*अगर पिछले वर्ष की घोषणा पर आप सरकार जल भराव के लिए 1500 रैन हार्वेस्टिंग पिटस बना दिए होते तो शुरुआती बारिश में दिल्ली में इतनी भयावह जलभराव नही होता। – अनिल भारद्वाज
*केजरीवाल सरकार अपनी लापरवाही और नाकामी को छुपाने के लिए दोषारोपण करती है।- अनिल भारद्वाज
*दिल्ली के जिस ड्रेनेज सिस्टम को केजरीवाल अक्षम बता रहे है वह कांग्रेस सरकार के दौरान जल निकासी में सक्षम कैसे सक्षम था। – अनिल भारद्वाज
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कम्युनिकेश्न एवं मीडिया विभाग के चेयरमैन एवं पूर्व विधायक श्री अनिल भारद्वाज ने प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि झूठे वायदों की बुनियाद पर दिल्ली को पिछले 9 वर्षों में वर्ल्ड क्लास बनाने के शगूफे के अलावा प्रवासी मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कुछ नही किया है और उन्होंने स्वीकारा है दिल्ली का मौजूदा ड्रेनेज सिस्टम मानसून की बारिश को झेलने में सक्षम नही है, जो इनकी सबसे बड़ी विफलता है। उन्होंने कहा कि दो दिन की मानसून बारिश के बाद जल मग्न दिल्ली की बदहाल स्थिति, दिल्ली के ढहते हुए इन्फ्रास्ट्रक्चर का सबूत है। संवाददाता सम्मेलन में कम्युनिकेशन विभाग के वाईस चेयरमैन श्री अनुज आत्रेय भी मौजूद थे।
अनिल भारद्वाज ने कहा कि केजरीवाल ने 2021 में उपराज्यपाल, पीडब्लूछी एमसीडी दिल्ली जल बोर्ड और फलड विभाग की बैठक के बाद ट्वीट करके बयान दिया था कि ड्रेनेज मास्टर प्लान के तहत आईआईटी के सुझाव लेकर ड्रेनेज सिस्टम में बदलाव लाकर उसे भारी बारिश के लिए सक्षम बनाया जायेगा। दिल्ली में वर्ल्ड क्लास ड्रेनेज सिस्टम बनाऐंगे और जल भराव की समस्या का निपटान करेंगे। मिंटो रोड़ जैसा सिस्टम दिल्ली के अन्य पांईट पर भी बनेंगे तथा नालों और सीवर की नियमित रुप से सफाई होगी, लेकिन दो दिन की बारिश ने उनकी घोषणा की पोल खोल दी है।
श्री अनिल भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली कांग्रेस जनता की आवाज बनकर मुख्यमंत्री के काम न करने की विफलता को हमेशा उठाती रही है, लेकिन श्री केजरीवाल ने पिछले दिनो अपने वायदे को बहुत जल्दी पूरा किया है। बधाई तुलगकाबाद, बधाई बुराड़ी, बधाई किराडी के विज्ञापन के द्वारा गुमराह करने वाले अरविन्द केजरीवाल का झूठ का छलावा दो दिन की बारिश से इन इलाकों में हुए जलभराव ने उजागर कर दिया है। उन्होंने कहा कि दिल्लीवालों को यूरोपियन स्टैंडर्ड सड़क के सपने दिखाने वाले अरविन्द केजरीवाल के दिल्ली मॉडल की पोल दिल्ली की सड़कों में बड़े-बड़े गड्डों और झील बनी सड़कों, नालो, नालियों और रिहायशी कॉलोनियों में हुए जलभराव ने खोल दी है। उन्होंने कहा कि पिछले 2 दिनों में दिल्ली की भारी बारिश और सड़कों पर जलभराव के कारण 5 लोगों की मौत हो चुकी है, जो चिंता का विषय है। 5 लोगों की मौत के लिए केजरीवाल सरकार जिम्मेदार है।
अनिल भारद्वाज ने कहा कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार ने 9 वर्षों में 537239 करोड़ के बजट खर्च किया है जबकि लगभग इतना ही बजट कांग्रेस की दिल्ली सरकार ने 15 वर्षों में खर्च करके दिल्ली को विश्वस्तरीय शहर बना दिया था। वर्ल्ड क्लॉस शहर बनाने का दावा करने के बावजूद ऐसा कोई क्षेत्र नही है जिसमें केजरीवाल सरकार ने जनहित और जन कल्याण के लिए काम किया है। शिक्षा, स्वास्थ्य, विकास जिनके मॉडल का बखान करते है क्या मुख्यमंत्री दिल्ली की जनता को बता सकते है कि कितने अस्पताल, स्कूल, ब्रिज, अंडरब्रिज वादे अनुसार उन्होंने बनाये है और 9 वर्षों में खर्च बजट की राशि कहां खर्च हुई है। आतिशी की विधानसभा के श्रीनिवासपुरी स्कूल, मोतिया खान सहित दो अन्य जगह स्कूलों की दीवारें गिरना दिल्ली सरकार के भ्रष्टाचार को उजागर करती है।
अनिल भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली में लगभग 2,846 नाले हैं, जिनकी लंबाई 3,692 किमी है और पीडब्ल्यूडी की सड़कों से सटे नालों की सफाई नही होने के कारण लगभग 147 जलभराव के हॉटस्पॉट की पहचान हुई। मथुरा रोड पर स्थित पीडब्ल्यूडी मंत्री सुश्री आतिशी का बंगला पानी में डूब गया जो सरकार बड़ी नाकामी और भ्रष्टाचार को उजागर करता है। उन्होंने कहा कि पहले जनकपुरी फिर रोहिणी सेक्टर-23 में सड़क धंसने की खबर से दिल्ली वाले स्तब्ध हैं। पिछले दिनों बारिश के हुए सड़क में गड्डे में थ्री व्हीलर धंसने से एक ऑटो चालक की मृत्यु होने के बाद दिल्ली वाले बारिश से जलमग्न सड़कों पर चलने से भी डर रहे हैं।
अनिल भारद्वाज ने कहा कि पिछले साल वर्ष 2022 में तत्कालीन डिप्टी सीएम मनीष सिसौदिया ने पीडब्ल्यूडी की समीक्षा बैठक में कार्य योजना दिल्ली में 1500 नए रेन हारवेस्टिंग पिट्स बनेंगे जो जल भराव के साथ जल संकट को भी दूर करने की योजना को बनाया था जिसे जुलाई 2022 तक पूर्ण करने का लक्ष्य था लेकिन अब जुलाई 2023 तक इस पर जमीनी स्तर पर कोई काम नही हुआ, यह घोषणा बनकर रह गया। अगर इस योजना पर काम होता तो जल भराव से निजात जरुर मिलती। प्रत्येक वर्ष डिस्लिटिंग के नाम पर करोड़ो का बजट भ्रष्टाचार की भेट चढ़ जाता है और दिल्ली के नालों और नालियों की गाद निकालने का काम सिर्फ दस्तावेजों तक ही सीमित रह जाता है।
संवैधानिक प्रावधानों का उलंघन करके 437 आम आदमी पार्टी के समर्थकों की अवैध भर्ती के मामले को उपराज्यपाल अपराधिक मुकद्मा दर्ज करवाऐं। – अनिल भारद्वाज
कम्युनिकेश्न एवं मीडिया विभाग के चेयरमैन एवं पूर्व विधायक श्री अनिल भारद्वाज ने आम आदमी पार्टी द्वारा दिल्ली सरकार में विशेषज्ञों के नाम पर संवैधानिक प्रावधानों का उलंघन करके 437 आम आदमी पार्टी के समर्थकों को अप्रत्याशित वेतन के साथ भर्ती करने के मामले की उपराज्यपाल से अपराधिक मुकद्मा दर्ज करके जांच करने की मांग की।
भारद्वाज ने कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया द्वारा चुनी हुई सरकार द्वारा असंवैधानिक प्रावधानों का उलंघन करके निजी लोगों की सीधी भर्ती करना एक अपराधिक मामला है। दिल्ली सरकार के उन अधिकारियों को भी दंडित किया जाना चाहिए जिन्होंने अरविन्द केजरीवाल के निर्देश पर गैर कानूनी नियुक्तियों को अंजाम दिया है तथा इसकी भी जांच हो कि इस मामले में किन नेताओं की मिली भगत है। संवैधानिक प्रक्रिया में उच्च पद पर मिलने वाले अधिकारी के वेतन से भी अधिक गैर कानूनी रुप से नियुक्त किए गए पार्टी समर्थकों को विशेषज्ञ बताकर अधिकतम 2.65 लाख प्रतिमाह और न्यूनतम 60,000 रुपये वेतन पर आसीन करके अपराधिक काम किया है।
भारद्वाज ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल ने दिल्ली का मुख्यमंत्री होने के बावजूद बिना कोई विभाग संभाले हर विभाग की फीडबैक लेने और निगरानी रखने उदेश्य से यह अवैध नियुक्यिां दिल्ली विधानसभा, डीडीसीडी (दिल्ली संवाद और विकास आयोग), योजना विभाग, मुख्यमंत्री शहरी नेता फैलोशिप कार्यक्रम में प्रमुख पदों पर की गई- जो दिल्ली के युवाओ के साथ विश्वास घात है। उन्होंने कहा कि दिल्ली कांग्रेस मांग करती है कि वर्षों से दिल्ली खजाने को लूटकर अवैध कर्मचारियों को दिए गए वेतन की करोड़ो की राशि को आम आदमी पार्टी से वसूला जाना चाहिए।