- गांधी नगर थोक गारमेंट मार्केट में भी चांदनी चौक की तर्ज़ पर विकास कार्य एवं सौंदर्यीकरण किया जाएगा- अरविंद केजरीवाल
- उद्योग विभाग जल्द से जल्द कंसल्टेंट हायर करे और छह महीने के अंदर इसकी डिजाइन तैयार कर लिया जाए- अरविंद केजरीवाल
- गांधी नगर मर्केट में बिजली के तारों को भूमिगत किया जाए और सड़कों को बेहतर बनाया जाए- अरविंद केजरीवाल
- गांधी नगर का पुनर्विकास अर्थव्यवस्था को बढ़ाने और रोजगार के नए अवसर पैदा करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा- अरविंद केजरीवाल
- उद्योग विभाग एमसीडी को बतौर कार्यकारी एजेंसी नियुक्त करेगा और एमसीडी प्रोजेक्ट को अमल में लाने का काम करेगी- सौरभ भारद्वाज
- सीएम अरविंद केजरीवाल ने गांधी नगर मार्केट के पुनर्विकास का कार्य को लेकर की उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक
केजरीवाल सरकार ने गांधी नगर मार्केट को ‘गारमेंट हब’ बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। इस मार्केट को चांदनी चौक से भी अधिक खूबसूरत बनाया जाएगा। बुधवार को सीएम अरविंद केजरीवाल ने उच्च स्तरीय बैठक कर गांधी नगर मार्केट के पुनर्विकास को लेकर की जा रही पहलों की समीक्षा की। गांधी नगर मार्केट के अधिकांश मुद्दे दिल्ली नगर निगम के अंतर्गत आते हैं। इसलिए एमसीडी को बतौर कार्यकारी एजेंसी नियुक्त किया जाएगा।
समीक्षा बैठक में सीएम अरविंद केजरीवाल ने उद्योग विभाग को गांधी नगर मार्केट के पुनर्विकास का काम तेज करने का निर्देश देते हुए कहा कि गांधी नगर थोक गारमेंट मार्केट में भी चांदनी चौक की तर्ज़ पर विकास कार्य एवं सौंदर्यीकरण किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने उद्योग विभाग को जल्द से जल्द कंसल्टेंट हायर करने और अगले छह महीने के अंदर इसकी डिजाइन तैयार करने का निर्देश दिया है। सीएम ने कहा कि गांधी नगर मर्केट में बिजली के तारों को भूमिगत किया जाए। मार्केट की बड़ी व चौड़ी सड़कों बनाया जाए और छोटी सड़कों को बेहतर किया जाए। सीएम ने मर्केट वालों से बात कर अतिक्रमण को भी खत्म करने का निर्देश दिया है। इस दौरान उद्योग मंत्री सौरभ भारद्वाज और विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
दरअसल, सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार रोजगार बजट में अपनी घोषणाओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। रोजगार बजट का उद्देश्य अगले पांच साल में दिल्ली में नौकरी के 20 लाख नए अवसर पैदा करना है। इसी दिशा में सरकार द्वारा विभिन्न परियोजनाओं की शुरूआत की गई है। गांधी नगर को ‘ग्रैंड गारमेंट हब’ के रूप में विकसित करना इन्ही महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है। इस पर चरणबद्ध तरीके से काम हो रहा है।
बुधवार को हुई समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गांधी नगर रेडिमेड कपड़ा मार्केट के रूप पूरे विश्व में मशहूर है और दिल्ली को एक अनूठी पहचान देता है। गांधी नगर का पुनर्विकास परियोजना हमारे लिए सबसे महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है जो दिल्ली की अर्थ व्यवस्था को बढ़ाने और हजारों की संख्या में रोजगार उत्पन्न करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि पुनर्विकास से न केवल इसे एक नई पहचान मिलेगी, बल्कि व्यापारियों के व्यापार में भी वृद्धि होगी और यहां लोगों को शॉपिंग करने का नया अनुभव प्राप्त होगा।
वहीं, दिल्ली के उद्योग मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया कि गांधी नगर मार्केट के ज्यादातर मसले दिल्ली नगर निगम से संबंधित हैं। इसलिए उद्योग विभाग एमसीडी को बतौर कार्यकारी एजेंसी नियुक्त करेगा और एमसीडी प्रोजेक्ट को अमल में लाने का काम करेगी। इसके अलावा गांधी नगर मार्केट की डिजाइन और प्रोजेक्ट प्रबंधन का काम एक प्रसिद्ध आर्किटेक्चरल इंस्टीट्यूट स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर के प्रोफेसर मनोज माथुर और उनकी टीम द्वारा किया जाएगा। चूंकि गांधी नगर एक होलसेल मार्केट है। इसलिए यहां वेयर हाउस बनाया जाएगा। साथ ही, पब्लिक सुविधाएं, मैप, स्ट्रीट फर्नीचर समेत अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। मार्केट के ड्रेनेज सिस्टम को ठीक किया जाएगा, ताकि बारिश के दौरान जल भराव न हो। साथ ही पीने का पानी, सीसीटीवी कैमरा और टायलेट की सुविधा दी जाएगी। गांधी नगर मार्केट का पुनर्विकास तीन चरणों में किया जाए और इस पर करीब 150 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
दो चरणों में होगा गांधी नगर का पुनर्विकास
फेज- एक
गांधी नगर के पुनर्विकास के पहले चरण के तहत स्थानीय व्यापारियों के तत्कालीन समस्याओं को दूर करने के लिए उठाए गए क़दम शामिल है। इसके तहत जनसुविधाएं, पेयजल व अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी। सीसीटीवी कैमरे व सिक्योरिटी मॉनिटरिंग सिस्टम स्थापित किया जाएगा। स्ट्रीट लाइट व स्ट्रीट फर्नीचर को री-डिजाइन किया जाएगा। विजुअल इनफार्मेशन सिस्टम स्थापित किए जाएंगे।
फेज दो
गांधी नगर मार्केट के पुनर्विकास के दुसरे चरण में सरकार द्वारा मार्केट के अर्बन डिजाइनिंग व आर्किटेक्चर पर फोकस किया जाएगा। साथ ही मार्केट के राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मार्केटिंग, डिजिटलाईजेशन, अग्निशमन सुविधाएं स्थापित करना व मौजूदा सुविधाओं को अपग्रेड करना आदि शामिल होगा।
दिल्ली का गांधी नगर एशिया का सबसे बड़ा रेडिमेड गारमेंट मार्केट है। यहां जगह की कमी के कारण बुनियादी ढांचे की बहुत कमी है, जिससे अब व्यापार भी प्रभावित हो रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार का उद्देश्य इसे नया रूप देने का है, जहां कम जगह में ही स्थान का बेहतरीन उपयोग करते हुए शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा सके जो ग्राहकों को आकर्षित करेगा और इससे व्यापार बढ़ेगा। साथ ही, इस बात का भी ध्यान रखा जाएगा कि पुनर्विकास के पूरे काम के दौरान व्यापारियों का व्यापार कम से कम प्रभावित हो।