*हम ऐसे बच्चे तैयार करें जो आने वाले समय में देश के काम आएँ: प्रो. योगेश सिंह
दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने कहा कि हम ऐसे बच्चे देश के लिए तैयार करें जो आने वाले समय में देश के काम आएँ। उनमें देश प्रेम की भावना का विकास करें और उदाहरण प्रस्तुत करें। प्रो. योगेश सिंह विश्वविद्यालय के वाइस रीगल लॉज स्थित काउंसिल हॉल में छात्र कल्याण अधिष्ठाता कार्यालय द्वारा आयोजित वाइस चांसलर इंटर्नशिप स्कीम (वीसीआईएस) के शैक्षणिक वर्ष 2024-25 के लिए चयनित अंशकालिक प्रशिक्षुओं के साथ एक संवादात्मक सत्र में बतौत मुख्यातिथि बातचीत कर रहे थे। इस अवसर पर डीन ऑफ कॉलेज प्रोफेसर बलराम पाणी और साउथ कैंपस के निदेशक प्रोफेसर श्री प्रकाश सिंह सहित छात्र कल्याण अधिष्ठाता कार्यालय से जुड़े सभी लोग और सैंकड़ों प्रशिक्षु उपस्थित रहे।
इस अवसर पर कुलपति ने प्रशिक्षु विद्यार्थियों के साथ सीधे बातचीत की और उनके अनुभवों एवं विचारों को ध्यान से सुना। कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने कहा कि वीसीआईएस योजना का उद्देश्य है कि विश्वविद्यालय के विद्यार्थी विभिन्न विभागों में काम करने का अनुभव प्राप्त करें। वह कैसा सोचते हैं तथा उससे विश्वविद्यालय को क्या लाभ हो सकता है, इस पर भी विचार हो। कुलपति ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि ज़िंदगी में दो काम बहुत आसान हैं, ना कहना और गलती निकालना, लेकिन हमें समस्याओं के हल निकालने पर बात करनी चाहिए। उन्होंने प्रशिक्षुओं से आह्वान किया कि वह रिसर्च आधारित काम पर ध्यान दें और जिस विभाग में वह काम कर रहे हैं, उसी तरह के दुनिया के अन्य बहुत अच्छे विश्वविद्यालयों के विभागों की कार्यप्रणाली का भी अध्ययन करें। इससे उनके को बहुत लाभ मिल सकता है और विश्वविद्यालय को भी नया फ्लेवर मिलेगा।
कार्यक्रम की आरंभ में दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. रंजन कुमार त्रिपाठी ने मुख्य अतिथि सहित सभी अतिथियों का स्वागत और अभिनंदन किया। उन्होंने वीसीआईएस की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विद्यार्थी विश्वविद्यालय के प्राण और आत्मा हैं। इस योजना की शुरुआत के लिए उन्होंने कुलपति का आभार भी जताया। संयुक्त अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. संगीता गदरे द्वारा वीसीआईएस पर एक संक्षिप्त रिपोर्ट प्रस्तुति की गई, जिसमें इंटर्नशिप कार्यक्रम के उद्देश्यों, प्रगति और दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला गया।
कार्यक्रम का संचालन डिप्टी डीन छात्र कल्याण डॉ. चंद्र प्रकाश ने किया। सत्र के समापन पर, संयुक्त डीन छात्र कल्याण प्रो. हेना सिंह ने सभी गणमान्य व्यक्तियों, प्रतिभागियों और आयोजकों के योगदान के लिए आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के आयोजन में छात्र कल्याण के उप डीन डॉ. एम. ख्योथुंगलो हम्त्सो, संयुक्त डीन छात्र कल्याण (दक्षिण परिसर) प्रो. अमित बर्धन, उप डीन छात्र कल्याण (दक्षिण परिसर) डॉ. प्रमोद कुमार सिंह और उप डीन छात्र कल्याण (दक्षिण परिसर) डॉ. निधि एस चंद्रा का निरंतर सहयोग रहा।
क्या है वीसीआईएस:
विश्वविद्यालय ने अपने यूजी और पीजी छात्रों को विश्वविद्यालय में इंटर्नशिप के अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से शैक्षणिक वर्ष 2022-2023 से कुलपति इंटर्नशिप योजना (वीसीआईएस) शुरू की है। इसकी परिकल्पना डीयू प्रो. योगेश सिंह ने की थी।
यह योजना दो प्रकार की इंटर्नशिप प्रदान करती है, वीसीआईएस अंशकालिक इंटर्नशिप और वीसीआईएस ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप। अंशकालिक इंटर्नशिप शैक्षणिक सत्र के दौरान 6 महीने की अवधि के लिए प्रदान की जाती है। कार्य घंटे प्रति सप्ताह 8-10 घंटे का लचीला समय होता है। प्रति प्रशिक्षु लगभग 5,000 रुपये प्रति माह वजीफा प्रदान किया जाता है। ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप गर्मी की छुट्टियों के दौरान प्रदान की जाती है। ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप की अवधि 8 सप्ताह की होती है। कार्य घंटे प्रति सप्ताह 20 घंटे होते हैं। प्रति प्रशिक्षु लगभग 10,000 रुपये प्रति माह वजीफा प्रदान किया जाता है।
वीसीआईएस अंशकालिक और ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप के दो चक्रों को पूरा करने के बाद, डीएसडब्ल्यू कार्यालय ने 17 नवंबर, 2024 से 6 महीने के लिए तीसरी बार वीसीआईएस अंशकालिक इंटर्नशिप 2024-25 शुरू की है। इस बार 190 प्रशिक्षुओं का चयन किया गया है और उन्हें दिल्ली विश्वविद्यालय के 48 विभिन्न विभागों/केंद्रों/संस्थानों/कार्यालयों में प्रतिनियुक्त किया गया है।