महिलाओं में कैंसर की बिमारी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। इसकी वजह ये है कि महिलाओं में ख़ासकर ब्रेस्ट कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो की जागरूकता के अभाव में यह बीमारी फैल जाती है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर दिल्ली के नेहरू एनक्लेव में स्थित माश हॉस्पिटल द्वारा महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं के लिए विशेष ऑन्कोलॉजी डिपार्टमेंट का शुरूआत की गई है। गुरुवार को प्रेस वार्ता कर हॉस्पिटल की संस्थापक एवं सीईओ मानसी बंसल झुनझुनवाला ने बताया कि माश ने कैंसर रोगियों के लिए एक नई व्यवस्था शुरू करी है। उन्होंने कहा कि यहाँ के सभी डॉक्टर और स्टाफ़ के पास मरीज़ों के स्वास्थ्य का एक ही रिकॉर्ड होगा और यह रिकॉर्ड इलेक्ट्रॉनिक रूप में होगा। यानी इसे कंप्यूटर में रखा जाएगा। माश हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉक्टर सचिन अम्बेकर ने बताया कि अस्पताल के पास ऐसी तकनीक है कि कैंसर का जल्दी पता लग सके है और जाँच करवाना बहुत ज़रूरी है। अगर ब्रेस्ट, सर्वाइकल या ओवरी कैंसर जैसी बिमारी का जल्दी से पता चल जाए और इसका इलाज शुरू कर दिया जाए तो इसके ठीक होने की संभावना बढ़ जाती है। टोटल ख़बरें के वरिष्ठ संवाददाता राजेश खन्ना ने प्रेस वार्ता के दौरान हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉक्टर सचिन अम्बेकर और हॉस्पिटल के संस्थापक और सीईओ मानसी बंसल से बात की तो सुनिए उन्होंने मीडिया से बात करते हुए क्या कहा।
आपको बता दें कि माश हॉस्पिटल के द्वारा दावा किया गया कि भारत में हर 100 के मरीज़ों में 51 महिलाएँ शामिल होती है और ये आंकड़ा विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार, दुनिया भर में हर साल 6,85,000 से अधिक महिलाओं की मौतों ब्रेस्ट कैंसर के कारण होती है। बताया जाता है कि माश अस्पताल में कैंसर का इलाज करने के लिए कई तरीक़ों का यहाँ इस्तेमाल किया जाता है। जिसमें दवाइयाँ कीमोथैरेपी सर्जरी और कैंसर के बचाव की दवाएँ शामिल हैं। ऐसा दावा किया जा रहा है कि ये एक मात्र दिल्ली का सुपर स्पेशलिटी अस्पताल है यहाँ पर हर सुख सुविधाओं का ध्यान रखा जाता है। टोटल ख़बरें दिल्ली से राजेश खन्ना की विशेष रिपोर्ट।