था। यह देश के प्रधानमंत्री का चरित्र है। अभी तक हम लोग कह रहे थे लेकिन अब 4 राज्यों के गवर्नर रह चुके सत्यपाल मलिक भी यही कह रहे हैं। प्रधानमंत्री खुद सामने आकर इन आरोपों के बारे में क्यों नहीं बताते हैं।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भ्रष्टाचार से तो कोई परहेज नहीं है। जबकि उनकी सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पैर से लेकर सिर तक भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं। इनका मकसद विपक्ष की सभी सरकारों को परेशान करना, तोड़ना और खरीद-फरोख्त करना है। दिल्ली और पंजाब में जब हर हथियार फेल हो गया तो अब अंतिम हथियार के तौर पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर सरकार गिराने की साजिश रची गई है।