शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने किया केजरीवाल सरकार के 3 स्कूलों का दौरा, स्कूल विजिट के दौरान बच्चों से उनकी पढाई को लेकर की चर्चा

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उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सर्वोदय कन्या विद्यालय सेक्टर-16 रोहिणी, स्कूल ऑफ़ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस, रोहिणी सेक्टर-17 व सर्वोदय कन्या विद्यालय प्रह्लादपुर का किया दौरा

हमारे स्कूलों में बच्चे सीखने के लिए केवल किताबों पर निर्भर नहीं है स्कूल उन्हें मौका दे रहा है कि वो विभिन्न नए तरीको से कॉन्सेप्ट्स को एक्स्प्लोर करें-मनीष सिसोदिया

भारतीय संविधान को पढ़कर व सीखकर केजरीवाल सरकार के स्कूल के बच्चों ने परिवार मे सबके कर्तव्य-ज़िम्मेदारी और हक़ के लिए बना डाला घर का ही एक संविधान

बच्चों ने शिक्षा मंत्री से किया साझा- अब रटने के बजाय कॉन्सेप्ट्स को रिसर्च ओरिएंटेड तरीके से सीख रहे है; सीखने के लिए किताबों से इतर जाते हुए विभिन्न मॉड्यूल्स की प्रयोग कर रहे है

संवाद के दौरान बच्चों ने उपमुख्यमंत्री से कहा, “हम अब बड़े सपने देखने लगे है, हमें विश्वास है कि हम उसे पूरा कर सकते है क्योंकि हमारे पास भी वो सभी सुविधाएं मौजूद है जो किसी अच्छे स्कूल में होती है

  • स्कूल ऑफ़ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस, रोहिणी सेक्टर-17 में बच्चे सीख रहे हैं जर्मन, फ़्रेंच और जापानी भाषा*

बच्चों के साथ उपमुख्यमंत्री नें भी अटेंड की हैप्पीनेस की क्लास, बच्चों नें कराया माइंडफुल मैडिटेशन का अभ्यास

उपमुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को दिल्ली सरकार के 3 स्कूलों का दौरा किया| उपमुख्यमंत्री ने सर्वोदय कन्या विद्यालय सेक्टर-16 रोहिणी, स्कूल ऑफ़ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस, रोहिणी सेक्टर-17 व सर्वोदय कन्या विद्यालय प्रह्लादपुर का दौरा कर वहां हैप्पीनेस क्लासरूम में शामिल हुए तथा बच्चों के साथ पढाई व आगामी परीक्षाओं को लेकर उनकी तैयारियों को लेकर बात की|

इस मौके पर बच्चों के साथ चर्चा करते हुए श्री सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली की टीम एजुकेशन की कड़ी मेहनत और एजुकेशन को लेकर प्रतिबद्ध लीडरशिप के नेतृत्व में दिल्ली सरकार के स्कूलों में अब सीखने-सीखाने का मतलब पूरी तरह से बदल गया है| हमारे स्कूलों में बच्चे सीखने के लिए केवल किताबों पर निर्भर नहीं है बल्कि स्कूल उन्हें मौका दे रहा है कि वो विभिन्न नए तरीको से कॉन्सेप्ट्स को एक्स्प्लोर करें| संवाद के दौरान बच्चों ने उपमुख्यमंत्री से कहा, “हम अब बड़े सपने देखने लगे है, हमें विश्वास है कि हम उसे पूरा कर सकते है क्योंकि हमारे पास भी वो सभी सुविधाएं मौजूद है जो किसी अच्छे स्कूल में होती है|

भारतीय संविधान को पढ़कर व सीखकर केजरीवाल सरकार के स्कूल के बच्चों ने परिवार मे सबके कर्तव्य-ज़िम्मेदारी और हक़ के लिए बना डाला घर का ही एक संविधान

उपमुख्यमंत्री से साझा करते हुए एसओएसई रोहिणी सेक्टर-17 के छात्रों ने बताया कि उन्होंने भारतीय संविधान को पढ़कर व सीखकर अपने परिवार के लिए ही एक संविधान बनाया है और उसमें सबके कर्तव्य,जिम्मेदारी और हक़ निर्धारित किए है| साथ ही छात्रों ने संविधान के विषय में सीखने के लिए स्कूल में ही एक संविधान सभा बनाई है ताकि वो रटकर सीखने के बजाय हर पहलू को अच्छे ढंग से समझ सकें| यहाँ चर्चा के दौरान बच्चों ने बताया कि अब वो हर एक कॉन्सेप्ट्स को रिसर्च ओरिएंटेड तरीके से सीखते है| और सीखने के लिए किताबों से इतर जाते हुए विभिन्न मॉड्यूल्स की प्रयोग करते है|

उपमुख्यमंत्री ने देखा कि स्कूल में 9वीं क्लास के छात्र सरकार की नीतियों से सीखने के साथ-साथ अपने आस-पड़ोस के लिए कई नीतियाँ बना भी रहे है| इसपर श्री सिसोदिया ने कहा कि ये देखकर बहुत ख़ुशी हो रही है कि इतनी छोटी उम्र से ही हमारे स्कूलों में पढने वाले बच्चे न केवल नीतियों को समझ रहे है बल्कि नीतियों का निर्माण भी कर रहे है| जो इस चीज का उदाहरण है कि हमारे बच्चों की पढाई केवल स्कूलों तक सीमित नहीं है बल्कि वो अपने आसपास के वातावरण, वहां की समस्याओं, चुनौतियों से भी सीख रहे है और उन मुश्किलों-चुनौतियों को समझते हुए उन्हें दूर करने के लिए नीतियाँ बना रहे है| यही बच्चे भविष्य में देश के नीति निर्माता बनेंगे|

बच्चों ने शिक्षा मंत्री को बताया हैप्पीनेस करिकुलम से सीखा कैसे दिमाग से नकारात्मक बातों को दूर रखे

इन स्कूलों में श्री सिसोदिया हैप्पीनेस क्लास में शामिल हुए और बच्चों के साथ चर्चा की साथ ही वो बच्चों के साथ माइंडफुलनेस की एक्टिविटी में शामिल भी हुए| यहाँ शिक्षा मंत्री के साथ साझा करते हुए बच्चों ने कहा कि, हैप्पीनेस क्लासरूम ने उन्हें रिश्तों की अहमियत को सीखाया है और साथ ही अपने गुस्से पर काबू, दूसरों को सम्मान देना सीखाया है| प्राइवेट स्कूल से दिल्ली सरकार के स्कूल में कक्षा 6 में आई छात्रा ने बताया कि शुरुआत में उसे माइंडफुलनेस समय की बर्बादी जैसा लगता था लेकिन समय के दसत माइंडफुलनेस की प्रैक्टिस ने उसे खुद को बेहतर ढंग से जानने समझने में मदद की है और अब वो अपने घर सभी सदस्यों को माइंडफुलनेस करवाती है| श्री सिसोदिया ने कहा कि माइंडफ़ुलनेस के ज़रिए भविष्य की चिंता और विषम परिस्थितियों से लड़कर हमारे बच्चे वर्तमान में आपसी रिश्तों और अनुभवों से अपनी ख़ुशी ख़ुद बना रहे है|

एंत्रप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम ने बच्चों को अपने अन्दर से भविष्य का डर निकालना सीखाया

विजिट के दौरान कक्षा 11वीं में ईएमसी करिकुलम पढ़ रहे छात्रों ने बताया कि ईएमसी ने उनके अन्दर भविष्य को लेकर जो डर है उसे ख़त्म करने में मदद की है और उनके अंदर बहुत से लाइफ स्किल्स डेवलप हुए है| ईएमसी और बिज़नस ब्लास्टर्स के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि एंत्रप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम से उसे न केवल जॉब सीकर के बजाय जॉब प्रोवाइडर बनने की प्रेरणा मिली है बल्कि इस करिकुलम ने लाइफ स्किल्स भी सिखाए है| एक छात्रा ने बताया कि पहले वो किसी से बातचीत करने में हिचकती थी और लोगों से घुल मिल नहीं पाती थी| लेकिन ईएमसी और बिज़नेस ब्लास्टर्स ने उसके कम्युनिकेशन स्किल्स को बेहतर बनाया साथ ही इससे टीम के साथ मिलकर काम करना और लीडरशिप क्वालिटी भी डेवलप हुई है|

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