- सीबीआई कस्टडी में मनीष सिसोदिया का उत्पीड़न कर सकती है तो यह देश में किसी के भी साथ भी हो सकता है- आतिशी
- सीबीआई और ईडी की चार्जशीट में मनीष सिसोदिया पर एक रुपए के भ्रष्टाचार का सबूत नहीं है, सहयोग न करने का झूठा आधार बनाकर गिरफ्तार किया गया है- आतिशी
- राजनीतिक आकाओं को खुश करने के लिए बिना किसी सबूत के मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया गया- आतिशी
- कोर्ट में मनीष सिसोदिया के उत्पीड़न की बात रखने पर जज ने संज्ञान लेते हुए सीबीआई को दी चेतवानी- आतिशी
- पूरा देश देख रहा है कि जिस इंसान ने दिल्ली के लाखों लोगों को अच्छा भविष्य दिया है, उन्हें झूठे आरोप लगाकर गिरफ्तार किया गया है- आतिशी
आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता आतिशी ने प्रेस वार्ता कहा कि मनीष सिसोदिया पर एक रुपए के भ्रष्टाचार का सबूत नहीं है। ऐसे में अब झूठे कबूलनामे के लिए सीबीआई कस्टडी में उनको मेंटली टॉर्चर कर रही है। देश के लिए चिंता की बात कि अगर पुलिस कस्टडी में मनीष सिसोदिया को टॉर्चर किया जा रहा तो यह किसी के साथ भी हो सकता है। सीबीआई और ईडी की चार्जशीट में मनीष सिसोदिया पर एक रुपए के भ्रष्टाचार का सबूत नहीं है। सहयोग न करने का झूठा आधार बनाकर गिरफ्तार किया गया है। राजनीतिक आकाओं को खुश करने के लिए बिना किसी सबूत के मनीष सिसोदिया को अरेस्ट किया गया है। उन्होंने कहा कि कोर्ट में मनीष सिसोदिया के बताने पर जज ने संज्ञान लेते हुए सीबीआई को चेतवानी दी है कि ऐसी कोई शिकायत नहीं आनी चहिए। पूरा देश देख रहा है कि जिस इंसान ने दिल्ली के लाखों लोगों को अच्छा भविष्य दिया है, उन्हें झूठे आरोप लगाकर गिरफ्तार किया गया है।
आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता और विधायक आतिशी ने पार्टी मुख्यालय में महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता को संबोधित किया उन्होंने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार की दो एजेंसियां सीबीआई और ईडी पिछले एक साल से तथाकथित एक्साइज पॉलिसी स्कैम की जांच कर रही हैं। दोनों एजेंसियों के 500 से ज्यादा ऑफिसर इस केस की जांच कर रहे हैं। सीबीआई और ईडी द्वारा दस हजार पन्नों की चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। मनीष सिसोदिया के घर ऑफिस और उनके पैतृक गांव पर 50 घंटों से अधिक की रेड हो चुकी है। इसके बावजूद दोनों एजेंसियां जांच में मनीष सिसोदिया के ऊपर एक रुपए का भ्रष्टाचार साबित नहीं कर पायी हैं। सीबीआई के पहली चार्जशीट और सप्लीमेंट्री चार्जशीट में मनीष सिसोदिया का नाम नहीं आया है। जिसके बाद कहा गया की ईडी की चार्जशीट में उनका नाम आएगा। ईडी की चार्जशीट में भी मनीष सिसोदिया का नाम नहीं आया। इसका कारण यह है कि सीबीआई और ईडी के पास मनीष सिसोदिया पर एक रुपए के भ्रष्टाचार का सबूत नहीं है।
उन्होंने बताया कि अपने राजनीतिक आकाओं को खुश करने के लिए बिना किसी सबूत के मनीष सिसोदिया को अरेस्ट किया गया। उनके द्वारा नॉन कॉर्पोरेशन के झूठ को आधार बनाकर गिरफ्तार किया गया है। अब 6 दिनों से मनीष सिसोदिया से झूठा कबूल नामा साइन कराने के लिए सीबीआई कस्टडी में मेंटली टॉर्चर किया जा रहा है। इसका बस यही कारण है कि आज भी सीबीआई के पास एक रुपए के भ्रष्टाचार का सबूत नहीं है। मनीष सिसोदिया को मेंटली टॉर्चर, मेंटली हैरेसमेंट और झूठे कबूलनामे के लिए सीबीआई पुलिस कस्टडी का इस्तेमाल कर रही है। यह बात मनीष सिसोदिया ने खुद ट्रायल कोर्ट में रखी है। जिसका जज ने संज्ञान लेते हुए सीबीआई को कहा कि आगे से ऐसी कोई शिकायत नहीं आनी चाहिए।
विधायक आतिशी ने कहा कि मैं भाजपा की केंद्र सरकार से कहना चाहती हूं कि आज आपके हाथ में सीबीआई और ईडी सहित सारी एजेंसी हैं। भाजपा के पॉलीटिकल प्रेशर की वजह से इन एजेंसियों ने मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार भी कर लिया है। लेकिन पूरा देश यह देख रहा है कि जिस इंसान ने दिल्ली के लाखों बच्चों का भविष्य सुधारा है, उसको गिरफ्तार किया गया है। हमने कहानियों में सुना था कि पुलिस कस्टडी में टार्चर करके झूठा कबूलनामा साइन कराया जाता है। लेकिन आज देश के लिए चिंता की बात है कि अगर दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को पुलिस कस्टडी में हैरेसमेंट और टॉर्चर कर सकती है तो देश में किसी के साथ भी यह हो सकता है।