ऑटो रिक्शा परमिट घोटाला में 14 लोगों की गिरफ्तारी से साबित होता है कि सरकार में होने वाले भ्रष्टाचार में मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की भागीदारी है- चौ0 अनिल कुमार

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*सक्षम विधायकों की कमी के चलते पहली बार विधायक बनी आतिशी को वित्त, राजस्व, शिक्षा और स्वास्थ्य सहित 12 महत्वपूर्ण विभाग आवंटित करके अरविन्द केजरीवाल द्वारा अपने पास कोई मंत्रालय नही रखना जवाबदेही से भागना है। – चौ0 अनिल कुमार

 दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि ऑटो रिक्शा परमिट घोटाले में बुराड़ी परिवहन अथारिटी के अधिकारी सहित 14 लोगों की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा द्वारा गिरफ्तारी के बाद अरविन्द केजरीवाल की भ्रष्ट सरकार की एक और परत खुलकर सामने आई है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार मुक्त शासन देने का वादा करने वाली आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार में ऐसा कोई विभाग नही है जो भ्रष्टाचार में लिप्त न हो, जबकि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल पर भी भ्रष्टाचार में संलिप्त होने के कारण जांच चल रही है। प्रशासनिक व नीतिक अधिकारों की लड़ाई लड़ने वाले अरविन्द केजरीवाल का भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए दिल्ली सरकार के किसी भी विभाग पर नियंत्रण नही है।

चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि ऑटो यूनियनों द्वारा मई 2022 में हाई कोर्ट में केस दर्ज कराने के बाद हाई कोर्ट के आदेश पर भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग हो रहे घोटाले में लिप्त लोगों को गिरफ्तार करने से साबित होता है कि ऑटो रिक्शा परमिट के रिन्यूअल और ट्रांसफर करने की धोखाधड़ी आदि सब कुछ सरकार की देखरेख में हो रहा है। उन्होंने कहा कि सत्ता में आने से पहले केजरीवाल ने ऑटो रिक्शा वालांे के हित में काम करने का वादा किया था परंतु सत्ता में आने के बाद ऑटो वालों के परमिट देने में धोखा धड़ी हो रही है और गैर कानूनी रुप से दूसरे लोगों को परमिट दिए जा रहे है।

चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि सुशासन और पारदर्शी प्रशासन देने का दावा करने वाली आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के 9 वर्षों के शासन में रिकॉर्ड तोड़ भ्रष्टाचार हुए हैं।  उन्होंने कहा कि शराब घोटाले से लेकर क्लास रूम निर्माण घोटाला, डीटीसी बस खरीद और रखरखाव अनुबंध घोटाला, शौचालय परिसर निर्माण घोटाला, दिल्ली जल बोर्ड घोटाला, स्वास्थ्य के साथ-साथ केजरीवाल के नए सीएम आवास का निर्माण में भी भारी भ्रष्टाचार हुआ है। इन घोटालों में मुख्यमंत्री सहित इनके मंत्री और विधायक संलिप्त हैं। केजरीवाल का कोई भी विभाग भ्रष्टाचार से बचा नही है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने जान-बूझकर कोई भी मंत्रालय अपने पास नहीं रखा है, ताकि वह अपनी सरकार के हर विभाग में हुए भ्रष्टाचारों पर अपना नियंत्रण रख सकें। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी में सक्षम विधायकों की कमी के कारण पहली बार विधायक बनी आतिशी को वित्त, राजस्व, शिक्षा और स्वास्थ्य सहित 12 महत्वपूर्ण विभाग आवंटित किए हैं। जेल जाने के बाद बर्खास्त होने पर मनीष सिसोदिया की जगह आतिशी को महत्वपूर्ण मंत्रालयों का बोझ डाला गया है जबकि अरविन्द केजरीवाल ने अपने पास कोई मंत्रालय नही रखा है।

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