अपराध शाखा द्वारा “ऑपरेशन मिलाप” के तहत तीन अपहृत नाबालिग बच्चों को बरामद कर उनके परिवारों से मिलाया गया

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 02 नाबालिग लड़कियां और 01 नाबालिग लड़का बरामद
 पीड़ितों का दिल्ली के विभिन्न स्थानों से अपहरण कर लिया गया था, बाद में उन्हें दिल्ली और उत्तर प्रदेश से बरामद किया गया
परिचय :
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने कई ऐसे बच्चों का पता लगाया है जो किसी न किसी कारण से अपने परिवारों से बिछड़ गए थे। लापता बच्चों का पता लगाने के लिए अपराध शाखा द्वारा एक विशेष अभियान चलाया गया है। उपायुक्त अंकित सिंह और संयुक्त आयुक्त एसडी मिश्रा द्वारा सहायक आयुक्त रविंदर राजपूत की देखरेख में पीड़ितों का पता लगाने और बरामद करने के लिए टीम का गठन किया गया जिसमे प्रधान सिपाही अनुज कुमार और महिला प्रधान सिपाही सुकन्या सहित निरीक्षक वीरेंद्र कुमार की टीम द्वारा अपहृत व्यक्तियों का डेटा एकत्र किया गया था।
तदनुसार, टीम ने पीड़ितों का पता लगाने के लिए कई प्रयास किए। संदिग्ध व्यक्तियों के विभिन्न मोबाइल नंबरों की सीडीआर का विश्लेषण किया गया, विभिन्न स्थानों के सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई और कई अन्य व्यक्तियों की जांच की गई, एएचटीयू / अपराध शाखा, दिल्ली की टीम द्वारा इस संबंध में पीड़ितों का पता लगाने और उन्हें बरामद करने के लिए दिल्ली और उत्तर प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर कई छापे मारे गए। लापता बच्चों/व्यक्तियों के परिवार के सदस्यों की भी जांच की गई।
लापता बच्चों का पता लगाने के लिए टीम के निरंतर प्रयास निम्नानुसार हैं:
1) वर्ष 2022 में थाना शाहबाद डेयरी, दिल्ली में 16 वर्षीय नाबालिग लड़की के अपहरण का मामला प्राथमिकी संख्या 103/2022 की धारा 363 भारतीय दण्ड संहिता के तहत दर्ज किया गया था । मामले की जांच स्थानीय पुलिस कर रही थी। स्थानीय टीम द्वारा जांच के दौरान पीड़िता का पता लगाने का प्रयास किया गया लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।

 एएचटीयू/अपराध शाखा की टीम जिसमें प्रधान सिपाही अनुज कुमार और महिला प्रधान सिपाही सुकन्या शामिल थे, निरीक्षक वीरेंद्र कुमार की देखरेख में लगातार काम किया गया व जानकारी एकत्र की और आसपास के इलाकों की भी तलाशी ली। स्थानीय सूचना के आधार पर कुछ संदिग्धों को चिन्हित किया गया और उनसे पूछताछ की गई लेकिन लापता लड़की के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी। प्रधान सिपाही अनुज द्वारा की गई तकनीकी निगरानी के आधार पर लड़की का पता लगाया गया, टीम ने थाना कोतवाली, जिला मारेहरा, उत्तर प्रदेश के क्षेत्र में लापता लड़की को ढूंढ निकाला और थाना शाहबाद डेयरी, दिल्ली की स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया।  

2) दिनांक 28.04.2023 को एक 16 वर्षीय नाबालिग लड़की के अपहरण का मामला प्राथमिकी संख्या 296/2023, धारा 363 भारतीय दण्ड संहिता, थाना नंद नगरी, दिल्ली के तहत दर्ज किया गया था। मामले की जांच स्थानीय पुलिस कर रही थी। स्थानीय टीम द्वारा जांच के दौरान पीड़िता का पता लगाने का प्रयास किया गया लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।
एएचटीयू/अपराध शाखा की टीम जिसमें प्रधान सिपाही अनुज कुमार और महिला प्रधान सिपाही सुकन्या शामिल थे, निरीक्षक वीरेंद्र कुमार की देखरेख में लगातार काम किया गया व जानकारी एकत्र की और आसपास के इलाकों की भी तलाशी ली। स्थानीय सूचना के आधार पर कुछ संदिग्धों को चिन्हित किया गया और उनसे पूछताछ की गई लेकिन लापता लड़की के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी। प्रधान सिपाही अनुज द्वारा की गई तकनीकी निगरानी के आधार पर लड़की का पता लगाया गया व टीम ने लापता लड़की को थाना सासनी गेट, जिला अलीगढ़, उत्तर प्रदेश के क्षेत्र में लापता लड़की को ढूंढ निकाला और थाना नंद नगरी, दिल्ली की स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया।
3) थाना भजनपुरा, दिल्ली में एक 16 वर्षीय नाबालिग लड़के के अपहरण के संबंध में प्राथमिकी संख्या 326/2023 की धारा 363 भारतीय दण्ड संहिता के तहत मामला दर्ज किया गया था। मामले की जांच स्थानीय पुलिस कर रही थी। स्थानीय टीम द्वारा जांच के दौरान पीड़ित का पता लगाने का प्रयास किया गया लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। एएचटीयू/अपराध शाखा की टीम हरकत में आई और प्रधान सिपाही अनुज द्वारा विकसित जानकारी के आधार पर पता चला कि लापता लड़का वजीराबाद रोड, खजूरी, दिल्ली के इलाके में मौजूद था। इसके बाद, निरीक्षक वीरेंद्र कुमार के नेतृत्व में प्रधान सिपाही अनुज और महिला प्रधान सिपाही सुकन्या की एक टीम और एसीपी रविंदर राजपूत की समग्र निगरानी में, एक सुव्यवस्थित खोज के बाद, टीम ने वजीराबाद रोड, खजूरी, दिल्ली से लापता लड़के को बरामद किया और उसे थाना भजनपुरा, दिल्ली की स्थानीय पुलिस को सौंप दिया।
पीड़ितों की जांच-पड़ताल:
दोनों नाबालिग पीड़ित लड़कियों की जांच से पता चला है कि संदिग्धों द्वारा उनकी उम्र, पेशे और आर्थिक स्थिति का विवरण छिपाकर शादी के उद्देश्य से उन्हें विभिन्न स्थानों पर ले जाया गया था। संदिग्धों का पता लगाने के लिए उनका विवरण स्थानीय पुलिस के साथ साझा किए गए हैं।
जबकि नाबालिग पीड़ित लड़का अपने घर वालों से नाराज होकर घर से चला गया था और दिल्ली में ही रह रहा था ।
सुलझाये गए मामले:

  1. प्राथमिकी संख्या 103/2022, दिनांक 21.01.2022, धारा 363 भारतीय दंड संहिता, थाना शाहबाद डेयरी, दिल्ली।
  2. प्राथमिकी संख्या 296/2023, दिनांक 29.04.2023, धारा 363 भारतीय दंड संहिता, थाना नंद नागरी, दिल्ली।
  3. प्राथमिकी संख्या 326/2023, दिनांक 16.06.2023, धारा 363 भारतीय दंड संहिता, थाना भजनपुरा, दिल्ली।
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