भाजपा के मंत्री हर काम में मांग रहे 10 फीसद कमीशन, परेशान दिल्ली के अफसर अपने तबादले का कर रहे प्रयास- आतिशी

Listen to this article

-सरकार बनने के एक महीने में ही अफसरों से गाली-गलौच करने लगे भाजपा के मंत्री, सस्पेंड कराने की धमकी देकर कमीशन देने का दबाव बना रहे हैं- आतिशी

  • दिल्ली सरकार के कई अफसर हमें फोन कर बता रहे हैं कि कमीशन देने का विरोध करने पर मंत्री उन्हें सस्पेंड कराने की धमकी दे रहे हैं- आतिशी
  • इन्हीं अफसरों ने 10 साल में विपरित परिस्थितियों के बाद भी दिल्ली को विश्वस्तरीय स्कूल- अस्पताल व मोहल्ला क्लीनिक दिया, सिग्नेजर ब्रिज सहित 38 फ्लाईओवर बनाए- आतिशी
  • कुछ गिने-चुने अफसरों ने ‘‘आप’’ सरकार के जनहितकारी कामों को रोकने का लगातार प्रयास किया, फिर भी तमाम अफसरों ने काम करके दिखाया- आतिशी

आम आदमी पार्टी ने दिल्ली सरकार के अफसरों के साथ भाजपा के मंत्रियों द्वारा गाली-गलौच करने का मामला सामने आने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। ‘‘आप’’ की वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने कहा कि भाजपा के मंत्री दिल्ली सरकार के अफसरों से हर काम में 10 फीसद कमीशन मांग रहे हैं। इससे परेशान होकर कई अफसर अपना ट्रांसफर भारत सरकार या दिल्ली से बाहर कराने का प्रयास कर रहे हैं। कई अफसर हमें फोन कर बता रहे हैं कि कमीशन देने का विरोध करने पर मंत्री उन्हें सस्पेंड कराने की धमकी भी दे रहे हैं। आतिशी ने कहा कि सरकार बने अभी एक महीना ही हुआ है और भाजपा के मंत्री अफसरों के साथ गाली-गलौंजे कर रहे हैं। जबकि इन्हीं अफसरों ने 10 साल में विपरित परिस्थितियों के बाद भी दिल्ली को विश्वस्तरीय स्कूल-अस्पताल व मोहल्ला क्लीनिक दिया, सिग्नेजर ब्रिज और 38 फ्लाईओवर बनाए।

आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता कर कहा कि आज सुबह से पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा दिल्ली सरकार के अफसरों को गंदी-गंदी गालियां दे रहे हैं और उनके बारे में गलत बातें कर रहे हैं। प्रवेश वर्मा कह रहे हैं कि अफसर बहुत घटिया हैं, काम नहीं करते, बात नहीं सुनते, अफसरों की मोटी चमड़ी है, लेकिन ये वही अफसर हैं, जिन्होंने दिल्ली में 10 साल से विपरीत परिस्थिति में भी काम करके दिखाया है। इन अफसरों ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों को विश्व स्तरीय बिल्डिंग्स दी है, दिल्ली के सरकारी अस्पतालों को विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर दिया, सिग्नेचर ब्रिज बनाया और 10 साल में 38 से ज्यादा फ्लाइओवर बनाकर दिल्ली में ट्रैफिक की स्पीड को 10 गुना बढ़ाया है।

आतिशी ने कहा कि जो अफसर पिछले 10 साल से विपरीत परिस्थिति में भी काम करके दिखा रहे थे, दिल्ली वालों को बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, अच्छे स्कूल-अस्पताल, अच्छी पढ़ाई-लिखाई करवा रहे थे। ऐसा क्या हो गया कि इन अफसरों ने एक महीने में काम करना छोड़ दिया? हमें दिल्ली सरकार के अलग -अलग के फील्ड अफसरों से लेकर सीनियर लेवल के आईएएस अधिकारी फोन कर-करके बता रहे हैं कि भाजपा की दिल्ली सरकार के मंत्रियों ने उनसे कमीशन मांगना शुरू कर दिया है। उनका कहा जा रहा है कि कोई भी सड़क, अस्पताल की बिल्डिंग बनेगी, तो उसका 10 फीसद कमीशन मंत्री को जाएगा। नया मोहल्ला क्लीनिक (अब आयुष्मान आरोग्य मंदिर) बनाने के लिए किराए वालों को बंद करके नई बिल्डिंग बनाएंगे। क्योंकि उसका 10 फीसद कमीशन मंत्री को जाएगा।

आतिशी ने कहा कि यही कारण है कि दिल्ली सरकार के अफसर जब कमीशन देने से मना कर रहे हैं, तो उनके साथ गाली-गलौंज हो रही है। अफसरों पर दबाव बनाने के लिए कहा जा रहा है कि हम तुम्हें सस्पेंड कर देंगे। जबकि सब जानते हैं कि दिल्ली सरकार के मंत्री के पास किसी अफसर को सस्पेंड करने की पावर नहीं है। जीएनसीटीडी अमेंडमेंट एक्ट (दिल्ली सेवा अधिनियम 2023) के तहत, ये एनसीसीएसए में जाएगा और एलजी साहब का अप्रूवल होगा। अफसरों को सस्पेंड करने की धमकी भी इसीलिए दी जा रही है, ताकि उनसे कमीशन मांगा जा सके।

आतिशी ने कहा कि आने वाले कुछ दिनों में दिल्ली के लोग देखेंगे कि बहुत सारे अफसर दिल्ली सरकार छोड़कर दिल्ली से बाहर ट्रांसफर करवाने के प्रयास करेंगे। आज दिल्ली सरकार में तैनात बहुत सारे अफसर वापस भारत सरकार या अन्य राज्यों में तैनाती करवाने का प्रयास कर रहे हैं, क्योंकि 10 साल में आम आदमी पार्टी के किसी भी मंत्री ने उनसे कमीशन नहीं मांगी। लेकिन एक माह में ही भाजपा का हर मंत्री 10 फीसद कमीशन मांग रहा है। अधिकारियों के साथ गाली-गलौज कर रहा है और निलंबन की धमकी देकर उन पर कमीशन देने का दबाव बना रहा है।

आतिशी ने कहा कि दिल्ली सरकार में कुछ गिने-चुने अधिकारी रहे, जिन्होंने आम आदमी पार्टी सरकार के कामों को रोकने का प्रयास किया। तीन या चार ऐसे अधिकारी थे, जिन्होंने लगातार कामों को रोकने का प्रयास किया, लेकिन पिछले 10 साल में शिक्षा, स्वास्थ्य, यातायात, पीडीब्ल्यूडी में बहुत काम हुआ। चाहे सरकारी स्कूलों में 22 हजार कमरे बनाकर उनको विश्वस्तरीय बनाना हो, स्कूलों में स्पोर्ट्स का इंफ्रास्ट्रक्चर देना हो, 500 से ज्यादा मोहल्ला क्लीनिक खोलना हो, बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रिक बसों का अधिग्रहण हो या 38 से ज्यादा फ्लाईओवर बनाना हो, यह काम दिल्ली के अधिकारियों ने मुश्किल परिस्थितियों में किया। केंद्र सरकार के दबाव और कई अफसरों के निलंबित होने के बावजूद दिल्ली सरकार के अफसरों ने काम करके दिखाया।

आतिशी ने कहा कि आज पूरी दुनिया इस बात का लोहा मानती है कि दिल्ली के सरकारी स्कूल दुनिया के सबसे अच्छे सरकारी स्कूलों में हैं। दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिकों की चर्चा पूरी दुनिया में होती है। देश के अलग-अलग हिस्सों से लोग सिग्नेचर ब्रिज को देखने के लिए आते हैं। इस बात पर कोई भी संदेह नहीं है कि 10 साल से मुश्किल परिस्थितियों के बावजूद ज्यादातर अफसरों ने काम करके दिखाया। लेकिन, अगर आज अफसर काम नहीं कर रहे हैं और दिल्ली के बाहर तबादले की कोशिश कर रहे हैं, तो उसकी वजह भाजपा के मंत्रियों द्वारा उन अफसरों से कमीशन की मांग है।

दिल्ली सरकार में मंत्री मंजिंदर सिंह सिरसा के एमसीडी पर प्रदूषण फैलाने के आरोप लगाने के सवाल पर आतिशी ने कहा कि जब भाजपा ने दिल्ली में चुनाव लड़ा, तब वह ‘बहाने नहीं बदलाव चाहिए’ का गाना चलाती थे। मेरा आग्रह है कि सिरसा जी को मंत्री बने अभी एक महीना ही हुआ है। अभी उनको एक ही काम मिला है। बीते विधानसभा सत्र के दौरान भाजपा के किसी भी नेता की बाइट या प्रेसवार्ता देखा जाए तो उसने 99 फीसद समय सिर्फ आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल को गाली दी है। मंजिंदर सिंह सिरसार ने पिछले एक महीने में विधानसभा के अंदर या अधिकारी प्रेसवार्ता में किसी भी विभाग के एक भी वर्टिकल का कोई प्लान, विजन ऑफ एक्शन या कोई टाइमलाइन नहीं बताई है। वह सिर्फ “आप” और अरविंद केजरीवाल को गाली देते हैं। मैं सिरसा जी से कहूंगी कि आपने ही कहा था कि बहाने नहीं, बदलाव चाहिए। आप एक महीने के अंदर ही फेल हो गए और बहाने बना रहे हैं, यह बड़ी दुख की बात है।

Print Friendly, PDF & Email

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *