*मोदीजी द्वारा मात्र दो किलोमीटर की मेट्रो लाइन के उद्घाटन के लिए भी अकेले जाना उनके प्रधानमंत्री पद की गरिमा को शोभा नहीं देता-आतिशी
*केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार के समन्वय के साथ ही दिल्ली मेट्रो का शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा हुआ, ऐसे में मेट्रो लाइन के उद्घाटन में मुख्यमंत्री को नहीं बुलाना ग़लत-आतिशी
*जो व्यक्ति दुनिया के सबसे बड़ी पार्टी की सरकार चला रहे है, वो सिर्फ़ दो किलोमीटर की मेट्रो लाइन के उद्धाटन के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री को नहीं बुला सके-आतिशी
*डीएमआरसी जैसे संस्था के उद्धाटन के लिए जहां दिल्ली सरकार का भी आधा पैसा लगा है, उसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री को नहीं बुलाना बेहद छोटी सोच को दर्शाता है-आतिशी
*पार्टी से ऊपर उठे मोदीजी, वो केवल भाजपा नहीं पूरे देश के प्रधानमंत्री-आतिशी
*दिल्ली सरकार, केंद्र सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने के लिए तैयार, लेकिन गॉर्डियन के तौर पर पीएम की ये ज़िम्मेदारी कि, वो दिल्ली की सरकार को भी अपने साथ लेकर चले-आतिशी
दिल्ली मेट्रो जिसके लिए केंद्र सरकार के साथ दिल्ली सरकार भी 50% का फंड देती है। ऐसे में उसके नई लाइन के उद्घाटन में प्रधानमंत्री का अकेले जाना और दिल्ली के मुख्यमंत्री को न बुलाना दुर्भावना ग्रसित सोच को दर्शाता है। इस बाबत आप नेता व दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री आतिशी ने साझा करते हुए कहा कि, डीएमआरसी जैसे संस्था के उद्धाटन के लिये जहां दिल्ली सरकार का पैसा भी लगा है, उसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री को नहीं बुलाना छोटी सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि, भाजपा ख़ुद को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी और मोदी जी को दुनिया का सबसे बड़ा नेता मानती है ऐसे में जो व्यक्ति दुनिया के सबसे बड़े नेताओं में से है, दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी की सरकार चला रहे है। वो सिर्फ़ दो किलोमीटर की मेट्रो लाइन के उद्धाटन के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री को नहीं बुला सके? मोदी जी सिर्फ़ भाजपा के नहीं पूरे देश के प्रधानमंत्री है, और ऐसे में जब मोदी जी मात्र दो किलोमीटर की मेट्रो लाइन के उद्घाटन के लिए भी अकेले जाते है तो ये प्रधानमंत्री पद की गरिमा को शोभा नहीं देता।
आप नेता आतिशी ने कहा कि, आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने दिल्ली मेट्रो के 2 किमी के एक लाइन का उद्घाटन किया। ये मेट्रो लाइन द्वारका सेक्टर-21 से यशोभूमि तक जाती है। और हमें इस बात का बेहद दुख है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने दिल्ली मेट्रो के इस लाइन के उद्घाटन के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी को बुलाना भी ठीक नहीं समझा। जबकि दिल्ली मेट्रो, केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार का जॉइंट वेंचर है।
उन्होंने कहा कि,जिस दिन से डीएमआरसी बना है उसमे आधा पैसा केंद्र सरकार का तो आधा पैसा दिल्ली सरकार का लगता है। केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार के समन्वय के साथ ही दिल्ली मेट्रो जैसा शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर दिल्ली में खड़ा हुआ है। ऐसे में ये बहुत दुख की बात है कि मेट्रो लाइन के उद्घाटन में मुख्यमंत्री जी को नहीं बुलाया गया।
आप नेता आतिशी ने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और उनकी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी जो ये कहती है कि हम दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है। जी-20 सम्मेलन के बाद भाजपा के नेता ये कहते नहीं थकते की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया के सबसे बड़े नेता है।
जो व्यक्ति दुनिया के सबसे बड़े नेताओं में से है, दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी की सरकार चला रहे है। वो सिर्फ़ दो किलोमीटर की मेट्रो लाइन के उद्धाटन के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री को नहीं बुला सके।
उन्होंने कहा कि, मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से कहना चाहूँगी कि, वो देश के प्रधानमंत्री है, उन्हें पार्टी से ऊपर उठना चाहिए, वे राज्य सरकारों के गॉर्डियन है सिर्फ़ भाजपा के प्रधानमंत्री नहीं है। ऐसे में डीएमआरसी जैसे संस्था के उद्धाटन के लिये जहां दिल्ली सरकार का पैसा भी लगा है, उसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री को नहीं बुलाते तो ये बेहद छोटी सोच को दर्शाता है।
मेरा प्रधानमंत्री जी से आग्रह है कि दिल्ली देश की राजधानी है। और अगर हमें दिल्ली का विकास करना है तो केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार को साथ मिलकर काम करना होगा। इसके लिए दिल्ली सरकार, केंद्र सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने के लिए तैयार है। लेकिन एक गॉर्डियन की तरह प्रधानमंत्री जी की ये ज़िम्मेदारी बनती है कि, वो दिल्ली की सरकार को भी अपने साथ लेकर चले। क्योंकि जब मोदी जी एक दो किलोमीटर की मेट्रो लाइन के उद्घाटन के लिये भी अकेले जाते है तो ये प्रधानमंत्री पद की गरिमा को शोभा नहीं देता।