*इस अपराध के लिए कैलाश गहलोत और अरविंद केजरीवाल नैतिक रूप से जिम्मेदार हैं जिन्होंने ऐसे अपराधी को संरक्षण दिया है – वीरेन्द्र सचदेवा
*इस पूरे मामले की जानकारी स्वाति मालीवाल को 8 अगस्त को मिल चुकी थी लेकिन वे एफ.आई.आर. दर्ज होने तक चुप्पी साध कर बैठी रही – वीरेन्द्र सचदेवा
*डॉक्टर द्वारा बच्ची को आराम करने एवं काउंसिलिंग की सलाह दी गई लेकिन स्वाति मालीवाल ने इसे राजनीतिक रुप देने में कोई कसर नहीं छोड़ा- वीरेन्द्र सचदेवा
*प्रदेश महामंत्रियों एवं महिला मोर्चा अध्यक्ष एवं अन्य पार्टी पदाधिकारियों ने भी धरने को सम्बोधित किया
*भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष ने दिल्ली महिला आयोग अध्यक्षा को पत्र लिखा
दिल्ली भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपने अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के नेतृत्व में आज अरविंद केजरीवाल सरकार द्वारा एक नाबालिग लड़की से बलात्कार के मामले में शामिल महिला एवं बाल कल्याण विभाग के अधिकारी के निलंबन में देरी के विरोध में दिल्ली सरकार के मंत्री कैलाश गहलोत के आधिकारिक आवास के पास एक विशाल प्रदर्शन किया। मंत्री कैलाश गहलोत के O.S.D के रूप में काम करने वाले WCWD के आरोपित अधिकारी को मंत्री का स्पष्ट संरक्षण प्राप्त है और दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती स्वाति मालीवाल द्वारा इस मामले में की जा रही गंदी राजनीति निंदनीय है।
भाजपा नेता और कार्यकर्ता जिनमें प्रदेश महासचिव हर्ष मल्होत्रा, योगेन्द्र चंदोलिया और कमलजीत सहरावत, उपाध्यक्ष योगिता सिंह, लता गुप्ता एवं कपिल मिश्रा, पश्चिमी दिल्ली लोकसभा प्रभारी जय प्रकाश, सचिव इम्प्रीत सिंह बख्शी, प्रवक्ता शुभेंदु अवस्थी, महिला मोर्चा अध्यक्ष ऋचा पांडे मिश्रा, युवा मोर्चा अध्यक्ष शशि यादव, ओ.बी.सी. मोर्चा अध्यक्ष सुनील यादव, पूर्वांचल मोर्चा अध्यक्ष नीरज तिवारी, किसान मोर्चा अध्यक्ष विनोद सहरावत, अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्ष अनीस अब्बासी, एस.टी. मोर्चा अध्यक्ष सी.एल. मीना, एस.सी मोर्चा के अध्यक्ष मोहन लाल गिहारा प्रमुख थे परिवहन प्राधिकरण, सिविल लाइंस के पास इकट्ठे हुए और मंत्री कैलाश गहलोत के करीबी दिल्ली सरकार के अधिकारी द्वारा एक नाबालिग लड़की से बलात्कार के मामले में मंत्री कैलाश गहलोत और आतिशी के इस्तीफे की मांग करते हुए अरविंद केजरीवाल सरकार और स्वाति मालीवाल की गंदी राजनीति की निंदा करते हुए मंत्री कैलाश गहलोत के आवास की ओर मार्च किया।
लगातार बारिश के बावजूद दिल्ली भाजपा कार्यकर्ताओं ने अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के नेतृत्व में गिरफ्तारी दी जब पुलिस ने बैरिकेड लगाकर उन्हें रोका।
वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचारी हैं और उनकी सरकार में भ्रष्टाचारी शासन चल रहा है इसलिए अब दिल्ली सरकार में दो मंत्री जेल के अंदर है और अब गिनती बढ़ने वाली है। उन्होंने कहा कि कैलाश गहलोत ने जिसे ओ.एस.डी. के रुप में चयन किया था उसने अपने दोस्त की बेटी के साथ समाज को शर्मसार करने वाली घटना को अंजाम दिया है, इससे अधिक दुख की बात नहीं हो सकती है। इसलिए इस अपराध के लिए कैलाश गहलोत और अरविंद केजरीवाल जिम्मेदार हैं जिन्होंने ऐसे अपराधी को संरक्षण दिया है।
सचदेवा ने कहा कि 8 अगस्त को स्वाति मालीवाल को खबर मिल चुकी थी लेकिन 21 तारीख तक स्वाति मालीवाल चुप्पी साध कर बैठी थी और जैसे ही एफआईआर दर्ज हुई और लड़की का बयान लेने के लिए पुलिस आगे आई उसी वक्त से ही स्वाति मालीवाल ने अपनी गंदी राजनीति शुरु कर दी।
उन्होंने कहा कि डॉक्टर द्वारा बच्ची को आराम करने एवं काउंसिलिंग की सलाह दी गई लेकिन सुश्री स्वाति मालीवाल ने इसे राजनीतिक रुप देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। पांच मोहल्ला क्लीनिक केजरीवाल ने देने की बात कही है लेकिन अगर देखें तो अभी सिर्फ दो ही मंत्री तिहाड़ में हैं, तीसरे का नंबर लगने वाला है, चौथा गैंगस्टर के साथ बातचीत का वीडियो वायरल हुआ और अंत में पांचवा स्वयं अरविंद केजरीवाल है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हर मामले में बढ़ा चढ़ा कर बोलने वाले अरविंद केजरीवाल क्यों इस मामले में चुप क्यों है। इतना ही नहीं अरविंद केजरीवाल जवाब दें कि क्या उन्होंने नरेश बालयान को अपने शीशमहल में छुपाया है। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा मामला निकला जिसके कृत्यों को सुनकर कंस के भी आंखों में आंसू आ जाए।
कमलजीत सहरावत ने कहा कि दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा सुश्री स्वाति मालीवाल के ऊपर दिल्ली की महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी है लेकिन उनकी जानकारी में यह पूरा मामला सामने आया और फिर भी उस अपराधी को निलंबित करने में 8 दिन क्यों लग गए। उन्होंने कहा कि स्वाति मालीवाल यह बताएं कि आखिर वे पिछले आठ दिनों में कितनी बार उस बच्ची से मिली हैं और कैलाश गहलोत को आपने कितनी बार नोटिस दिया है, इसका जवाब भी स्वाति मालीवाल को स्पष्ट करना चाहिए।
प्रदेश उपाध्यक्ष लता गुप्ता ने कहा कि स्वाति मालीवाल की नौटंकी साफ बताती है कि वे सिर्फ दिखावा और सुर्खियों के लिए यह सारी बातें कर रही हैं, उन्हें पीड़िता के साथ कोई हमदर्दी नहीं है। अगर उनके अंदर संवेदनशीलता बची होती तो वे जैसे ही दुष्कर्म की खबर मिली उन्हें तुरंत कैलाश गहलोत को नोटिस भेजकर इस पर स्पष्टिकरण मांगना चाहिए था।
महिला मोर्चा अध्यक्ष ऋचा पांडेय मिश्रा ने कहा कि दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल पिछले 8 दिनों में उस बच्ची की कोई खोज खबर नहीं ली लेकिन जैसे ही मीडिया के कैमरे ने उस बच्ची की हकीकत को उजागर किया वैसे ही सुश्री स्वाति मालीवाल ने अपना ड्रामा शुरू कर दिया।
पांडे ने आज दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष सुश्री स्वाति मालीवाल के नाम एक चिट्ठी लिखी है जिसमें उन्होंने कहा है कि दिल्ली की महिलाओं की जिम्मेदारी और जवाबदेही स्वाति मालीवाल के पास है लेकिन उनका इस तरह से नौटंकी करना उनकी लापरवाही और गैर जिम्मेदाराना रवैये की पहचान है।