- मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने राहत शिविरों का निरीक्षण किया और फूड पैकेट बांटे
- मेयर ने बाढ़ पीड़ित लोगों से बात कर राहत शिविर में मिल रहीं बुनियादी सुविधाओं की जानकारी ली
- दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम बाढ़ पीड़ित लोगों की हर संभव मदद कर रही है- डॉ शैली ओबरॉय
- एमसीडी के कुछ स्कूलों को भी राहत शिविरों में तब्दील किया गया है, जहां पर उन्हें हर जरुरी मदद दी जा रही है- डॉ शैली ओबरॉय
दिल्ली की मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने यमुना का जलस्तर बढ़ने के मद्देनजर आज मयूर विहार फेज 1 स्थित राहत शिविरों का निरीक्षण किया। मेयर ने बाढ़ पीड़ित लोगों से सीएम राहत शिविरों में मिल रहीं बुनियादी सुविधाओं की जानकारी ली।
मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने कहा कि बाढ़ पीड़ित लोगों के दर्द के प्रति दिल्ली सरकार संवेदनशील है। दिल्ली सरकार द्वारा उन्हें सुविधा पहुँचाने के लिए जगह-जगह राहत शिविर लगाए गए हैं, जहां उनके खाने- पीने से लेकर हर संभव मदद की जा रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली नगर निगम के कुछ स्कूलों को भी राहत शिविरों में तब्दील कर दिया गया है, जहां पर काफी संख्या में लोग रह रहे हैं। एमसीडी की ओर से उन्हें हर जरुरी मदद दी जा रही है।
मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने कहा कि यमुना का स्तर लगातार कम हो रहा है। लेकिन हालात सामान्य होने में थोड़ा वक्त लग सकता है। हालात पूरी तरह से अभी काबू में हैं। जिन लोगों के घर चपेट में आए हैं, उनके सामान को भी निकलवाया जा रहा है। इससे लोगों को कम से कम नुकसान होगा।
मेयर ने जरूरतमंदों को उपलब्ध कराए फूड फैकेट
मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने राहत शिविरों का निरीक्षण करने के बाद बाढ़ पीड़ित लोगों को भोजन वितरित किया। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे राहत शिविरों में लोगों के साथ संपर्क बनाए रखें और उनकी हरसंभव मदद करें। साफ-सफाई में किसी भी तरह की कोताही न बरती जाए। इस मौके पर मेयर के साथ विधायक कुलदीप कुमार, पार्षद उर्मिला गौतम, पार्षद देवेंद्र, अतिरिक्त आयुक्त विकास त्रिपाठी सहित वरिष्ठ निगम अधिकारी मौजूद थे।
दाह संस्कार के लिए अतिरिक्त इंतजाम किए गए
निगम बोध घाट में पानी भर गया है। इसके अलावा वजीराबाद, गीता कॉलोनी और सराय काले खां का शमशान घाट भी जलभराव की चपेट में हैं। ऐसे में एमसीडी की ओर से इनके आसपास मौजूद 12 श्मशान घाटों की सूची जारी की है। मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने कहा कि चार शमशान घाटों को पानी भर जाने की वजह से बंद कर दिया गया है।