*केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के गुरु नानक आई केयर सेंटर में एक ऑप्टोमेट्री ट्रेनिंग विंग की स्थापना करने का लिया फैसला
*बैचलर ऑफ ऑप्टोमेट्री डिग्री के तहत आई केयर सर्विसेज़ पर फोकस करते हुए 4 साल का कोर्स प्रोग्राम में एक साल की इंटर्नशिप भी शामिल है- मनीष सिसोदिया
*केजरीवाल सरकार द्वारा दिल्ली के लोगों को बेसिक आई केयर सर्विसेज प्रदान करने के लिए ऑप्टोमेट्री ट्रेनिंग विंग स्थापित किया जाएगा- मनीष सिसोदिया
*दिल्ली के नागरिक विश्वस्तरीय सुविधाओं के हकदार हैं और हम इसे हकीकत में बदल रहे है- मनीष सिसोदिया
केजरीवाल सरकार राजधानी दिल्ली के सभी नागरिकों को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं देने और पब्लिक हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की दिशा में युद्धस्तर पर काम कर रही है। इसी कड़ी में केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के गुरु नानक आई केयर सेंटर में एक ऑप्टोमेट्री ट्रेनिंग विंग की स्थापना करने का फैसला लिया है। इसके तहत ऑप्टोमेट्री ट्रेनिंग विंग की ओर से मेडिकल के छात्रों को चार साल के बैचलर ऑफ ऑप्टोमेट्री डिग्री कोर्स ऑफर किया जा रहा है। संस्थान का उद्देश्य छात्रों को प्रशिक्षित कर लोगों को बेसिक आई केयर सर्विसेज देना और सामुदायिक कार्यक्रमों के साथ-साथ राष्ट्रीय कार्यक्रमों के लिए स्क्रीनिंग गतिविधियों को पूरा करने के लिए सहायता प्रदान करना है।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि आंखें हमारे शरीर का एक बहुत ही महत्वपूर्ण और नाजुक हिस्सा हैं। आजकल कई लोग टीवी, लैपटॉप व मोबाइल के अधिक इस्तेमाल करने के चलते आंख की बीमारियों से जूझ रहे हैं। ऐसे में देश समेत दुनियाभर में ऑप्टोमेट्री के विशेषज्ञों की भारी मांग है। इसी को ध्यान में रखते हुए केजरीवाल सरकार की ओर से दिल्ली की जनता को प्रशिक्षित ऑप्टोमेट्रिस्ट द्वारा बेसिक आई केयर सर्विसेज प्रदान करने के लिए ऑप्टोमेट्री ट्रेनिंग विंग स्थापित किया जा रहा है। ऑप्टोमेट्री ट्रेनिंग विंग द्वारा चार साल का बैचलर ऑफ ऑप्टोमेट्री डिग्री कोर्स आफर किया जाएगा। बता दें, गुरु नानक आई सेंटर ग्रेजुएशन प्रोग्राम के लिए एक ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट है। यह हर साल 15 छात्रों के इनटेक के साथ मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज और दिल्ली विश्वविद्यालय के साथ संबद्धता में है।
4 साल के कोर्स में एक साल की इंटर्नशिप भी शामिल
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि यह कोर्स ऑप्टोमेट्री में स्नातक कोर्स है, जिसमें नेत्र देखभाल सेवाओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए 4 साल के कोर्स प्रोग्राम में एक साल की इंटर्नशिप भी शामिल है। वर्तमान में दिल्ली में डॉ. राजेंद्र प्रसाद नेत्र विज्ञान केंद्र, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के अलावा चंडीगढ़ का सरकारी मेडिकल कॉलेज ऑप्टोमेट्री में चार साल का डिग्री कोर्स संचालित करने वाला दूसरा सरकारी संस्थान है।
गुरु नानक आई केयर सेंटर में ऑप्टोमेट्री के लिए क्या योग्यता चाहिए?
जिन छात्रों ने 12वीं कक्षा में विज्ञान से की है वो बैचलर ऑफ ऑप्टोमेट्री के कोर्स में दाखिले के लिए आवेदन कर सकते है। गुरु नानक आई केयर सेंटर में दाखिले के लिए छात्रों को प्रवेश परीक्षा पास करनी होगी। बैचलर ऑफ ऑप्टोमेट्री डिग्री को पूरा करने में चार साल लगते हैं। इन चार सालों में 3 साल शैक्षणिक के लिए समय दिया जाता है और आखिरी एक वर्ष में इंटर्नशिप किया जाता है। इस कोर्स में आखों से संबंधित विषयों को विस्तार से पढ़ाया जाता है। गुरु नानक आई केयर सेंटर में पहले बैच में 20 सीट्स पर दाखिला होगा।
ऑप्टोमेट्रिस्ट क्या होता है?
ऑप्टोमेट्रिस्ट एक आई केयर प्रोफेशनल होता है, जिसने ऑप्टोमेट्री (दृष्टिमिति) में डिग्री ली होती है। ऑप्टोमेट्रिस्ट दृष्टि और स्वास्थ्य समस्याओं, दोनों के लिए आंखों की जांच करते हैं और चश्मे व कॉन्टैक्ट लेंस प्रेस्क्राइब करके रिफ्रैक्टिव एरर यानी अपवर्ती त्रुटियों को ठीक करते हैं। ऑप्टोमॅट्रिक कोर्स में बेसिकली आंखों से रिलेटेड कोई भी परेशानियां या उनके इलाज के बारे में बताया जाता है। ऑप्टोमेट्रिस्ट को ऑप्टोमेट्री में डिग्री पूरी करनी होती है और उसके बाद किसी अनुभवी ऑप्टोमेट्रिस्ट की देखरेख में एक वर्ष के प्रशिक्षण की पंजीकरण-पूर्व अवधि सफलतापूर्वक पूरी करनी होती है। इसमें ऑप्टोमेट्री की मुख्य सक्षमताओं पर वर्क बेस्ड असेसमेंट और एक फाइनल असेसमेंट शामिल होता है।
लोगों को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं देना दिल्ली सरकार का मकसद
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि केजरीवाल सरकार का उद्देश्य दिल्ली के हर सरकारी अस्पताल को केवल प्राइवेट अस्पतालों से बेहतर बनाना भर नहीं है, बल्कि दिल्ली के सरकारी अस्पतालों को पूरे देश में सबसे बेहतरीन अस्पतालों में से एक बनाना भी हैं। दिल्ली के नागरिक विश्वस्तरीय सुविधाओं के हकदार हैं और हम इसे हकीकत में बदल रहे है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निर्देशों का पालन करते हुए दिल्ली के सभी नए अस्पतालों को पूरी तरह से वातानुकूलित बनाया गया है। हम दिल्ली के सभी नागरिकों को बेहतरीन और समान स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के सिद्धांत पर काम कर रहे है।