देश में जातीय जनगणना को लेकर पिछले कुछ महीनों से चर्चा का विषय बना हुआ है। लोक सभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने देश में जातीय जनगणना की माँग अपने कई संबोधन में उठा चुके हैं । देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ महीनों पहले कहा था कि देश में 4 ही जातियां हैं। एक ग़रीब, दूसरी युवा , तीसरी महिला और चौथी किसान हैं। लेकिन चंद दिनों पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की केरल के पालक्काड में अखिल भारतीय समन्वय बैठक सम्पन्न हुई। बैठक के बारे में जानकारी के दौरान एक सवाल के जवाब में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख, सुनील आंबेकर ने कहा था कि जाती जनगणना एक संवेदनशील मुद्दा है। जाती जनगणना के सवाल के उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि समाज में पिछड़े वर्ग की भलाई हेतु जनकल्याणकारी कार्यों के लिए जातिगत जनगणना के डेटा के उपयोग में उन्हें कोई असहमति नहीं है। हालांकि, सामाजिक विघटन करने अथवा चुनाव में लाभ पाने के स्वार्थ से इसका उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। दूसरी तरफ़ जाति मुद्दे को लेकर आपकी अपनी पार्टी पीपल्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामवीर चौहान ने जातियाँ समाप्त करने की माँग को लेकर देश में जाति अनुकूलन क़ानून की माँग को लेकर राष्ट्रपति से लेकर राज्य के राज्यपाल और उपराज्यपाल को जाति उन्मूलन क़ानून की माँग को लेकर कई राज्यों में ज्ञापन सौंप चुके हैं। रविवार को आप पीपल्स पार्टी के कार्यालय में पार्टी के अध्यक्ष रामवीर चौहान ने एक प्रेस वार्ता जाति व्यवस्था ख़त्म करने को लेकर एक बार फिर सरकार से अपनी माँगे रखी है आपकी अपनी पार्टी पीपल्स द्वारा आपने कई घोषणा पत्रों में यह ज़िक्र कर चुके हैं कि उनका पार्टी का एक ही एजेंडा है कि देश में जातीय व्यवस्था समाप्त हो इसके लिए सरकार क़ानून बना दे। ताकि देश से जाति व्यवस्था समाप्त हो जाएं क्योंकी जाति व्यवस्था को लेकर का भी विपक्ष की तरफ़ से तो कभी सरकार की तरफ़ से अलग अलग ब्यान आते हैं विपक्ष जातीय जनगणना की माँग पर अड़ा हुआ है जबकि सरकारों जातीय जनगणना को लेकर अपना रुख़ साफ़ तो नहीं कर रही है और अब तो राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने भी इस मामले में रुख़ साफ़ कर दिया है। आपकी अपनी पार्टी पीपल्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामबीर चौहान ने सरकार से माँग करते हुए कहा कि देश की भलाई के लिए जाति उन्मूलन कानून सरकार लाए या जाती मुद्दे पर सरकार अपना पक्ष क्लियर करें। क्या वे जातीय जनगणना को लेकर गंभीर है या नहीं क्योंकि अभी तक तो विपक्ष के नेता राहुल गांधी ही जातीय जनगणना को लेकर अपनी बात रखते आ रहे हैं। वही अब वह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने जातीय जनगणना के मुद्दे को लेकर इस विषय को संवेदनशील क़रार देते हुए साथ में सुझाव भी दिया है। आप पीपल्स पार्टी के अध्यक्ष रामवीर चौहान ने माँग करी है कि इस विषय को जातीय जनगणना को लेकर सरकार स्पष्ट करे या जातीय उन्मूलन क़ानून लाकर सरकार इस मुद्दे पर विराम लगा दें। आइए देखते हैं प्रेस वार्ता के दौरान आप पीपल्स पार्टी के अध्यक्ष रामवीर चौहान ने क्या कहा देखिए हमारे वरिष्ठ संवाददाता राजेश खन्ना कि इस विशेष रिपोर्ट में।
आपको बता दें कि आपकी अपनी पार्टी पीपल्स छात्रों के बीच में दिल्ली में एक बड़ा अभियानः जाति उन्मूलन क़ानून की माँग को लेकर अभियान चला आ चुकी है और दिल्ली के 70 विधानसभा क्षेत्र में भी जाति उन्मूलन क़ानून की माँग को लेकर एक बड़ा अभियान चला चुकी है। ये शायद देश की पहली राजनीतिक पार्टी है। देश में जाति अनुकूलन कानून लाने की माँग को लेकर मुद्दे पर राजनीति में जुटी हुई है। टोटल ख़बरें दिल्ली से राजेश खन्ना की विशेष रिपोर्ट।